ऐसी भीड़ कहीं नहीं देखी होगी..मौसम ने ऐसा किया बीमार कि पट गया संजय गांधी अस्पताल, ओपीडी 4 हजार पार

मौसम के बदलते ही अस्पताल में मरीजों का मेला लग गया। सोमवार को संजय गांधी अस्पताल में पैर रखने की जगह नहीं थी। भीड़ देखते ही बन रही थी। ओपीडी पर्ची की लाइन बाहर तक पहुंच गई थी। यह सिर्फ एसजीएमएच के हालात नहीं थे, सुपर स्पेशलिटी में भी यही हाताल थे। ओपीडी हाल भरा था और बाहर पार्किंग ऐसी की गाडिय़ों से पूरा परिसर भर गया था। सिर्फ सोमवार को ओपीडी 4 हजार के पार पहुंच गई थी।

ऐसी भीड़ कहीं नहीं देखी होगी..मौसम ने ऐसा किया बीमार कि पट गया संजय गांधी अस्पताल, ओपीडी 4 हजार पार

ओपीडी 4224 रही और आईपीडी 321 से भी ज्यादा पहुंच गई

रीवा। तीन दिन बाद छुट्टियां खत्म हुई तो रीवा शहर की सड़कें और अस्पताल दोनों भीड़ से पट गए। सड़क पर जाम लगता रहा और अस्पताल में पैर रखने की जगह नहीं बची। सोमवार को संजय गांधी अस्पताल में रिकार्ड तोड़ भीड़ पहुंची। इस सीजन में इतनी भीड़ इसके पहले कभी नहीं आई थी। मौसम भी बदल गया है। इसके कारण भी हालात बिगड़ रहे हैं। हर घर में रोगी बढ़ रहे हैं। सोमवार को संजय गांधी अस्पताल, गांधी स्मृति चिकित्सालय और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की ओपीडी 4224 तक पहुंच गई। इतना ही नहीं संजय गांधी अस्पताल के मेडिसिन वार्ड भी मरीजों से पटे हुए हैं। यहां बेड खाली नहीं है। सोमवार को हालात यह थे कि मरीज खड़े ही रह गए लेकिन ओपीडी का समय खत्म हो गया। कई मरीज डॉक्टरो से मिल भी नहीं पाए। 

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ओपीडी से डॉक्टर उठे तो मरीज एमरजेंसी पहुंच गए

सोमवार को इतनी अधिक भीड़ थी कि डॉक्टर मरीजों को देख ही नहीं पाए और ओपीडी का समय खत्म हो गया। डॉक्टरों को भीड़ के कारण पूरा समय ओपीडी को देना पड़ा। इसके बाद जब ओपीडी से डॉक्टर हटे तो भीड़ सीधे एमरजेंसी वार्ड पहुंच गई। यहां पीजी के डॉक्टर थे। पीजी के  डॉक्टरों के मरीज देखते देखते पसीने छूट गए। यहां भी काफी भीड़ लगी रही। 

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दवाइयां नहीं मिल पाईं, सिंगल विंडो में लगी लाइन

ओपीडी में दवा काउंटर की संख्या कम है। फार्मासिस्ट ही नहीं है। वार्ड ब्वाय और नर्सें दवा बांटती है। ओपीडी में भीड़ इतनी थी कि मरीजों को दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पाईं। समय खत्म होते ही दवा काउंटर भी बंद हो गया। इसके बाद मरीजों की भीड़ सीधे एमरजेंसी दवा काउंटर पर पहुंच गई। यहां भी मरीजों की लंबी लाइन लगी थी।