अतिथि शिक्षकों के लिए बुरी खबर, अब उन्हें करना होगा यह काम तभी होगा मानदेय का भुगतान

स्कूल शिक्षा विभाग में अब अतिथि शिक्षकों के लिए भी एक व्यवस्था अनिवार्य कर दी गई है। यह व्यवस्था ई अटेंडेंस से उपस्थिति दर्ज कराने की है। यदि इस व्यवस्था से अतिथि शिक्षक नहीं जुड़े तो उनके वेतन पर भी संकट खड़ा हो जाएगा। ई अटेंडेंस से उपस्थिति दर्ज कराने में चूके तो स्कूल शिक्षा विभाग उस दिन का वेतन भी जारी नहीं करेगा।

अतिथि शिक्षकों के लिए बुरी खबर, अब उन्हें करना होगा यह काम तभी होगा मानदेय का भुगतान
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मुश्किल में अतिथि शिक्षक, रेग्युलर शिक्षक अभी नहीं लगा रहे हाजिरी लेकिन इनके लिए अनिवार्य

रीवा। स्कूल शिक्षा विभाग ने वैसे तो ई अटेंडेंस सभी के लिए अनिवार्य की है। रेग्युलर शिक्षकों को भी ई अटेंडेंस से ही उपस्थिति दर्ज करनी है लेकिन वह इसका पालन नहीं कर रहे हैं। वहीं अब इससे अतिथि शिक्षकों को भी जोड़ दिया गया है। अतिथि शिक्षकों को तो अनिवार्य रूप से ही ई अटेंडेंस देनी होगी। वर्ना इनका वेतन ही जनरेट नहीं होगा। शिक्षकों के लिए तो संगठन खड़ा है। विरोध जारी है लेकिन अतिथि शिक्षकों का साथ देने वाला कोई नहीं है। ऐसे में अतिथि शिक्षक पूरी तरह से इस अनिवार्यता में बंध कर रह गए हैं। उन्हें हर दिन सुबह समय पर स्कूल पहुंचना होगा और स्कूल खत्म होने पर ही घर जाना होगा। दोनों समय ई अटेंडेंस लगाना होगा। तब वेतन जारी हो पाएगा। 

इन सभी शिक्षकों को लगानी होगी ई अटेंडेंस

भोपाल से समग्र शिक्षा अभियान के अपर परियोजना संचालक मनीषा सेंतिया ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि पीएमश्री विद्यालयों में आईसीटी इंस्ट्रक्टर, म्यूटिक टीचर, प्री प्रायमरी अतिथि शिक्षक, स्पोर्ट्स एवं समग्र शिक्षा अंतर्गत विद्यालयों में आईसीटी इंस्ट्रक्टर, म्यूजिक टीचर, स्पेशल एजुकेटर को हमारे शिक्षक पोर्टल से ई अटेंडेंस लगानी होगी। अतिथि शिक्षकों की उपस्थिति प्रतिदिन ई गवर्नेंस प्लेटफार्म के एप हमारे शिक्षक के माध्यम से शाला शुरू होने के निर्धारित समय से 1 घंटे तक अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा विद्यालय बंद होने के आधे घंटे पूर्व और आधे घंटे बाद तक उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इसी अटेंडेंस के आधार पर ही मानदेय जनरेट किया जाएगा।