श्याम शाह मेडिकल कॉलेज को लगा बड़ा झटका, एक साथ तीन डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा, जानिए क्या थी वजह
डिप्टी सीएम रीवा को मेडिकल हब बनाने में जुटे हैं लेकिन उन्हीं के जिला के डॉक्टर खुश नहीं है। लगातार नौकरी छोड़ रहे हैं। नए डीन के आने से उम्मीद थी कि व्यवस्थाएं बदलेगी लेकिन हालात और खराब होने लगे हैं। तीन डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। इसमें सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के दो और जीएमएच की एक महिला चिकित्सक है।

सुपर स्पेशलिटी के यूरोलॉजी विभाग से दो डॉक्टरों ने छोड़ी नौकरी
जीएमएच की एक गायनेकोलॉजिस्ट ने भी दिया इस्तीफा
रीवा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में वैसे भी डॉक्टरों के खाली पद नहीं भर पा रहे। उस पर जो यहां काम कर रहे हैं। वह भी बारी बारी से नौकरी छोड़कर जा रहे हैं। इसके पहले भी आधा दर्जन से अधिक चिकित्सक नौकरी छोड़ चुके हैं। अब फिर से दो डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। डॉक्टरों के इस्तीफा देने से हड़कंप मचा हुआ है। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की तरफ डिप्टी सीएम का ही ध्यान रहता है लेकिन कॉलेज प्रबंधन यानि डीन यहां की जिम्मेदारियों का निर्वहन बराबर नहीं कर रहे। यही वजह है कि एक एक कर चिकित्सक यहां से छोड़कर जा रहे हैं। जीएमएच की महिला चिकित्सक को मिला ले तो कुल तीन चिकित्सकों ने नौकरी छोडऩे का निर्णय ले लिया है। अभी सिलसिला यहीं पर नहीं थमने वाला है। कुछ और चिकित्सकों के नौकरी छोड़कर जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
इन चिकित्सकों ने छोड़ दी नौकरी
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग से दो चिकित्सकों ने नौकरी छोडऩे का निर्णय लिया है। डीन को अपना इस्तीफा भी दे दिया है। एक महीने का अल्टीमेटम दिया गया है। नौकरी छोडऩे वालों में यूरोलॉजिस्ट डॉ विवेक शर्मा और डॉ विजय शुक्ला शामिल हैं। डॉ विवेक शर्मा पारिवारिक कारणों से नौकरी छोड़ कर जा रहे हैं लेकिन डॉ विजय शुक्ला के नौकरी छोडऩे की वजहों का पता नहीं चल पाया है। वहीं जीएमएच के गायनी विभाग से स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ कल्पना यादव ने भी नौकरी छोडऩे का निर्णय ले लिया है। इनका विभाग में अन्य चिकित्सकों के साथ तालमेल भी नहीं बैठ पा रहा था। इसके अलावा अब यह अपना पूरा समय निजी अस्पताल में देना चाहती है। इसी वजह से नौकरी छोडऩे का निर्णय लेना बताया जा रहा है।
इसके पहले भी कई चिकित्सक छोड़ चुके हैं नौकरी
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का प्रबंधन चलर यहां है। यहां कोई भी सुविधाएं विभाग और चिकित्सकों को नहीं मिल पाती। डीन भी इस तरफ ध्यान नहीं देते। यही वजह है कि एक एक कर डॉक्टर नौकरी छोड़कर जा रहे हैं। इसके पहले भी कई चिकित्सक नौकरी छोड़कर जा चुके हैं। कुछ समय पहले नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ रोहन द्विवेदी और सीटीवीएस सर्जन डॉ राकेश सोनी ने भी इस्तीफा दे दिया था। हालांकि डिप्टी सीएम के मनाने पर वापस लौट आए थे। कॉलेज प्रबंधन ने इस मामले में कोई प्रयास नहीं किया था।
सिर्फ एक चिकित्सक आए
यूरोलॉजी विभाग से दो चिकित्सकों ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। वहीं उनकी कमी की भरपाई करने के लिए सिर्फ एक चिकित्सक की ही ज्वाइनिंग हुई है। डॉ अभिनव द्विवेदी हाल ही मेँ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ज्वाइन किए हैं।