इंदौर डीएफओ ने सरकारी बंगले में कर लिया सुसाइड, रिटायरमेंट को सिर्फ 7 महीने बचे थे

इंदौर में पदस्थ डीएफओ महेन्द्र ङ्क्षसह सोलंकी ने सरकारी बंगले में सुसाइड कर लिया। बंगले में वह फांसी के फंदे से लटकते हुए मिले। वह 7 महीने बाद रिटायर होने वाले थे। इंदौर में पिछले दो सालों से पदस्थ थे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। अभी सुसाइड की वजहों का पता नहीं चल पाया है।

इंदौर डीएफओ ने सरकारी बंगले में कर लिया सुसाइड, रिटायरमेंट को सिर्फ 7 महीने बचे थे
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7 महीने बाद रिटायर होने वाले थे इंदौर डीएफओ
पत्नी गई थी खरगोन, घर में नीचे माता पिता थे और ऊपर लगा ली फांसी
इंदौर। अपने रिटायरमेंट के 7 माह पहले इंदौर में डीएफओ महेंद्र सिंह सोलंकी ने सुसाइड कर लिया, उनका शव शुक्रवार शाम सरकारी बंगले पर मिला है। प्रारंभिक रूप से पारिवारिक विवाद को सुसाइड का कारण माना जा रहा है। सूचना मिलते ही पलासिया थाना पुलिस उनके नवरतन बाग स्थित सरकारी बंगले पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस के अलावा वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। डीएफओ दोपहर 12 बजे से घर पर ही थे। उन्हांने एक बैठक में भी जाना था लेकिन तबीयत का हवाला देते हुए शामिल नहीं हुए थे। अपने असिस्टेंट से दवा भी मंगाई थी। सीसीएफ बघेल ने बताया कि, डीएफओ किसी भी बैठक में शामिल नहीं हुए थे। एडिशनल सीपी अमित सिंह के मुताबिक डीएफओ महेंद्र सिंह सोलंकी ने शुक्रवार शाम करीब 4.30 बजे घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अभी सुसाइड की वजह का पता नहीं चल पाया है।
दो साल से इंदौर में थे पदस्थ
डीएफओ सोलंकी खरगोन जिले के रहने वाले थे। वे पिछले दो साल से इंदौर में पदस्थ थे। सात महीने बाद वह रिटायर होने वाले थे। इंदौर में माता-पिता और पत्नी के साथ रहते थे। सोलंकी की  बेटी एमबीबीएस कर रही हंै। पत्नी शिक्षा विभाग में कार्यरत थीं। कुछ महीने पहले ही वह रिटायर हुई हंै। वह गुरुवार को ही खरगोन गईं थी।
शक होने के बाद नौकर ने तोड़ा दरवाजा
डीएफओ करीब 12.30 बजे अपने घर के ऊपर के कमरे में आराम करने गए थे। इसके बाद से नीचे नहीं आए, उनके बुजुर्ग माता-पिता घर पर ही मौजूद थे। पिता के कहने पर नौकर कमरे के बाहर से डीएफओ को आवाज लगाई। कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला तो वह वापस नीचे आ गया। काफी देर बाद जब उसे शक हुआ तो दरवाजा तोड़ा। अंदर देखा तो डीएफओ का शव फंदे पर लटका हुआ था।