गोविंदगढ़ से बघवार तक की रेलवे ट्रैक का सीआरएस ने दो घंटे किया निरीक्षण, रेलगाड़ी दौडऩे का रास्ता क्लियर

गोविंदगढ़ से बघवार तक की रेलवे ट्रैक का मंगलवार को निरीक्षण किया गया। कमिश्नर रेल सेफ्टी ने 13 किमी के रेलवे ट्रैक का दो घंटे परीक्षण किया। इसके बाद वापस लौट गए। परीक्षण की रिपोर्ट सीआरएस रेलवे बोर्ड के सौपेंगे। इसके बाद हरी झंडी मिलते ही ट्रेन चलने का रास्ता भी क्लियर हो जाएगा।

गोविंदगढ़ से बघवार तक की रेलवे ट्रैक का सीआरएस ने दो घंटे किया निरीक्षण, रेलगाड़ी दौडऩे का रास्ता क्लियर

विशेष सैलून से दोपहर को रीवा स्टेशन टीम के साथ पहुंचे सीआरएस
बायरोड गोविंदगढ़ स्टेशन पहुंचे फिर निरीक्षण शुरू किया
रीवा। जबलपुर रेल मण्डल अंतर्गत आने वाले गोविंदगढ़ से बघवार के बीच 13.5 किलोमीटर नई रेल लाइन का मंगलवार 11 मार्च 2025 को रेल संरक्षा आयुक्त, मध्य वृत्त, मुम्बई श्री मनोज अरोरा द्वारा संरक्षा की दृष्टि से,सघन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान रेल सुरक्षा आयुक्त ने इस रेल खंड पर संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों, ओ.एच.ई.लाइन, सम्बद्ध उपकरण, तथा सिग्नलिंग आदि का विस्तार से निरीक्षण किया एवं उनकी कार्य क्षमता को परखा। इस दौरान सीआरएस के साथ पमरे मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) श्री एम.एस. हाश्मी एवं निर्माण विभाग, अन्य संरक्षा संबंधी विभागों के अधिकारी गण के साथ-साथ जबलपुर मंडल से अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री आनंद कुमार, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) श्री जयप्रकाश सिंह, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्री प्रिंस विक्रम, सीनियर डीएसटीई (को) श्री आलोक तिवारी, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री अमित साहनी, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक-2 श्री शशांक गुप्ता, मंडल अभियंता (उत्तर) श्री मंटू कुमार, एवं अन्य शाखा अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

     नई रेल लाइन के कार्य की प्रगति को देखने मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री मनोज अरोरा स्पेशल ट्रेन से गोविंदगढ़ पहुंचने के पश्चात गोविंदगढ़ से बघवार का मोटर ट्रॉली से निरीक्षण किया गया जिसमें पॉइंट नंबर 115 बी एवं रेलवे क्रॉसिंग तथा पॉइंट नंबर 102 बी का निरीक्षण करते हुए स्लीपर स्पेसिंग गैप, रेलवे ट्रैक, ब्रिज एवं उसकी मैपिंग को देखा। रेलवे ब्रिज के स्पान एवं बघवार स्टेशन के क्रॉसओवर, टर्न आउट, क्रॉसिंग, चेक रेल, टर्नआउट गेज और रेलखण्ड पर बने लेवल क्रासिंगों का निरीक्षण किया। गोविंदगढ़ स्टेशन की क्रॉसओवर, टर्न आउट, क्रॉसिंग, गेज, हाउसिंग का निरीक्षण करते हुए गोविंदगढ़ स्टेशन का भी निरीक्षण किया एवं इसके साथ-साथ श्री अरोरा द्वारा बघवार से गोविंदगढ़ रेल लाइन का 110 स्पीड का सफल ट्रायल भी किया गया। 

     श्री अरोरा ने उक्त स्टेशन पर चल रहे विकास कार्य के मॉडल एवं ले-आउट प्लान के पहलुओं का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों ने रेल लाइन, ब्रिज, एसईजे, हाइड गेज, समपार फाटक, टर्नआउट, ट्रैक फॉरमेशन एवं स्टेशन, आधारभूत संरचनाओं, के विकास की कार्ययोजना के संदर्भ में हो रहे कार्यों के बारे में मुख्य संरक्षा आयुक्त को अवगत कराया गया। 

             इसके साथ ही मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने समपार फाटक नम्बर 24 C के हाइट गेज, चेक रेल, गेट पर बने पैनल का निरीक्षण करते हुए एवं उसमें कार्य करने वाले गेटमैन से वार्तालाप की इसके साथ ही लगभग 3.5 किलोमीटर की टनल का निरीक्षण करते हुए उसके मेजरमेंट, लाइटिंग व्यवस्था, पुलिया का मेजरमेंट, ट्रैक का एलाइनमेंट का निरीक्षण एवं उसके लेआउट एवं टनल में ऑक्सीजन के लेवल एग्जास्ट मशीन का भी निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही ट्रैक पर बने SEJ, ग्लूडजॉइंट, टंग रेल एवं गोविंदगढ़ के साथ-साथ बाघवार स्टेशन के यार्ड का भी निरीक्षण किया गया।

आपको बता दें कि करीब 15 माह पहले रीवा से गोविंदगढ़ तक के बीच बिछाई गई रेलवे लाइन का सीआरएस निरीक्षण कर चुके हैं। तब कमीशनिंग के साथ ही ट्रेन चलने की चर्चा ने भी जोर पकड़ा था। बाद में सब ठंडे बस्ते में चला गया। इस मर्तबा गोविंदगढ़ से बघवार के बीच लगभग 13 किलोमीटर की नई रेललाइन बिछाने का काम पूरा किया गया है। इसका परीक्षण करने मंगलवार को सीआरएस पहुंचे। हालांकि रेललाइन में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण नहीं हुआ है। ऐसे में फिलहाल, इस मार्ग पर ट्रेन चलने की सम्भावना कम रहेगी। मंगलवार को हुए निरीक्षण के दौरान पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर मण्डल निरीक्षण के दौरान रेल सुरक्षा आयुक्त ने इस रेल खंड पर संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों, ओ.एच.ई.लाइन, सम्बद्ध उपकरण, तथा सिग्नलिंग आदि का विस्तार से निरीक्षण किया एवं उनकी कार्य क्षमता को परखा। इस दौरान सीआरएस के साथ पमरे मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एम.एस. हाश्मी एवं निर्माण विभाग, अन्य संरक्षा संबंधी विभागों के अधिकारी गण के साथ-साथ जबलपुर मंडल से अपर मंडल रेल प्रबंधक आनंद कुमार,  वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) जयप्रकाश सिंह, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक  प्रिंस विक्रम, सीनियर डीएसटीई (को) आलोक तिवारी, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अमित साहनी, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक-2 शशांक गुप्ता,  मंडल अभियंता (उत्तर) मंटू कुमार,  एवं अन्य शाखा अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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कड़ाई से की जाती है रेलवे ट्रैक की जांच
बता दें कि किसी भी रेलवे ट्रैक के बिछाए जाने के बाद सबसे पहले कड़ी जांच कमिश्नर रेल सेफ्टी द्वारा की जाती है। जांच के बाद कमीशनिंग जारी होती है। जिसके बाद ही उस रेलखण्ड में गाडिय़ों को संचालित किया जा सकता है। रीवा से गोविंदगढ़ के बीच 19.4 किलोमीटर की पटरी बिछाने के बाद गत 29 दिसम्बर 2023 को मुंबई से आए सीआरएस द्वारा कमीशनिंग की गई थी।