खाद का स्टॉक खत्म, करहिया और चोरहटा डबल लॉक खाली, पहुंचने वाली है ढ़ाई रैक, जानिए कब से फिर बटेगी खाद
यूरिया का संकट खत्म नहीं हुआ है। किसानों की मंगलवार को ऐसी भीड़ उमड़ी पुलिस को लाठियां भाजनी पड़ी। लाठीचार्ज ने पूरे प्रदेश सरकार को हिला दिया है। प्रदेश तक इसकी धमक पहुंची है। पूरे सरकार में हड़कंप मच गया है। रीवा के चोरहटा और करहिया गोदाम खाली हो गए हैं। अब किसानों को तीन दिन इंतजार करना होगा। इसके बाद सोमवार से फिर खाद का वितरण शुरू होगा।

तीन दिन में दो फुल और एक हाफ खाद की रैक रीवा पहुंचेगी, आज होगी रवाना
सीएम ने ली वीडियो कान्फ्रेंस में बैठक, कलेक्टर को कहा अव्यवस्थाएं हुई तो वही जिम्मेदार होंगे
रीवा। मंगलवार को करहिया मंडी पहुंची किसानों की भीड़ बेकाबू हो गई थी। टोकन नहीं मिलने से नाराज किसानों ने कर्मचारियों और राजस्व अधिकारियों को बंधक बना लिया था। इस पर पुलिस को लाठियां भांटनी पड़ी थी। कईयों की पिटाई हुई थी। इस पिटाई के बाद भी किसानों की भीड़ नहीं टूटी। मौके पर किसान डटे रहे। रात में करीब 2 हजार किसान थे। वहीं जब सुबह हुई तो करहिया में इनकी संख्या 5 हजार पहुंच गई। सभी किसानों को बांटने के लिए खाद भी स्टॉक में नहीं था। स्टाूक के हिसाब से टोकन का वितरण किया गया। करीब700 टोकन बांटे गए थे। इसके बाद खाद नहीं होने पर टोकन का वितरण बंद कर दिया गया। जिन्हें टोकन वितरित किया गया था। उन्हें देर रात तक खाद भी उपलब्ध कराई गई। मंगलवार को बिगड़े हालात के बाद करहिया मंडी में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी। कई थानों की पुलिस मौके पर मौजूद रही।
सिर्फ 1400 बोरी ही बची थी खाद
प्रशासन के पास बुधवार को पर्याप्त खाद नहीं थी। डबल लॉक करहिया में सिर्फ 1400 बोरी ही खाद थी। वहीं टोकन 700 बांट दिए गए। इसके बाद खाद का वितरण किया गया। 1400 बोरियां करहिया से वितरित की गई। इसके बाद जो रह गए उन्हें चोरहटा डबल लॉक में रखी 900 बोरियों से वितरण कराया गया। करहिया में भी चोरहटा में रखी खाद की पर्चियां काटी गईं।
सीएम ने लगाई वीसी में कलेक्टर, कमिश्नर की क्लास
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने खाद वितरण और उपलब्धता को लेकर वीसी में कमिश्नर रीवा और कलेक्टर की क्लास लगाई। रीवा में वितरण और स्टॉक के बारे में जानकारी भी सीएम ने ली। साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया कि यदि कोई अव्यवस्था होती है तो इसके लिए कलेक्टर ही जिम्मेदार होंगे। सीएम ने कहा कि कहा है कि जिलों में उर्वरक वितरण के संबंध में जिला प्रशासन आवश्यक व्यवस्था बनाए। उपलब्ध उर्वरक की उचित वितरण व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से निरंतर संवाद और संपर्क में रहे। उर्वरक वितरण की व्यवस्था में किसान संगठन के प्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए। जिलों में यदि उर्वरक वितरण को लेकर अव्यवस्था होती है तो उसके लिए जिला कलेक्टर उत्तरदायी होंगे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने उर्वरक वितरण व्यवस्था के संबंध में धार, दमोह, जबलपुर और रीवा जिले के कलेक्टरों से चर्चा की।
तीन दिन में भर जाएंगे खाद से सारे गोदाम, किसानों की समस्या होगी हल
खाद की किल्लत और किसानों पर बरसी लाठियों के बाद अब जनप्रतिनिधि भी हरकत में आए हैं। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मंत्रालय भोपाल में रीवा जि़ले की खाद वितरण व्यवस्था की समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि 3 दिवस के अंदर रीवा में 2 फुल और 1 हाफ रैक यूरिया पहुंचेगी। एनएफएल की 1 हज़ार 900 एमटी की रैक रात तक जिले में पहुंचने की संभावना है। इफको की फूलपुर प्लांट से 2 हज़ार 700 एमटी टन की रैक रवाना की गई है, जो कल शाम तक जिले में पहुंच जाएगी। वहीं चंबल फ़र्टिलाइजऱ की आधी रैक कल लोडिंग में आएगी, जो 6 सितम्बर की शाम तक जिले में पहुंचने की संभावना है।
पिछले साल से ज्यादा यूरिया बिक गई फिर भी डिमांड जस की तस
एमडी एमपी मार्कफेड श्री आलोक कुमार सिंह ने बताया कि रीवा जिले में गत वर्ष 1 अप्रैल से 1 सितम्बर 2024 तक 23 हज़ार एमटी यूरिया का विक्रय हुआ था। इस वर्ष 1 सितम्बर तक 26 हज़ार 860 एमटी की उपलब्धता रही। जिसमें से 23 हज़ार 360 एमटी टन यूरिया का विक्रय हो चुका है एवं 1 हज़ार 500 एमटी शेष है। 1 हज़ार 300 एमटी की आधी रैक 31 अगस्त की रात को जिले में पहुंच चुकी है। बैठक में यह भी बताया गया कि इस वर्ष डीएपी और एनपीके की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एडवांस प्लानिंग की गई है। गत वर्ष 30 सितम्बर 2024 तक 18 हज़ार 674 मेण् टन डीएपी और एनपीके का विक्रय हुआ था, जबकि इस वर्ष 23 हज़ार एमटी उपलब्धता है। इसमें से 16 हज़ार 544 मेण् टन का विक्रय किया जा चुका है और 6 हज़ार 463 मेण् टन अभी उपलब्ध है। बैठक में संचालक कृषि अजय गुप्ता सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।