मप्र में होने वाली हैं बम्पर भर्तियां, मंत्रि परिषद की बैठक में मिली हरी झंडी, अकेले बिजली विभाग में 50 हजार भर्तियां होंगी और जाने किस विभाग में पद हुए स्वीकृत
मप्र सरकार जल्द ही विद्युत विभाग में बम्पर भर्तियां करने जा रह हैं। ऊर्जा मंत्री ने पहले ही सीएम से भर्तियो की स्वीकृति पर चर्चा कर ली थी। मंत्रि परिषद की बैठक में भर्ती को पदों को स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है। विद्युत विभाग में सालो से खाली पड़े पदों को भरा जाएगा। कुल 49 हजार 263 नए पदों पर भर्ती की जाएगी। इतना ही नहीं यह सारी भर्तियां नियमित पदों के लिए की जाएंगी। इतना ही नहीं अब जरूरत के हिसाब से ऊर्जा विभाग कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर सकेगा। इसका भी पॉवर ऊर्जा विभाग को दे दिया गया है। इसके अलावा 66 नए आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थापना और 134 पदों के स्वीकृति को भी हरी झंडी दे दी गई है।

विद्युत वितरण कंपनियों में 49 हजार 263 नवीन नियमित पदों की स्वीकृति
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि.परिषद की बैठक बुधवार को मंत्रालय में आयोजित हुई। मंत्रि.परिषद की बैठक में तीनों विद्युत वितरण कंपनियों की संगठनात्मक सरंचना में सृजित किये जाने वाले 49 हजार 263 नवीन पद सहित कुल 77 हजार 298 पदों के संगठनात्मक संरचना की सृजन की स्वीकृति दी गई। नियमित पदों के सृजन के फलस्वरूप पूर्व स्वीकृत पदों में से 17 हजार 620 अनुपयोगी पद समाप्त किए गए हैं व डाइंग कैडर में 5650 पदों पर कार्यरत कार्मिकों के सेवानिवृत्ति और त्यागपत्र आदि के बाद ये पद भी समाप्त किए जायेंगे। कंपनियों द्वारा सीधी भर्ती के लिए पदों की गणना करते समय इन पदों को संज्ञान में रखा जाएगा। विद्युत वितरण कंपनियों में संविदा आधार पर कार्यरत कार्मिक, निर्धारित आयु सीमा के पूर्ण होने अथवा नियमित सीधी भर्ती के पद पर चयनित होने तक कार्य कर सकेंगे। कंपनियों द्वारा नियमित पदों पर सीधी भर्ती के रिक्त पदों की गणना करते समय समकक्ष पद पर तत्समय कार्यरत संविदा कार्मिक की संख्या को घटाकर शेष रिक्त पदों पर सीधी भर्ती की जा सकेगी। वितरण कंपनियों को संगठनात्मक संरचना के अनुरूप कार्मिकों की समय-समय पर भर्ती के लिए ऊर्जा विभाग को अधिकृत किया गया है।
कैम्पा मद के 1038 करोड़ से सवरेगा वन और गांव
मंत्रि.परिषद ने प्रतिकरात्मक वन रोपण निधि (कैम्पा निधि) के लिए वर्ष 2025-26 की वार्षिक कार्य आयोजना में अनुमोदित कार्यों के क्रियान्वयन के लिए 1478 करोड़ 38 लाख में से 1038 करोड़ रूपये के उपयोग की स्वीकृति दी गयी। इस राशि का 80 प्रतिशत वन एवं वन्यप्राणी प्रबंधन एवं 20 प्रतिशत वन और वन्यजीव संबंधी अधोसंरचना के सुदृढीकरण पर व्यय किया जाता है। स्वीकृति अनुसार मध्यप्रदेश में विगत वर्षों के कार्यों के रख.रखाव, क्षतिपूर्ति वृक्षारोपण, लैण्डस्केप के आधार पर बिगड़े वनों का सुधारए नदियों के पुनर्जीवन के लिए उनके जलग्रहण क्षेत्र के वनीकरणए मृदा एव जल संरक्षण के कार्य, ग्रामीणों की आजीविका के लिए ग्रामों की सीमा से लगे वनक्षेत्रों में बांस प्रजाति सहित वृक्षारोपण, वन्यप्राणी संरक्षित क्षेत्रों के गांवों से स्वैच्छिक विस्थापनए बफर क्षेत्र सहित संरक्षित क्षेत्रों में रहवास का विकासए नगर वनों की स्थापनाए वन एवं वन्यप्राणी संबंधी अधोसंरचना सुदृढीकरण और ग्रामीणों की क्षमता विकास से संबंधित कार्य किये जायेंगे।
