कबाड़ी मोहल्ला में सुबह पुलिस ने फैलाया तामझाम, सिर्फ ध्यान खींचा पाये पाए कुछ नहीं

मंगलवार की सुबह रीवा भर के थानों की पुलिस ने कबाड़ी मोहल्ला में दबिश दी। डाग स्क्वाड लेकर पहुंचे थे। तामझाम तो खूब फैलाया लेकिन कार्रवाई जैसी होनी थी वैसी दिखी नहीं। सिर्फ फोटो और वीडियो सेशन हुए। अब ऐसे में कार्रवाई कहां कारगर हो सकती है। तामझाम फैलाने के बाद पुलिस बल वापस लौट आया।

कबाड़ी मोहल्ला में सुबह पुलिस ने फैलाया तामझाम, सिर्फ ध्यान खींचा पाये पाए कुछ नहीं

रीवा का सबसे बड़ा नशे का गढ़ है कबाड़ी मोहल्ला

पुलिस के रेड के पहले ही पहुंच जाती है यहां सूचना

रीवा। नशे के खिलाफ पुलिस ने 15 दिन अभियान चलाया लेकिन लोग नशे से दूर नहीं हुए। अभियान खत्म होने के बाद ही सिटी कोतवाली पुलिस ने स्कूटी में बोरियां भर कर नशीली सिरप पकड़ी। जगह जगह नशीली सिरप बिक रही है। कबाड़ी मोहल्ला रीवा का सबसे बड़ा अड्डा हैं। ऐसा नहीं है कि यहां के लोगों को पुलिस का संरक्षण नहीं मिला है। यहां की अवैध कमाई से ही कई पुलिसकर्मियों के घर चल रहे हैं। यही वजह है कि मंगलवार को पुलिस की दबिश के पहले ही तस्करों तक सूचना पहुंच गई। सभी अलर्ट हो गए। सुबह पुलिस ने तामझाम फैलाया। कई थानों की पुलिस बुलाई गई। शहर के दो सीएसपी की अगुवाई में आईजी गौरव राजपूत का नाम लेकर कार्रवाई का ड्रामा शुरू किया गया। साथ में टीम ने एक खोजी कुत्ता भी रख लिया था। उसी के सहारे झूमते झामते पुलिसकर्मियों ने कबाड़ी मोहल्ला में दबिश दी। जो वीडियो जारी हुआ है। उसमें पुलिसकर्मियों के हावभाव दबिश जैसा नहीं लग रहा है। ऐसा लग रहा जैसे वह कोरम पूर्ति के लिए ही गए हो। इस कार्रवाई को पुलिस विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों ने इतना हाइप दिया कि सुबह से ही हड़कंच मच रहा है। सूत्रों की मानें तो जांच में बड़ा माल कुछ भी बरामद नहीं हुआ है। दबिश को सफलता का रूप देने की कोशिश में पुलिस जुटी हुई है। कुछ लोगों को पकड़कर थाना लाने की बात कही जा रही है। 

कब तक बेवफूफ बनाएगी जनता को पुलिस

नशे के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पुलिस रीवा की जनता को कब तक बेवकूफ बनाएगी यह समझ से परे हैं। इस अवैध कारोबार में पुलिस की भी संलिप्ता है। इनके संरक्षण में ही सारा अवैध कारोबार हो रहा है। इसकी जानकारी भी सभी को है। फिर भी इस तरह की कार्रवाई कर लोगों के अंदर उम्मीद जगाने का काम करते हंै। इसके बाद फिर से उसी स्थिति में पहुंच जाते हैं। रीवा में कोई भी अधिकारी आए, इस नशे के कारोबारी जाल को तोड़ नहीं पाता।