स्कूल शिक्षा विभाग: अनुकंपा नियुक्ति की फाइलें तिजोरी में बंद कर प्रभारी फरार, टूटेगा ताला, कमेटी बनाई गई

अनुकंपा नियुक्ति फर्जीवाड़ा में फंसे अन्वेषक रमाप्रसन्नधर द्विवेदी एफआईआर दर्ज होने के बाद से लापता हैं। अनुकंपा की फाइलें तिजोरी में बंद कर गए। ताला चाबी भी नहीं दिए। प्रभारी भी हैंडओव्हर नहीं किए। अब जांच समिति को फाइलें उपलब्ध कराने के लिए अनुकंपा प्रभारी की तिजोरी तोडऩी पड़ेगी। डीईओ ने इसके लिए कमेटी बनाई है। कमेटी के सामने सभी अलमारियों का ताला तोड़कर रिकार्ड जब्त किए जाएंगे। इस पूरी कार्रवाई की रिकार्डिंग भी कराई जाएगी।

स्कूल शिक्षा विभाग: अनुकंपा नियुक्ति की फाइलें तिजोरी में बंद कर प्रभारी फरार, टूटेगा ताला, कमेटी बनाई गई
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6 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है, सहयोग के लिए 5 लोक सेवक भी रहेंगे

कमिश्नर की जांच कमेटी को चाहिए रिकार्ड इसलिए आलमारी तोडऩे के डीईओ के किए आदेश

रीवा। स्कूल शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति फर्जीवाड़ा किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ही इस फर्जीवाड़ा की पटकथा लिखी गई। बृजेश कोल की फाइल से खुलासा हुआ। इसके बाद जब एक साल की फाइलें खंगाली गई तो 5 और अनुकंपा फर्जीवाड़ा के रिकार्ड निकल आए। अनुकंपा शाखा के प्रभारी की भूमिका इसमें संदिग्ध रही। जांच में भी संलिप्तता सामने आई। कर्मचारियो ने भी बयान में कहा कि अनुकंपा शाखा प्रभारी रमाप्रसन्नधर द्विवेदी अनुकंपा की फाइलें हाथों हाथ ही लेकर चलते थे। इसके बाद तत्कालीन डीईओ ने सिविल  लाइन थाना में 7 के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराये। कमिश्नर के पास कलेक्टर ने डीईओ और लिंक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का भी प्रस्ताव भेज दिया। कमिश्नर ने इन दोनों को निलंबित तो किया ही साथ ही तत्कालीन डीईओ सुदामा लाल गुप्ता के पहले के तीन साल के रिकार्ड खंगालने तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी। एसडीएम हुजूर के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया। अब यही कमेटी अनुकंपा की फाइलें खंगाल रही है। कमेटी को अनुकंपा से जुड़ी नस्तियां चाहिए। अनुकंपा प्रभारी बिना प्रभार दिए ही फरार हो गए। लौट कर आए ही नहीं। ऐसे में सभी रिकार्ड अलमारियों में पैक है। इन्हें निकालने के लिए अब आलमारियों का ताला तोड़ा जाएगा। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी विनय मिश्रा ने कमेटी बना दी है। 6 लोगों की कमेटी बनाई गई है। वहीं सहयोग के लिए 5 और लोक सेवकों को भी तैनात किया गया है। 

तीन सालों के रिकार्ड खंगाले जाएंगे

अनुकंपा नियुक्ति फर्जीवाड़ा का खेल कब से हो रहा है। यह किसी को नहीं पता। एक साल में ही जब 6 प्रकरण सामने आ गए तो इसके पहले कितने लोगों को नियुक्ति दी गई होगी। इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। यही वजह है कि कमिश्नर ने तीन सालों के रिकार्ड खंगालने के आदेश दे दिए हैं। कमिश्नर की जांच कमेटी को 14 मार्च 2022 से 31 मार्च 2025 तक के अनुकंपा से जुड़े रिकार्ड चाहिए। सभी रिकार्ड अनुकंपा प्रभारी की तिजोरी में कैद है। तिजोरी टूटेगी तभी रिकार्ड बाहर आ पाएंगे। इन रिकार्ड के बाहर आते ही हो सकता है कि कई और भी इस फर्जीवाड़ा के लपेटे में आ जाएं। 

ताला तोडऩे वाली कमेटी में यह हैं शामिल

अनुकंपा नियुक्ति कक्ष की सभी आलमारियो का ताला तोडऩे एवं नस्तियों का अभिलेख संधारण करने के लिए 6 अधिकारियेां की कमेटी बनाई गई है। इसमें सहायक संचालक राजेश मिश्रा, आरके जैन प्राचार्य शाउमावि बदरांव, देवराज सिंह प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल हर्दी शंकर, अखिलेश तिवारी सहायक ग्रेड 3, अनुकंपा नियुक्ति कक्ष प्रभारी, राममणि मिश्रा शिक्षक शासकीय बालक मावि अनंतपुर संकुल शाउमावि  मार्तण्ड क्रमांक 2 रीवा, मनोज कुमार पटेल, शाउमावि गुढ़ शामिल किए गए हैं। इसके अलावा सहयोगी के रूप मे अशोक शर्मा मुख्य लिपिक, सुभाषचन्द्र शुक्ला सहायक ग्रेड 3, रामराज शुक्ला, शैलेन्द्र पाण्डेय, शिव नाथ पटेल को शामिल किया गया है।