चीतों का निवाला बनेंगे मुकुंदपुर चिडिय़ाघर के सांभर और चीतल, 39 भेजे जा रहे कूनो राष्ट्रीय उद्यान
मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर के 39 चीतल और सांभर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में रखे गए चीतों का निवाला बनेंगे। शिकार के लिए चीतें गांव की तरफ रुख कर रहे हैं। उन्हें शाकाहारी वन्यजीव नहीं मिल रहे हैं। चीतों के शिकार के लिए अब मुकुंदपुर से सांभर और चीतें कूनो भेजे जा रहे हैं। 20 सांभर की पहली खेप आज रवाना होगी.

31 चीतल और 8 सांभर चिडिय़ाघर से भेजे जाएंगे कूनो राष्ट्रीय उद्यान
पहली खेप में सिर्फ 20 चीतल जाएंगे, इसके बाद 11 चीतल और 8 सांभर भेजे जाएंगे
रीवा। आपको बता दें कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दक्षिण अफ्रीका से चीते लाकर छोड़े गए हैं। देश में चीतें विलुप्त हो गए थे। फिर उनकी वापसी कराई गई है। चीतों के लिए कूनो को ही राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया है। यहां चीतों की संख्या बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि कूनो राष्ट्रीय उद्यान को पूरी तरह से सुरक्षित करने की कोशिश की गई है फिर यहां से चीतें गांव की तरफ रुख कर जाते हैं। गांव में पहुंच कर पशुओं का शिकार करते हैं। इससे इन जान पर भी खतरा मंडराने लगा है। इन्हें गांव के बाहर शिकार करने से रोकने के लिए ही अब चिडिय़ाघरों से शाकाहारी वन्यजीवों को कूनो में छोडऩे की योजना बनाई गई है। इसमें मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर मुकुंदपुर भी भागीदारी निभाएगा। यहां से 31 चीतल और 8 सांभर कूनो राष्ट्रीय उद्यान भेजे जाएंगे। 20 चीतल को लेकर टीम पहली खेप लेकर आज रवाना होगी।
ले जाने के लिए गाड़ी पहुंच गई है
मिली जानकारी के अनुसार मार्तण्ड सिंह जूूदेव चिडिय़ाघर में सांभर और चीतल की संख्या काफी बढ़ गई है। आन रिकार्ड चिडिय़ाघर में 49 चीतल हैं और सांभर की संख्या भी ज्यादा है। अब चिडिय़ाघर मुकुंदपुर से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में कुल 31 सांभर और 8 चीतल को भेजा जाएगा। पहली खेप बुधवार को चिडिय़ाघर से रवाना होने जा रही है। चिडिय़ाघर में वाहन पहुंच गया है। बाड़े में गाड़ी लग गई है। अब दिन में चीतल को पकडऩे के बाद वाहन में लोड किया जाएगा। पहली खेप में 20 चीतल भेजे जाएंगे। इसके बाद दोबारा 11 चीतल और 8 सांभर को कूनो राष्ट्रीय उद्यान भेजे जाने की तैयारी है।