1 हजार कर्मचारियों की बिजली विभाग से होने वाली है छुट्टी, जानिए क्या है वजह, रीवा से कितने हो रहे बाहर

विद्युत विभाग पूर्व क्षेत्र 1 हजार कर्मचारियों की काम से छुट्टी करने जा रही है। इसके आदेश सभी सर्किल तक पहुंच गए है। सितंबर महीने में इन सभी कर्मचारियों को चलता कर दिया जाएगा। सालों से काम करने वाले युवाओं को बेरोजगार करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। शहर से लेकर गांव तक में पदस्थ कर्मचारियों की लिस्ट तैयार की गई है।

1 हजार कर्मचारियों की बिजली विभाग से होने वाली है छुट्टी, जानिए क्या है वजह, रीवा से कितने हो रहे बाहर
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स्मार्ट मीटर छीन रहा सब की नौकरी, जहां लग गए वहां से हटेंगे आउटसोर्स कर्मचारी

रीवा जिला में करीब 150 कर्मचारियों को घर बैठाया जाएगा, शहर में इनकी संख्या 30 से अधिक

रीवा। आपको बता दें कि घरों और दुकानों में लगने वाले मीटर विद्युत विभाग बदल रही है। सभी मीटरों को स्मार्ट कर रही है। स्मार्ट मीटर में रीडिंग लेने की जरूरत नहीं पडग़ी। सीधे सर्वर पर रीडिंग अपलोड होती है। अधिकांश शहरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। इन मीटरों के लगने के बाद मीटर रीडरों की उपयोगिता भी खत्म हो गई है। यही वजह है कि पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सभी मीटर रीडरों को बाहर करने जा रही है। जैसे जैसे स्मार्ट मीटर लगते जाएंगे। वैसे वैसे सभी मीटर रीडरों को बाहर का रास्ता दिखाते जाएंगे। इसकी शुरुआत इसी महीने से होनी है। पहले चरण में 21 जिलों से करीब 1 हजार मीटर रीडरों को बाहर किया जाना है। 

इनके सामने समस्या

विद्युत विभाग में मीटर रीडर बनने के लिए युवकों ने मोटी रकम खर्च की थी। 70-70 हजार रुपए देकर नौकरी पाई थी। अब दोनों ही डूब जाएंगे। दिया गया पैसा भी जाएगा और नौकरी भी चली जाएगी। युवकां के हाथों में कुछ नहीं आएगा। शहर संभाग में भी इसी तरह से नौकरियां बांटी गईं थी। विद्युत विभाग इस आदेश और फैसले से मीटर रीडरों में बेचैनी बढ़ गई है। 

शहर में ज्यादा है निकाले जाने वाले

रीवा शहर संभाग में करीब 45 से 50 हजार स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। अभी स्मार्ट मीटर लगाने का सिलसिला जारी है। रीवा शहर में कामर्सियल और घरेलू मिलाकर 80 से 90 हजार उपभोक्ता है। इन सभी को स्मार्ट मीटर से कवर किया जाना है। इसके अलावा त्योंथर और चाकघाट में भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। शहर संभाग में करीब 30 से 50 मीटर रीडरों को बाहर किया जा रहा है। इसके अलावा चाकघाट और त्योंथर से भी इनकी छंटनी की जा रही है। मऊगंज, ईस्ट, वेस्ट डिवीजन में इनकी संख्या कम है। 

दोहरी मार पडऩे वाली है

एक तरफ स्मार्ट मीटर से मीटर रीडरों की नौकरी जा रही है तो दूसरी तरफ गलत फोटो मीटर रीडिंग कॅरियर ही खत्म कर रहा है। विद्युत विभाग करीब 70 से अधिक मीटर रीडरों को ब्लैक लिस्टेड करने के आदेश दिया है। इसमें वह मीटर रीडर हैं जिन्होंने सही तरीके से फोटो मीटर रीडिंग दर्ज नहीं की। इन्हें भी नौकरी से बाहर किया जाना है। ब्लैक लिस्टेड की लिस्ट में भी शहर से मीटर रीडरों की संख्या ज्यादा है। 

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जहां स्मार्ट मीटर लग गए हैं। वहां अब मीटर रीडरों की जरूरत नहीं है। उनका उपयोग ही नहीं है। ज्यादा जानकारी एसई के पास है। उन्हें ही कार्यवाही करनी है। 

श्रीमती प्रमा पाण्डेय, मुख्य अभियंता

मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी,रीवा

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