रीवा में पीएम आवास के बाद गरीबों का राशन गटकने वाले 4 हजार लखपति पकड़ में आए, इनकमटैक्स पेयी,कंपनी के डायरेेक्टर खा रहे थे सस्ता राशन
गरीबों के हक पर डाका डालने वाले लखपति और रइसों की पोल खुलने लगी है। पीएम आवास पर डाका डालने वालों को आयुक्त ने सर्वे कराकर पकड़ा तो सरकार ने सस्ता राशन खाने वालों की कुंडली की तैयार कर ली है। रीवा में 387 कंपनी के डायरेक्टर, 25 लाख टर्नओव्हर वाले 48 लाखपति और 6 लाख सालाना इंकम करने वाले 2938 टैक्सपेयी गरीब बने हुए थे। अब इन सब को जिला प्रशासन से नोटिस जारी हुआ है।

नगरीय निकाया, जनपद क्षेत्र में ही पहले चरण में सस्ता राशन गटकने वाले 3378 फर्जी हितग्राही पकड़ में आए
नोटिस जारी किया गया है खुद हट गए तो ठीक वरना शासन करेगी कार्रवाई
विंध्य बुलेटिन, रीवा। गरीबों के हक पर डाका डालने वालों की अब खैर नहीं। सस्ता राशन के लालच में करोड़पति, लखपति गरीबी रेखा में नाम जुड़ाए बैठे हैं। पीडीएस का राशन उठा रहे हैं। ऐसे लोग गरीबों के हिस्सा खा रहे हैं। वहीं जो गरीब हैं, इन रईसों की भीड़ के कारण उनका नंबर नहीं लग पा रहा है। गरीबी रेखा में नाम जुड़वाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। केन्द्र सरकार ने ऐसे फर्जी उपभोक्ताओं की लिस्ट तैयार की है। पहले चरण में रीवा जिला को भोपाल से ऐसे उपभोक्ताओं की लिस्ट भेजी गई है जो कंपनी के डायरेक्टर हैं या फिर साला 6 लाख रुपए कमा रहे हैं या फिर 25 लाख रुपए जिनका वार्षिक टर्नओव्हर है। इन तीन कैटेगरी में भी सिर्फ नगरीय में ही 3 हजार से ज्यादा फर्जी उपभोक्ता पकड़ में आए हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग से सभी को नोटिस भी जारी कर दिया गया है। विंध्य बुलेटिन डाट काम।
लाखों कमाने वाले गरीब बन कर उठा रहे सस्ता राशन
रीवा में लखपति गरीबों की कमी नहीं है। जब सरकार ने ऐसे उपभोक्ताओं की तलाश शुरू की तो रीवाजिला में 3373 उपभोक्ता पकड़ में आए हैं जो शासन की क्राइटेरिया में फिलहाल फिट नहीं बैठ रहे हैं। इनमे 387 उपभोक्ता ऐसे हैं जो कंपनी के डायरेक्टर हैं। इसके अलावा 48 उपभोक्ता ऐसे हैं जो साल में 25 लाख से अधिक का टर्न ओव्हर कर रहे हैं। इसके अलावा सबसे अधिक संख्या 6 लाख वार्षिक इनकम वालों की है। 2938 ऐसे उपभोक्ता है जिनकी कमाई 6 लाख से अधिक है। विंध्य बुलेटिन डाट काम।
सब को बाहर किया जाएगा
सूत्रों की मानें तो पहले चरण में तीन श्रेणियों में फंसने वाले पीडीएस उपभोक्ताओं को चिन्हित किया गया है। इन सभी को नोटिस जारी किया जाएगा। यदि यह खुद ही अपना नाम कटवा लेंगे तो ठीक है वर्ना इनके खिलाफ शासन और प्रशासन ही कार्रवाई करेगा। आपको बता दें कि इसके पहले शासन स्तर से कई मर्तबा फर्जी उपभोक्ताओं की छंटनी का अभियान चला था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इस मर्तबा केन्द्र से डंडा चल रहा है। विंध्य बुलेटिन डाट काम।
अभी और बड़ी कार्रवाई होनी बांकी है
इस अभियान में अभी यह शुरुआत है। पहले बड़े और लखपतियों को पकड़ा जा रहा है। इसके बाद 1 हेक्टेयर से ऊपर वाले किसानों की छंटनी की जाएगी। 1 हेक्टेयर से ऊपर के उपभोक्ताओं की भी लिस्ट अभी आना बांकी है। कार, टीवी, मोबाइल, मकान वाले उपभोक्ता भी पीडीएस राशन से बाहर हो सकते हैं। पहले चरण की कार्रवाई से फिलहाल हड़कंप मचा है। इस छंटनी के बाद सिर्फ पीडीएस हितग्राहियों में वहीं बचेंगे जो सच में जरूरतमंद हैं।
ब्लाक वार अपात्रों की जानकारी, जिन्हें नोटिस जारी हुआ
जपं/ननि/नपं कुल संख्या डायरेक्टर 25 लाख 6 लाख
टर्नओव्हर इनकम
गंगेज जपं 381 55 03 323
जवा जपं 347 36 04 307
रायपुर कर्चु जपं 594 67 11 516
रीवा जपं 501 77 07 417
सिरमौर जपं 521 65 06 450
त्योंथर 205 35 02 168
रीवा ननि 490 30 12 448
डभौरा नप 44 01 00 43
बैकुंठपुर नप 26 00 00 26
चाकघाट नप 38 03 01 34
गोविंदगढ़ नप 23 02 01 20
गुढ़ नप 36 04 00 32
मनगवां नप 46 02 01 43
सेमरिया 45 05 00 40
सिरमौर नप 42 05 00 37
त्योंथर नप 34 00 00 34
योग 3373 387 48 2938