66 नवीन आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थापना और 134 पदों के सृजन की स्वीकृति
मंत्रि.परिषद ने सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 योजना में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत 66 नवीन आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थापना, संचालन तथा भवन निर्माण की स्वीकृति दी गयी। स्वीकृति अनुसार 66 आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 66 पद (मानसेवी) आंगनबाड़ी सहायिका के 66 पद (मानसेवी) तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों के पर्यवेक्षण के लिए पर्यवेक्षक के 02 पद नियमित शासकीय सेवक पद वेतनमान 25,300-80,500 के सृजन की स्वीकृति दी गयी। वर्ष 2025-26 से 2028-29 तक योजना पर राशि का व्यय भारत सरकार द्वारा प्राप्त स्वीकृति के अनुसार किया जायेगा। उल्लेखित अवधि में योजना पर 15 करोड़ 21 लाख रूपये का व्यय अनुमानित है, जिसमें केन्द्रांश राशि 9 करोड़ 55 लाख रूपये एवं राज्यांश राशि 5 करोड़ 66 लाख रूपये है।
किसानों को राहत, सिंचाई की राशि में ब्याज नहीं लगेगा
मंत्रि.परिषद द्वारा प्रदेश के समस्त कृषकों की सिंचाई जलकर की राशि में से ब्याज राशि माफ किए जाने का निर्णय लिया है। निर्णय अनुसार यदि कृषक 31 मार्च 2025 तक की कुल बकाया राशि (सिंचाई जलकर) की मूल राशि 31 मार्च 2026 तक एक साथ जमा करते है तो ब्याज की राशि माफ कर दी जायेगी। इस तरह लगभग 84 करोड़ 17 लाख रूपये की ब्याज राशि शासन द्वारा माफ कर दी जायेगी। 31 मार्च 2025 की स्थिति में कृषकों पर सिंचाई जलकर की अवशेष राशि 647 करोड़ 67 लाख रूपए बकाया है। जिसमे मूल राशि 563 करोड़ 29 लाख रूपए एवं ब्याज राशि 84 करोड़ 17 लाख रूपए है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022.23 में 45 करोड़ 58 लाख रूपएए वर्ष 2023.34 में 36 करोड़ 98 लाख रूपए और वर्ष 2024.25 में 35 करोड़ 43 लाख रुपए का सिंचाई राजस्व मिला है।
नए संभाग और नए जिलों के लिए पद निर्माण की स्वीकृति दी गई
मंत्रि.परिषद द्वारा संचालनालय, स्थानीय निधि संपरीक्षा के अन्तर्गत 3 नवीन राजस्व संभागों नर्मदापुरम, चम्बल एवं शहडोल में क्षेत्रीय कार्यालय स्थानीय निधि संपरीक्षा खोलने एवं चार नवगठित जिलों निवाडी, मैहर, मऊगंज एवं पाढुर्णा के लिये सम्मिलित रूप से कुल 07 सहायक संचालक के पद के निर्माण की स्वीकृति दी है। यह निर्णय पंचायतराज संस्थाओं के लेखों की संपरीक्षा को नियत समय सीमा में पूर्ण करने और उत्तरोत्तर कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।