सिंगल ट्रांसफर ऑर्डर, आबकारी अधिकारी हटे, उनके साथ ही बढ़ेगी मुश्किलें
ट्रांसफर बंद होने के बाद अब अचानक जिला आबकारी अधिकारी के स्थानांतरण का सिंगल आदेश जारी हुआ। इस आदेश ने आबकारी विभाग में खलबड़ी मचा दी है। जिला आबकारी अधिकारी का स्थानांतरण ग्वालियर कर दिया गया है। इस स्थानांतरण के बाद उनके साथियों की नींद उड़ गई है।

लंबे समय से विवादों में रहे जिला आबकारी अधिकारी
फर्जी बैंक गारंटी मामले में ईओडब्लू में भी दर्ज हो चुका है प्रकरण
रीवा। रीवा में जिला आबकारी अधिकारी के पद पर अनिल जैन पदस्थ थे। इनके आने के बाद आबकारी विभाग में दो गुट बन गए थे। अनिल जैन का गुट ज्यादा ही भारी था। उन्होंने पूरे जिले और दुकानों पर कब्जा जमा लिया है। इनके इशारे पर ही सारा काम हो रहा था। वहीं दूसरा ग्रुप लूप लाइन में चला गया था। इस दौरान जिला आबकारी अधिकारी ने ऐसे ऐसे काम किए जो पूरी तरह से अवैध और नियम विरुद्ध थे। वह इसी में फंसते भी गए। अंतत: पुराने कारनामें उनके लिए मुशीबत बन गए। सरकार ने विभागों में स्थानांतरण नीति बनाई थी। दो महीने तक स्थानांतरण भी हुए लेकिन जब सब बंद हो गया तो अचानक अनिल जैन जिला आबकारी अधिकारी का सिंगल आदेश जारी हो गया। उन्हें रीवा से प्रशासनिक आधार पर जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय संभागीय उडऩदस्ता संभाग ग्वालियर में पदस्थ कर दिया गया। इस आदेश को पढऩे से ही समझ आ रहा है जैसे अनिल जैन को विभाग ने कोई बड़ी सजा दे दी हो। इस आदेश से अनिल जैन को झटका तो लगा ही साथ ही इनके खास आबकारी अधिकारियों को भी जोर का झटका लगा है। अभी तक अनिल जैन सभी को बचाकर चल रहे थे। साथी भी खूब मजे कर रहे थे। अब उनके जाने के बाद मुश्किलें बढऩे वाली है। दूसरा ग्रुप इसी ताक में लगा हुआ था। लंबे समय बाद उन्हें बदला लेने का मौका मिल जाएगा।
फर्जी बैंक गारंटी में फंस चुके हैं अनिल जैन
फर्जी बैंक गारंटी से रीवा की शराब दुकानें देने का मामला किसी से छुपा नहीं है। इसकी शिकायत ईओडब्लू से की गई थी। इसमें कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसमें एक अनिल जैन भी थे। ईओडब्लू ने फर्जी बैंक गारंटी से रीवा की कई शराब दुकानें देने के मामले में उन्हें भी आरोपी बनाया है।
रीवा की शराब मनगवां पहुंच गई थी, छुड़ाने पहुंच गए थे
अंग्रेजी शराब के वेयर हाउस से ठेका खत्म होने के पहले रीवा शराब दुकान की परमिट की शराब मनगवां भेज दी गई थी। इसकी सूचना मुखबिर से रायपुर कर्चुलियान को दी गई थी। पुलिस ने वाहन जब्त कर लिया था। तब जिला आबकारी अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर जब्त गाड़ी को छुड़ाया था। हालांकि कलेक्टर के निर्देश पर मनगवां में एसडीएम ने गाड़ी पकड़ ली थी।
सिरमौर ने भी पकड़ी 300 पेटी अवैध शराब
कुछ दिन पहले भी सिरमौर पुलिस ने 300 पेटी देसी प्लेन शराब पकड़ी थी। एक ही परमिट से दो मर्तबा शराब ले जाई जा रही थी। यह भी जिला आबकारी अधिकारी के क्षेत्र से ही शराब निकली थी। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। एक ही परमिट से दो मर्तबा शराब देसी वेयर हाउस से इस्यू किया गया था।
अनिल जैन के साथियों की बढ़ेगी मुश्किलें
जिला आबकारी अधिकारी के स्थानांतरण से उनके गुट के अन्य सदस्य चिंता मे है। सबसे बड़ी टेंशन मनोज बेलवंसी को हो रही है। वह सीधे तौर पर अनिल जैन से जुड़े हुए थे। रीवा शहर से लेकर गांव तक की दुकानें वहीं सम्हाल रहे थे। उन्हें पूर आजादी दी गई थी। अनिल जैन के जाने के बाद मनोज बेलवंसी और शबनम बेगम की भी मुश्किल बढ़ जाएंगी। उन्हें बचाने और संरक्षण देने वाला कोई नहीं रह जाएगा।