बाढ़ पीछे छोड़ गई खौफनाक मंजर: 150 घर हुए जमींदोज, कुछ भी नहीं बचा, गांव की हालत देखने पहुंचे आईजी और कमिश्नर
दो दिन हुई बारिश ने रीवा और मऊगंज पर ऐसा कहर बरपाया कि कई घर और परिवार बर्बाद हो गए। बाढ़ में सब कुछ डूब गया। अब जब बाढ़ का पानी नीचे उतरा तो गांवों का खौफनाक मंजूर नजर आने लगा है। 150 घर जमींदोज हो गए। इन परिवार के पास सिर छुपाने और खाने के लिए कुछ नहीं बचा। आईजी और कमिश्नर रीवा ने हनुमना क्षेत्र का निरीक्षण किया। हालात देखकर उनके भी रोंगटे खड़े हो गए। आंखें भर आई। तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों को पीडि़त परिवार को मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। साथ ही सभी प्रभावितों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया।

सिर्फ मऊगंज जिला के हनुमना अंतर्गत ढाबा तिवरियान में ही 47 घर हो गए जमींदोज
प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे डॉक्टरों की टीम, स्वास्थ्य संबंधी जांच भी की गई
रीवा। 17 और 18 जुलाई को बारिश ने ऐसी झड़ी लगाई कि चारों तरफ पानी ही पानी भर गया। शहर से लेकर गांव तक चींखपुकार मच गई। मऊगंज में उम्मीद से कहीं ज्यादा बारिश हुई। सड़क बह गईं। लोगों के मकान जमींदोज हो गए। लोग खाने तक के लिए मोहताज हो गए। घरों के साथ राशन भी बह गया। मऊगंज में प्रभावित गांवों में जब बाढ़ का पानी नीचे उतरा तो चारों तरफ सिर्फ खौफनाक मंजर ही नजर आया। सभी घर जमींदोज मिले। सबसे अधिक बच्चे मकानों पर ही असर पड़ा है। लोगों के पास कुछ भी नहंी बचा। बाढ़ ने सब कुछ छींन लिया। अब बाढ़ प्रभावित लोग सड़क पर आ गए हैं। कई लोगों को स्कूल में शिविर बना कर ठहराया गया। उन्हें वहीं पर भोजन आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
आईजी, कमिश्नर ने की बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात, हर संभव मदद का दिया आश्वासन
शनिवार को रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद व आईजी गौरव राजपूत ने मऊगंज जिला का दौरा किया। बाढ़ प्रभावित लागों से भेंट भी की। हनुमना तहसील के ग्राम ढाबा तिवरियान गांव में नाले नाले का पानी बढऩे से करीब 47 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इनमें से कई मकान पूरी तरह से गिर गए हैं। इन प्रभावित लोगों केा स्कूल में लगाए गए शिविर में शिफ्ट किया गया है। कमिश्न ने बस्ती का दौरा करते हुए बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात भी की। कमिश्नर ने बाढ़ प्रभावितों को आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जब तक उनके रहने की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बन जाती तब तक सभी को राहत शिविरों में ही रखा जाएगा। वहीं जिन लोगों का बाढ़ के पानी से अनाज खराब हुआ है। उन परिवार को 25 किलो गेहूं और 25 किलो चावल देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं जिला पंचायत सीईओ को निर्देशित किया गया है कि जिनके पास घर नहीं हैं। उन्हें पीएम आवास का फायदा दिया जाए। कमिश्नर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिनके घर प्रभावित हुए हंै। उनका सर्वे कर मुआवजा राशि वितरण की व्यवस्था की जाए। निरीक्षण के दौरान मऊगंज के पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी, जिला पंचायत सीईओ मेहताब सिंह गुर्जर, एसडीएम हनुमना रश्मि चतुर्वेदी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह तथा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।