बुरी फंसी बीईओ आकांक्षा सोनी, पॉवर मिलते ही शुरू कर दिया मिस यूज, बिना भ्रमण के ही करती गई यह गलत काम, जांच बैठी
स्कूल शिक्षा विभाग फिर सुर्खियों में है। इस बार ब्लाक शिक्षा अधिकारी आकांक्षा सोनी की मुश्किलें बढऩे वाली है। जब तक ट्रेनी थी तब तक ठीक थी। जैसे ही कलेक्टर ने डीडीओ दिया कि अय्याशी शुरू हो गई। मैडम ने पद का ऐसा दुरुपयोग किया अब जांच बैठ गई है। स्कूलों के निरीक्षण में गोलमाल कर गईं। वहीं जलवा खींचने के लिए कार्यालय को शिक्षकों के अटैचमेंट से भर दिया। शिकायत के बाद डीईओ ने जांच बैठा दी है।

जिला शिक्षा अधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की
तीन दिन में जांच कर प्रतिवेदन मांगा गया, कलेक्टर से की गई थी शिकायत
रीवा। कलेक्टर ने जिसे भी बेहतर समझ कर जिम्मेदारी से नवाजा वहीं विवादों में घिर जाता है। अब स्कूल शिक्षा विभाग में बीईओ के पद पर पदस्था आकांक्षा सोनी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इन्हें कलेक्टर ने डीडीओ दिया था। पॉवर मिलने के बाद इन्होंने अपने कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया। डायरेक्ट सहायक संचालक के पद पर नियुक्त होने के कारण यह अपने घमंड से ही बाहर नहीं निकल पा रही थी। शिक्षकों से बदतमीजी तक करने से नहीं चूकती थी। इनका वीडियो भी वायरल हो चुका है। अब इसकी कीमत आकांक्षा सोनी को चुकानी पड़ेगी। पॉवर में आने के बाद अब उनकी करतूतें भी उजागर होने लगी है। इसके आसपास ऐसे लोगों की फौज जमा है जो काम नहीं करती। सिर्फ बीईओ को गलत डायरेक्शन देने का काम करती है। इसी गलत सलाह ने इनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इन पर वित्तीय अनियमितता सहित पद का दुरुपयोग करने जैसे आरोप लगे हैं। कलेक्टर के पास इसकी शिकायत की गई थी। शिकायत मिलने पर डीईओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया है।
मैडम ने फौज जमा कर रखी है, पढ़ाते नहीं थे हां जी हां जी करते है
शिकायत में बीईओ आकांक्षा सोनी पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है। कार्यालय में नियम विरुद्ध एक दर्जन से अधिक शिक्षकों, कर्मचारियों को गैर शिक्षकीय कार्यों में अटैच किए जाने की शिकायत की गई है। शरद पई सहायक शिक्षक, रामकिंग त्रिपाठी अध्यापक, शिप्रा सर्राफ अध्यापक, मयंक पाण्डेय सहायक अध्यापक, महेद्र श्रीवास्तव सहायक शिक्षक, राजेश दुबे प्राथमिक शिक्षक, निति सिंह आपरेटर कार्यालय में अटैच हैं। इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन के नाम पर सतीश पाण्डेय शिक्षक एवं शिवेन्द्र पाण्डेय को भी कार्यालय में ही अटैच किया गया है।
स्कूल भ्रमण में अनियमितता का आरोप
शिकायत में आकाक्षा सोनी बीईओ पर धन का दुरुपयोग किए जाने का भी आरोप लगाया गया है। लॉग बुक की छायाप्रति भी दी गई है। इसमें बीईओ एक दिन में सुबह से शाम तक एक ही स्कूल का निरीक्षण दर्शाई हुई हैं। इसके लिए 1 हजार रुपए का भुगतान भी की है। विद्यालय के भ्रमण के नाम पर 63 हजार रुपए का भुगतान की हैं। 5 किमी दूर रीवा शहर की स्कूलों को भी 35 किमी दर्शाया गया है। आरोप है कि जिन विद्यालय का लाग बुक में भ्रमण दिखाया गया है। वहां बीईओ कभी गई ही नहीं। इसके अलावा जिस ट्रैवल एजेंसी माह रेणुका की गाड़ी से भ्रमण किया गया है। उसका अनुबंध भी नहीं हुआ है।
शिक्षकों से करती हैं अभद्रता, पहले भी हुई शिकायत
शिकायत में बीईओ पर शिक्षकों को प्रताडि़त करन का भी आरोप लगाया गया है। शिकायत में कहा गया है कि जब से आकांक्षा सोनी को डीडीओ मिला है। तब से शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है। समय पर वेतन का भुगतान नहीं किया जाता। सातवें वेतन का एयिर भुगतान रोका गया है। पेशंन प्रकरणों का निराकरण नहीं किया जा रहा है। जीपीएफ में भी लापरवाही का आरोप लगाया गया है।
तीन सदस्य करेंगे मामले की जांच
बीईओ के खिलाफ की गई शिकायत की जांच के निर्देश डीईओ ने दिए हैं। तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है। इसमें श्रीमती प्रतिभा साराभाई बीईओ रायपुर कर्चुलियान, जेपी जायसवाल शा उत्कृष्ट विद्यालय मार्तण्ड क्रमांक 1और सीपी साकेत शासकीय पीएम श्री उमावि गोड़हर को शामिल किया गया है।