मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और अधिकारियों ने छुपाई कमाई, 7 करोड़ का इंकम टैक्स का पहुंचा नोटिस

रीवा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों और अधिकारियेां, कर्मचारियों को तगड़ा झटका लगा है। प्रबंधन को इंकम टैक्स विभाग से 7 करोड़ का नोटिस मिला है। नोटिस मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। डॉक्टरों और अधिकारियों ने सरकार को आय की सही जानकारी नहीं दी। इंकम छुपाकर रखी। अब वहीं चोरी भारी पकडऩे वाली है। टैक्स का काम देखने वाली कंपनी ने सभी कर्मचारियों, अधिकारियों और चिकित्सकों से आयकर रिटर्न सहित अन्य दस्तावेज मांगे हैं।

मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और अधिकारियों ने छुपाई कमाई, 7 करोड़ का इंकम टैक्स का पहुंचा नोटिस
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तीन दस्तावेज जमा करने के निर्देश दिए गए हैं, यदि जानकारी सहीं नहीं मिली तो लगेगी भारी भरकम पेनाल्टी

रीवा। ज्ञात हो कि संजय गांधी अस्पताल में इंकम टैक्स की जानकारी भरने के लिए प्राइवेट कंपनी को हायर किया गया है। इस कंपनी को नाम मेसर्स डागा अरुण एवं कंपनी हैं। यही सभी कर्मचारी, डॉक्टरों और स्टाफ  नर्सों के अलावा अधिकारियों के भी आयकर की जानकारी सबमिट करती है। ऐसा पहली बार हुआ है कि इंकम टैक्स की जानकारी सरकार को देने में गड़बड़ी की गई। अब इसकी सजा कर्मचारियों को मिलने वाली है। अधिकारियों, कर्मचारियों और डॉक्टरों का इंकम टैक्स फाइल किया गया था। वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं निर्धारण वर्ष 2024-25 के इंकम टैक्स रिटर्न फार्म, कम्प्यूटेशन एवं 26 एएस में भिन्नता पाई गई है। यह वित्तीय वर्ष 2023-24 में अतिरिक्त आय के संबंध में हैं। यह पहली बार है कि इतनी बड़ी चूक हुई है कि मेडिकल कॉलेज को 7 करोड़ का नोटिस मिल गया। यह 7 करोड़ का हिसाब यदि कर्मचारी, अधिकारी नहीं दे पाए तो सभी को पेनाल्टी के साथ इसकी भरपाई करनी होगी। 

आयकर की जानकारी देने में अतिरिक्त आय को छुपाकर रखना पड़ेगा भारी

मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों, कर्मचारियों ने आयकर विभाग को जो जानकारी दी। उसमें अतिरिक्त आय को छुपाया गया। इतना ही नहीं आयकर रिटर्न से टैक्स के रूप में जमा की गई राशि में से भी कुछ फायदा उठा लिया गया। अब यही कारस्तानी कईयों पर भारी पडऩे वाली है। डॉक्टर और स्टाफ ने लाखों, हजारों रुपए की अतिरिक्त आय की। इसकी जानकारी आयकर विभाग से छुपा कर रखी। यह छुपी हुई आय भी अब सामने आ गई है। यही वजह है कि करीब 7 करोड़ रुपए की रिकवरी भी निकल रही है। इसी को लेकर नोटिस जारी किया गया गया है।

सभी विभागाध्यक्षों को जारी किया गया है नोटिस

7 करोड़ का नोटिस मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया है। डीन डॉ सुनील अग्रवाल ने अधीक्षक संजय गांधी अस्पताल, अधीक्षक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सभी विभागाध्यक्ष, प्रभारी अधिकारी आकस्मिक चिकित्सा विभाग, प्रमख परिचारिका जीएमएच, एसजीएमएच, प्रभारी अधिकारी केन्द्रीय पुस्तकालय, प्राचार्य नर्सिंग कॉलेज, वर्कशॉप, फोटोग्राफी को पत्र जारी कर सभी से रिकार्ड जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। नोटिस जारी किए जाने के बाद अब कर्मचारी भी पेनाल्टी के नाम से डरे हुए हैं। 

तीन रिकार्ड मांगे गए हैं

मेडिकल कॉलेज, संजय गांधी अस्पताल, जीएमएच और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कर्मचारियों, अधिकारियों से तीन दस्तावेज मांगे गए हैं। सभी को इनकम टैक्स रिटर्न, कम्प्यूटेशन और 26एएस के रिकार्ड तीन दिन में कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा गया है।