पहली बार शाहरुख को मिला नेशनल अवार्ड लेकिन बारहवीं फेल के विक्रांत ने छींन लिया आधा

अभिनेता शाहरुख खान को पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है। जवान फिल्म के लिए इन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए यह अवार्ड दिया गया है। लेकिन इन्हें 12वीं फेल फिल्म के कलाकार विक्रांत मैसी ने आधा अवार्ड छींन लिया है। उन्हें भी सर्वेश्रेष्ट अभिनेता का अवार्ड दिया गया है। वहीं सर्वश्रेष्ठ फिल्म 12वीं फेल रही। सर्वश्रेष्ट अभिनेत्री रानी मुखर्जी को चुना गया।

पहली बार शाहरुख को मिला नेशनल अवार्ड लेकिन बारहवीं फेल के विक्रांत ने छींन लिया आधा

रानी मुखर्जी को मिसेज चटर्जी वर्सेस नार्वे के लिए दिया गया अवार्ड

कटहल को बेस्ट हिंदी फिल्म और राकी रानी की प्रेम कहानी को मनोरंजक फिल्मों की कटेगरी में बेस्ट पुरस्कार मिला

नई दिल्ली।  शुक्रवार को 71 वें  राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया। पुस्कार 2023 की फिल्मों को दिए गए हैं। फाल्के अवार्ड का एलान नहीं किया गया है। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में बेस्टर एक्टर शाहरुख और विक्रांत चुने गए हैं। बेस्ट एक्ट्रेस रानी मुखर्जी चुनी गई है। सर्वश्रेष्ठ फिल्म 12वीं पास है। द केरल स्टेारी के लिए सुदीप्तो सेन को बेस्ट डायरेक्टर चुना गया है। 

*सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म:* 12वीं फेल (हिंदी), निर्देशक: विधु विनोद चोपड़ा

*सर्वश्रेष्ठ निर्देशक:* सुदीप्तो सेन, द केरल स्टोरी (हिंदी)

*सर्वश्रेष्ठ अभिनेता:* शाहरुख खान (जवान, हिंदी) और विक्रांत मैसी (12वीं फेल, हिंदी) - संयुक्त रूप से

*सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री:* रानी मुखर्जी, मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे (हिंदी)

*सर्वश्रेष्ठ हिंदी फ़िल्म:* कटहल

*सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय और संपूर्ण मनोरंजन फ़िल्म:* रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (हिंदी), निर्देशक: करण जौहर

*सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता:* विजयराघवन (पूकलम, मलयालम) और मुथुपेट्टई सोमू भास्कर (पार्किंग, तमिल) - संयुक्त रूप से

*सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री:* उर्वशी (उलोझोक्कु, मलयालम) और जानकी बोदीवाला (वश, गुजराती) - संयुक्त रूप से

*सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी:* प्रसांतनु मोहापात्रा, द केरल स्टोरी (हिंदी)

*सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक:* दीपक किंगरानी, सिर्फ एक बंदा काफी है (हिंदी)

*सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका:* शिल्पा राव, चलेया (जवान, हिंदी)

*सर्वश्रेष्ठ नृत्य निर्देशन:* वैभवी मर्चेंट, ढिंढोरा बाजे रे (रॉकी और रानी की प्रेम कहानी)

*सर्वश्रेष्ठ साउंड डिज़ाइन:* एनिमल (हिंदी), सचिन सुधाकरण और हरिहरन मुरलीधरन

*सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक:* आशीष बेन्डे, आत्मपम्फलेट (मराठी)

*सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फ़िल्म:* गिद्ध द स्कवेंजर (हिंदी), निर्देशक: मनीष सैनी

राष्ट्रीय, सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली फ़िल्म: सैम बहादुर (हिंदी)

*अन्य उल्लेखनीय पुरस्कार:* 

सिर्फ एक बंदा काफी है को सर्वश्रेष्ठ संवाद और गीत लेखन के लिए पुरस्कार।

सैम बहादुर को वेशभूषा और मेकअप के लिए भी सम्मानित किया गया।

कुल 332 फीचर फ़िल्में, 115 गैर-फीचर फ़िल्में, 27 पुस्तकें, और 16 समीक्षक प्रविष्टियां मूल्यांकन के लिए प्राप्त हुईं।