कलेक्टर के कार्यविभाजन में खामियांं: आरआई, प्रशिक्षु अधिकारी सम्हालेंगे कोर्ट और जो लॉयक थे सड़कों पर दौड़ेंगे

रीवा में कुछ भी संभव है। यहां जूनियर को ही तवज्जो दी जाती है। कुछ दिन पहले कलेक्टर ने ही 1200 शिक्षकों से भी जूनियर डीपीसी को डीईओ बना दिया था। बीईओ रीवा को भी डीडीओ देने के बाद से विवाद बढ़ गया है। शिक्षकों के वेतन नहीं मिल रहे हैं। अब नया मामला राजस्व अधिकारियों के बीच कार्यविभाजन का सामने आया है। इसमें भी ऐसी ही गलती की गई है। ट्रेनी अधिकारी और आरआई से नायब तहसीलदार बने अधिकारियों को बकायादा न्यायालयीन कार्य में संलग्न कर दिया गया। वहीं जो अधिकारी वरिष्ठ थे उन्हें बेगारी और लॉ एंड आर्डर की ड्यूटी निपटाने में तैनात कर दिया गया। इस आदेश से असंतोष बढ़ गया है।

कलेक्टर के कार्यविभाजन में खामियांं: आरआई, प्रशिक्षु अधिकारी सम्हालेंगे कोर्ट और  जो लॉयक थे सड़कों पर दौड़ेंगे
file photo

रीवा। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों के बीच कार्यविभाजन का आदेश जारी किया है। इस कार्य विभाजन ने ही हड़कंप मचा दिया है। अधिकारियों की वरिष्ठता और कार्य के अनुभव के अनुभव को दरकिनार कर दिया गया। यह विभाजन भी अब सवालों के घेरे में हैं। इस आदेश में कहीं गैर न्यायालयीन कार्य में दो नायब तहसीलदारों का ेतैनात किया गया है। कहीं पर एक ही को लगाया गया है। आरआई से नायब तहसीलदार बने अधिकारियों को पहले वरीयता दी गई। उन्हें नायब तहसीलदारों से योग्य मानकर कोर्ट के प्रकरणों को निराकृत करने के लिए न्यायालयीन कार्य के लिए रखा गया। वहीं जो पहले से इस काम में दक्ष थे। उन्हें न्यायालयीन कार्य से ही अलग कर दिया गया है। वहीं रीवा हुजूर में पदस्थ यतीश शुक्ला नायब तहसीलदार को फिर गैर न्यायालयीन कार्यों की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। यतीश शुक्ला को लेकर वैसे भी लोगों में नाराजगी थी। अब फिर से वही काम उन्हें सौंप दिया गया है। रीवा में हर दिन आंदोलन, धरना चलता है। उस पर भी एक अधिकारी के तैनात किए जाने से भी लॉ एंड आर्डर कंट्रोल में नहीं आएगी। 

प्रशिक्षु, आरआई को मिल गई न्यायालयीन कुर्सी

कलेक्टर ने राजस्व विभाग के नायब तहसीलदारों के साथ अन्याय किया। आरआई से नायब तहसीलदार पर प्रतिनियुक्ति दिए गए अधिकारियों को न्यायालयीन कार्य सौंप दिया गया। प्रशिक्षण नायब तहसीलदार भी प्रकरणों की सुनवाई करेंगी लेकिन जो अभी तक न्यायालयीन प्रकरण निपटाते आ रहे थे। उन्हें किनारे कर दिया गया है। अब वह प्रकरणों की सुनवाई नहीं कर पाएंगे। सिर्फ गैर न्यायालयीन कार्य सम्हालेंगे। हद तो यह है कि एएसएलआर भी न्यायालय में ही रखें गए हैं। 

इन राजस्व अधिकारियों को कलेक्टर ने किया किनारे

गैर न्यायालयीन कार्य में कई अधिकारियों को पदस्थ किया गया है। तहसील हुजूर से यतीश शुक्ला नायब तहसीलदार, ग्रामीण हुजूर से राजीव शुक्ला नायब तहसीलदार, रीवा, गुढ़ में सुश्री महिमा पाठक प्रशिक्षु नायब तहसीलदार रीवा, रायपुर कर्चुलियान में शारदा प्रसाद प्रजापति नायब तहसीलदार, सेमरिया से एएसएलआर राजेश तिवारी, मनगवां से अजय कुमार मिश्रा नायब तहसीलदार मनगवां, जवा से नायब तहसीलदार निवेदिता त्रिपाठी और राजेश शुक्ला, त्योंथर से प्रकाश उपाध्याय प्रशिक्षु नायब तहसीलदार रीवा, वीरेन्द्र द्विवेदी एएसएलआर को रखा गया है।

यह अधिकारी निपटाएंगे न्यायालयीन कार्य

कलेक्टर ने राजस्व न्यायालयीन कार्य के लिए कार्य बांट दिया है। हुजूर नगर में शिव शंकर शुक्ला प्रभारी तहसीलदार हुजूर नगर, तेजपति सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। हुजूर ग्रामीण में नायब तहसीलदार हुजूर श्रीमती विंध्या मिश्रा, दिलीप श्रीवास्तव नायब तहसीलदार, गुढ़ में अरुण यादव, सिरमौर में अनुपम पाण्डेय, प्रभारी तहसीलदार, सुश्री बिंदु तिवारी प्रशिक्षु नायब तहसीलदार रीवा, रायपुर कर्चुलियान में विनय मूर्ति शमा्र एएसएलआर, सेमरिया में अर्जुन कुमार बेलवंशी, मनगवां में श्रीमती आंचल अग्रहरि प्रभारी तहसीलदार मनगवां, ममता पटेल नायब तहसीलदार मनगवां, जवा में जीतेन्द्र तिवारी, त्योंथर में राजेन्द्र शुक्ला प्रभारी तहसीलदार को जिम्मेदारी राजस्व प्रकरण निपटाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।