सिर्फ रिकार्ड में प्राइवेट दुकानदारों ने भर रखी थी खाद लेकिन मौके पर सब बेच डाली, दो दुकानें सीज की गईं
सरकारी गोदाम खाद से खाली हुए तो कलेक्टर ने प्राइवेट दुकानों के स्टॉक पर नजर गड़ा दी। सभी अधिकारियों को प्राइवेट दुकानों में खड़े होकर यूरिया विक्रय कराने के फरमान दे दिए। अधिकारियों ने दुकान दुकान पहुंच कर यूरिया, डीएपी की बिक्री कराई। इसी दौरान कई दुकानों में गड़बड़ी पाई गई। रीवा में दो दुकानें सीज की गई हैं।

स्टॉक पीओएस मशीन में दिख रहा लेकिन मौके पर सब गायब था
दुकानदार ने ब्लैक में बेच दी खाद और शासन को करते रहे गुमराह
रीवा। बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियेा ने सभी प्राइवेट खाद बीज की दुकानों में दबिश दी। किसानों को मौके पर खड़े होकर खाद उपलब्ध कराई। पूरे रीवा जिला में यूरिया का स्टॉक खाली हो गया है। एक रैक आई थी। वह एक ही दिन में खत्म हो गई। कई किसानों को खाद ही नहीं मिली। किसान परेशान हैं। बोनी के बाद अब खेतों में डालने के लिए खाद ही नहीं मिल रहा है। ऐसे में प्राइवेट दुकानदारों के स्टॉक पर प्रशासन की नजर गड़ी। कलेक्टर ने प्राइवेट दुकानों में रखी यूरिया को तीन दिन में वितरण के आदेश दे दिया। सभी अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी। इसके बाद क्या था, सुबह दुकान खुलने के साथ ही अधिकारी दुकानों पर पहुंच गए। उनकी मौजूदगी में ही किसानों को यूरिया सस्ती दर पर बिकवाई गई। इससे किसानों के चेहरे पर खुशी बिखर गई। वहीं कालाबाजारी के लिए स्टॉक रखने वाले दुकानदारों को जोर का झटका लगा है।
इन दुकानों को किया गया सीज
रतहरा शिवानी खाद बीज भंडार पर वितरण कराने नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला पहुंचे। यहां पर पीओएस मशीन में यूरिया 15.255 एमटी दर्ज था लेकिन स्टॉक में कुछ नहीं मिला। डीएपी का स्टॉक 3.8 एमटी दिख रहा था। भौतिक सत्यापन कराने पर मौके पर कुछ नहीं मिलने पर नायब तहसीलदार ने दुकान सीज कर दी। दुकानदार का कहना है कि उसने स्टॉक बेच दिया लेकिन पीओएस मशीन में फीड नहीं कर पाया।
इसी तरह चुंआ में भी संचालित त्रिपाठी खाद बीज भंडार में गड़बड़ी पाई गई। यूरिया 15 एमटी स्टॉक में दिख रहा थाा, डीएपी का स्टॉक 3.8 एमटी दिख रही थी लेकिन मौके पर कुछ भी नहीं मिला। यहां दुकानदार पीओएस मशीन में फीड नहीं होने की जानकारी दे रहा था। नायब तहसीलदार ने दोनों ही दुकानें सीज कर दी।