मुकुंदपुर चिडिय़ाघर में फिर एक सफेद बाघ ने तोड़ा दम, 4 दिन में दो बाघों ने तोड़ा दम
महाराजा मार्तण्ड ङ्क्षसह जूदेव चिडिय़ाघर में एक और सफेद बाघ की मौत हो गई। इस बाघ को दिल्ली से कुनबा बढ़ाने के लिए 2023 में लाया गया था। दो साल ही चिडिय़ाघर में रह पाया। इसकी बीमारी के कारण मौत हो गई। अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। इसके कुछ ही दिन पहले 14 अगस्त को भी एक यलो टाइगर की मौत हो गई थी।

टीपू लंबे समय से चल रहा था बीमार, किडनी फेल्युअर की वजह से गई जान
11 साल की उम्र पार कर चुका था टीपू
रीवा। महाराजा मार्तण्ड ङ्क्षसह जूदेव चिडिय़ाघर में विंध्या की मौत के बाद दिल्ली से एक सफेद बाघ लाया गया था। इस सफेद बाघ का नाम टीपू था। इसे दिल्ली चिडिय़ाघर से मुकुंदपुर को दिया गय था। तब इसकी उम्र करीब 8 से 9 साल थी। इस सफेद बाघ को ब्रीडिंग के हिसाब से लाया गया था। हालांकि यहां आने के बाद उसकी सेहत डाउन होती गई। कुछ उम्र का भी असर दिखने लगा। दो साल बाद टीपू ने हालांकि दम ही तोड़ दिया। मंगलवार को उसने अंतिम सांस ली। इसके बाद सीसीएफ रीवा, डीएफओ सतना व डॉक्टरों की मौजूदगी में टीपू का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
16 अगस्त को भी एक बाघ ने तोड़ा था दम
महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टागर सफारी एण्ड जू मुकुंदपुर में बांधवगढ़ टाइगर रिजव से उम्रदराज बाघ 3 मई 2024 को घायल अवस्था रेस्क्यू कर उपचार हेतु लाया गया था। उपचार के दौरान वृद्ध नर बाघ की 16 अगस्त 2025 को मृत्यु हो गई। बाघ के अधिकांश समय एक ही स्थान पर लेटे रहने से बेडसोर विकसित हो गए थे। बेडसोर से उत्पन्न घाव का नियमित रूप से उपचार किया जाता रहा परंतु आज 16 अगस्त को वृद्ध नर बाघ की दोपहर में मृत्यु हो गई।
चिडिय़ाघर में अब तक के बाघों की मौत
वन्यप्राणी मृत्यु दिनांक
सफेद बाघ विंध्या 9 मई 2023
सफेद बाघ राधा 6 दिसंबर 2016
तेंदुआ पूनम 10 फरवरी 2019
बंगाल टाइगर दुर्गा 22 अप्रैल 2020
सफेद बाघ गोपी 23 दिसंबर 2020
बंगाल टाइगर नकुल 31 दिसंबर 2020
बंधू 14 मई 2020
देविका 19 जून 2020
दो शावक 01 अक्टूबर 2020