टीकर के जंगल के नीचे खनिज अयस्क का अकूत भंडार, इस पर गड़ी कटनी के खनिज कारोबारी की नजर, खदान के लिए दौड़ शुरू

सिंगरौली में खोयला की खदानों के लिए हजारों हेक्टेयर में लगे जंगल नष्ट किए जा रहे हैं। हाथियों का कॉरीडोर तक नष्ट कर दिया गया। अब इसकी आंच रीवा तक पहुंचने वाली है। रीवा के जंगलों पर भी माइनिंग कारोबारियों ने नजर गड़ गई है। टीकर के 28 हेक्टेयर जंगल पर खतरा मंडराने लगा है। कटनी मिनरल्स ने जंगल की जमीन पर लीज के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।

टीकर के जंगल के नीचे खनिज अयस्क का अकूत भंडार, इस पर गड़ी कटनी के खनिज कारोबारी की नजर, खदान के लिए दौड़ शुरू
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कटनी मिनरल्स ने वन विभाग के पास लीज के लिए किया आवेदन
खदान की लीज स्वीकृत हुई तो कई हजार पेड़ पौधे कट जाएंगे
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार टीकर में जंगल की जमीन के नीचे बाक्साइड का प्रचुर भंडारण है। इसी बाक्साइड पर अब माइनिंग कारोबारियों की नजर गढ़ गई है। कुछ साल पहले सतना के एक माइनिंग कारोबारी ने लीज ली थी लेकिन क्षेत्र से अधिक हिस्से में खुदाई की थी। वन विभाग ने लीज निरस्त कर दिया था। वन क्षेत्र में किए गए उत्खनन वाले हिस्से से खनिज भी ले जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। अब फिर से टीकर के जंगल में कटनी के एक  माइनिंग कंपनी ने दस्तक दी है। कटनी मिनरल्स नाम की कंपनी ने लीज के लिए आनलाइन आवेदन किया है। इस आवेदन से ही वन विभाग में हड़कंप मच गया है। वन विभाग की भूमि की स्वीकृति को लेकर रीवा से लेकर भोपाल तक प्रक्रिया चल रही है। डीएफओ रीवा के पास प्रकरण पहुंचा है। इस आवेदन पर अधिकारियों की जांच पड़ताल जारी है।
बाक्साइड की है प्रचुर मात्रा
सूत्रों की मानें तो टीकर के जंगल के नीचे बाक्साइड का प्रचुर भंडार है। बाक्साइड बेल्ट के नाम से ही टीकर क्षेत्र जाना जाता है। इस बाक्साइड पर ही सब की नजर गढ़ी हुई है। वन भूमि फंसने के कारण ही अब तक टीकर की भूमि सुरक्षित है लेकिन अब माइनिंग कारोबारियों ने यहां भी पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। इससे रीवा के जंगलों पर भी खतरा मंडराने लगा है।
हजारों पेड़ों की बली चढ़ जाएगी
टीकर में खदान स्वीकृति के लिए कंपनी ने 28 हेक्टेयर भूमि के लिए आवेदन किया है। खदान खुलने से इस क्षेत्र में लगे हजारों हेक्टेयर वनभूमि और  पेड़ पौधे प्रभावित होंगे। इसके अलावा टीकर का जंगल काफी घना भी है। यहां कई तरह के वन्यजीव भी हैं। बाघों का भी मूव्हमेंट रहता है। बाघ कोरीडोर का भी हिस्सा है। यह सब कुछ प्रभावित हो जाएगा।
एल्युमीनियम बनाने के काम आता है बाक्साइड
बाक्साइड एल्युमीनियम का सबसे महत्वपूर्ण अयस्क है। इसका उपयोग एल्युमीनियम धातु बनाने के काम आता है। यह एल्युमिना का स्रोत भी है। इसके अलावा बाक्साइड का उपयोग सीमेंट की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए भी किया जाता है। यह पानी से होने वाले नुकसान के लिए प्रति अधिक प्रतिरोधी है। इसके अलावा आग रोकने के उत्पादों में भी उपयोग किया जाता है।