सीबीएसई बोर्ड का रिजल्ट जारी: लड़कों से फिर आगे निकली लड़कियां, 95 फीसदी हुईं पास
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मंगलवार को कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए। इस बार भी छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में अच्छे अंक हासिल किए हैं। 10वीं और 12वीं दोनों ही कक्षाओं में उत्तीर्ण प्रतिशत में मामूली बढ़त देखने को मिली है, लेकिन सबसे खास बात यह रही कि कुल 3.10 लाख से अधिक छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं, जो बोर्ड परीक्षाओं में लगातार बढ़ती मेधा और प्रतिस्पर्धा का संकेत है।
नई दिल्ली। यदि दोनों कक्षाओं के आंकड़ों को जोड़कर देखा जाए, तो कुल 3,11,000 से अधिक छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं, जिनमें से लगभग 70,383 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए। यह बोर्ड परीक्षाओं में न केवल प्रतिस्पर्धा की तीव्रता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि देश भर के विद्यालयों में मेधावी छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लड़कों के 92.63 प्रतिशत के मुकाबले, 95 प्रतिशत लड़कियों ने सफलता दर्ज की। ट्रांसजेंडर छात्रों की सफलता दर इस बार 95 प्रतिशत रही, जो पिछले वर्ष के 91.30 प्रतिशत से बेहतर है। 12वीं लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 91.64 रहा, जबकि लड़कों का 85.70 प्रतिशत। विशेष उल्लेख ट्रांसजेंडर छात्रों का है, जिनकी सफलता दर 100 प्रतिशत रही, जबकि पिछले साल यह 50 प्रतिशत थी।
१0वीं में 93.66त्न छात्र हुए सफल
10वीं में कुल 93.66 प्रतिशत छात्र सफल रहे, जो पिछले वर्ष की 93.60 प्रतिशत की तुलना में हल्की बढ़त है। परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि कुल 23,71,939 छात्रों ने परीक्षा में भाग लिया था। इनमें से 1.99 लाख से अधिक छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए, जबकि 45,516 छात्रों ने 95 प्रतिशत से भी अधिक अंक हासिल किए। हालांकि, 1.41 लाख से अधिक छात्रों को कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए रखा गया है, जिनकी मुख्य परीक्षा में सफलता नहीं मिली।
1२वीं में ८८.३९ छात्र हुए पास
12वीं के लिए 16,92,794 छात्रों ने परीक्षा दी, जिनमें से 88.39 प्रतिशत सफल हुए। यह आंकड़ा पिछले साल के 87.98 प्रतिशत से थोड़ा बेहतर है, जो बताता है कि छात्र स्थिरता के साथ अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जैसा कि हर बार होता आया है, इस बार भी लड़कियां लड़कों पर भारी रहीं। 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले छात्रों की संख्या 1,11,544 रही, वहीं 24,867 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। कंपार्टमेंट में रखे गए छात्र 12वीं में 1.29 लाख से अधिक हैं।
प्रदेश में 10वीं का 92.71 फीसदी और 12वीं में 88.39 फीसदी छात्र हुए पास
प्रदेश में सीबीएसई की 10वीं में 92.71 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुए हैं, जबकि 12वीं में 88.39 फीसदी स्टूडेंट ने बाजी मारी। इस बार 10वीं में एक लाख 15 हजार 645 स्टूडेंट परीक्षा में बैठे थे, जिनमें से एक लाख 7 हजार 211 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। पास हुए स्टूडेंट्स में 94.40 प्रतिशत लड़कियां जबकि 91.32 प्रतिशत लड़के हैं। 12वीं का परीक्षा परिणाम 82.46 प्रतिशत रहा। इस बार 12वीं में 16,92,794 छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया था, जिसमें से 14,96,307 स्टूडेंट पास हो पाए। इसमें भी पास होने वाली छात्राओं का प्रतिशत 91.64 रहा, जबकि छात्रों का प्रतिशत 85.70 फीसदी रहा। इस साल का रिजल्ट साल 2024 से बेहतर रहा है। लड़कियों का पास प्रतिशत लड़कों के मुकाबले 5.94 फीसदी ज्यादा है। सीबीएसई बोर्ड मेरिट लिस्ट जारी नहीं करता। इसके अलावा रिजल्ट में कोई टॉपर भी घोषित नहीं किया जाता। बोर्ड सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर चुका है कि किसी भी बच्चे को स्कूल या जिले का टॉपर घोषित न करें।