40 साल बाद जिसने लौटाया था विंध्य का गौरव, उसे किया गया याद दी गई श्रद्धांजलि

रीवा की पहली सफेद बाघ के निधन को एक साल पूरा हो गया है। विंध्या का निधन 9 मई 2023 को हुआ था। वह उम्र दराज हो गई थी। अपनी उम्र पूरी करने के बाद ही उसका निधन हुआ था। गुरुवार को मार्तण्ड ङ्क्षसह जूदेव चिडिय़ाघर और सफारी के अधिकारी, कर्मचारी ने विंध्या को याद किया और उसके निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

40 साल बाद जिसने लौटाया था विंध्य का गौरव, उसे किया गया याद दी गई श्रद्धांजलि

सफेद बाघ विंध्या के निधन को एक साल पूरा, अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
रीवा। ज्ञात हो कि रीवा में मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर की जब शुरुआत हुई तो विंध्य का गौरव वापस लौटाने वाली विंध्या ही थी। 40 साल बाद सफेद बाघ के रूप में विंध्या की विंध्य में वापसी हुई थी। इसलिए विंध्या विंध्य के लिए भी खास थी। विंध्य में अंतिम सफेद बाघ विराट की मृत्यु जुलाई 1976 में हो गई थी। इसके बाद विंध्य की धरती पर एक भी सफेद बाघ नहीं बचे थे। चिडिय़ाघर की स्थापना हुई तो विंध्या के रूप में 40 साल बाद सफेद बाघ की वापसी हुई थी। विंध्या को जब मुकुंदपुर लाया गया था तब उसकी उम्र सिर्फ 9 साल थी। सफारी की शान थी।  विंध्या की 9 मई 2023 को मौत हो गई। विंध्या की मौत के बाद उसे ससम्मान अंतिम विदाई दी गई थी। वन विभाग के अधिकारियेां से लेकर वर्तमान उपमुख्यमंत्री भी अंतिम विदाई में पहुंचे थे। एक साल होने पर विंध्या को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।