सुरक्षित प्रसव के लिए मायके से ससुराल पहुंची थी, बाढ़ से पुल और सड़क डूबा, घर पर ही हो गई मौत

एक गर्भवती महिला ने सोचा मायके में सड़क है। डिलिवरी के लिए सुरक्षित अस्पताल पहुंच जाएगी। लेकिन यह पक्की सड़कें और पुल पुलिया भी जच्चा और बच्चों को बचा नहीं पाई। बारिश में पुलिया और सड़क दोनो डूब गई। गर्भवती बेटी को उनके परिजन अस्पताल नहीं ले जा पाए और दोंनों की मौत हो गई। इसके बाद पानी में डूब कर ही बेटी का शव भी गांव से बाहर ले जाया गया। काफी मशक्कत केबाद शव को ससुराल महिलो ले जाया गया। जहां अंतिम संसकार किया गया।

जवा थाना अंतर्गत भनिगवां का मामला

शव को पानी में डूब कर ले जाते हुए का वीडियो भी हो रहा वायरल

रीवा। आपको बता दें कि यह हृदय विदारक घटना जवा थाना अंतर्गत भनिगवां की है। भनिगवां गांव की रहने वाली प्रिया रानी का विवाह महिलो गांव में हुआ था। प्रिया रानी गर्भवती थी। महिलो में सड़क नहीं थी। ऐसे में प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचने में उसे दिक्कत हो सकती थी। यही वजह है कि सुविधा के हिसाब से प्रिया रानी पति सोनू कोल अपने मायके भनिगवां पहुंच गई। भनिगवां आने के पीछे बेहतर सड़क और परविहन सुविधा थी लेकिन जब प्रसव पीड़ा उठी और अस्पताल जाने की बारी आई तो जोरदार बारिश क ेकारण पुल और सड़क पानी में डूब गया। परिजन बाढ़ केकारण बेटी को समय पर अस्पताल नहीं ले जा पाए। इलाज के आभाव में जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई। महिला को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। नदी में बाढ़ आई हुई थी। पुल के ऊपर से पानी बह रहा था। ऐसे मे गर्भवती महिला को परिजन अस्पताल नहीं ले जा पाए और उसकी जान चली गई। 

अब भी कई गांव ऐसे जहां सड़क नहीं है

रीवा में भले ही कांक्रीट की इमारते तन रही हों लेकिन गांव की हालत अभी भी बदहाल है। रीवा का विकास गांव में कहीं नजर नहीं आता। अभी भी गांव के लोगों को सुविधाओं के लिए मोहताज होना पड़ता है। इन्हीं गांवों की लिस्ट में एक नाम महिलो है। महिलो में सड़क नही ंहै। बारिश में रास्ता कीचड़ से सन जाता है। यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। गांव में बारिश के दिनों में यदि कोई बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल पहुंचाना टेड़ी खीर ही है। ऐसे रीवा में कई गांव है जो अब भी मुख्य धारा से कटे हुए हैं। 

पानी में डूब कर मायके से ससुराल पहुंचा शव

गर्भवती युवती की मौत हो गई। वह मायके सुरक्षित प्रसव का सपना लेकर आई थी। इलाज के आभाव में उसकी जान चली गई। इसके बाद भनिगवां में आई बाढ़ शव को भी महिलो पहुंचने में बाधक बन रही थी। ऐसे में परिजनों को धाती भर पानी में डूब कर शव को पार ले जाना पड़ा। शव ससुराल पहुंचाने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ी।