जिला अस्पताल में एमरजेंसी कक्ष के बाहर बैठी थी 12वीं की छात्रा, युवक ने चाकुओं से गोद डाला, हुई मौत
जिस अस्पताल में मरीजों की जान बचाई जाती है। वहीं घुसकर एक युवक ने छात्रा की जान ले ली। चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। हद तो यह है कि जिस एमरजेंसी कक्ष के बाहर वारदात हुई। उस कक्ष में मौजूद स्टाफ ने छात्रा को बचाने की जगह दरवाजा ही बंद कर लिया था। युवक छात्रा पर वार पर वार करता रहा। इसके बाद वहां से भाग खड़ा हुआ। शव काफी देर तक अस्पताल पर ही पड़ा रहा। पुलिस के पहुंचने के बाद शव को पीएम के लिए भेजा गया। युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

नरसिंहपुर जिला अस्पताल की घटना, प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा मामला
12वीं में पढ़ रही थी छात्रा, वोकेशनल ट्रेनिंग कर रही थी
नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिला अस्पताल में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां यह घटना दोपहर करीब 3 बजे की बताई जा रही है। एक छात्रा अस्पातल के एमरजेंसी कक्ष के बाहर बैठी थी। तभी युवक पहुंचा और चाकू से छात्रा पर वार पर वार करने लगा। चाूक के हमले से वह लहूलुहान हालत में जमीन पर गिर गई और उसकी मौत हो गई। छात्रों की पहचान संख्या चौधरी उम्र 18 वर्ष के रूप में हुई है। वह एमएलबी स्कूल की 12वीं की छात्रा है। वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए कुछ समय से वह अस्पताल पहुंच रही थी। वह सांकल रोड स्थित पटेल वार्ड की निवासी है। वहीं हमला करने वाले युवक की पहचान अभिषेक कोष्ठी उम्र 22 वर्ष के रूप में हुई है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर युवक को हिरासत में ले लिया है। घटना के बाद युवती के परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगाम किया। चकाजाम कर दिया। परिजनों की मांग थी कि वह हमला करने वाले युवक को दिखाएं। जब तक युवक को वह देख नहीं लेते, तब तक प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे।
चाहते तो बच जाती जान, सुरक्षा पर भी सवाल
जिला अस्पताल में एक युवक चाकू लेकर अंदर घुस गया। इससे यह तो साफ है तो सुरक्षा के अस्पताल में पुख्ता इंतजाम नहीं थे। वारदात एमरजेंसी कक्ष के बाहर हुई। इस दौरान चाहते तो एमरजेंसी डॉक्टर और स्टाफ छात्रा की जान बचा सकते थे। थोड़ा सा साहस इतनी बड़ी वारदात को रोक सकता था लेकिन डॉक्टर और स्टाफ ने दरवाजा ही बंद कर लिया। इसके अलावा अस्पताल में सुरक्षागार्ड भी इस वारदात को न हीं रोक पाए।