जिला पंचायत में सड़क पर मचा बवाल: पीएमजीएसवाय के अफसरों पर भड़के सदस्य, बोले जो सड़क चल नहीं सकती उसकी डीपीआर बनवाई ही क्यों

बारिश में लोगों ने सड़कों के लिए खून के आंसू बहाए। अब बारिश खत्म होते ही पीएम सड़क योजना विभाग दो ब्लाक की 147 किमी लंबी सड़कों की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव लेकर जिला पंचायत की सामान्य सभा में पहुंच गया। विशेष बैठक इसके अनुमोदन के लिए बुलाई गई। बैठक में जमकर हंगामा मचा।उपाध्यक्ष ने तो साफ कह दिया कि जब रीवा की मिट्टी बिटुमिनस सड़क के लिए फिट नहीं है तो डीपीआर क्यों बनवाया गया। शासन का पैसा विभाग बर्बाद करने पर तुला हुआ है। सख्त लहजे में अधिकारियों को आगे से ऐसे प्रस्ताव और डीपीआर न बनवाने की चेतावनी दे दी है।

दो ब्लाक की सड़कों पर हुई चर्चा, सभी सदस्यों ने सहमति जताई

सभी सदस्यों ने रोया सड़कों का रोना, जल्द से जल्द अन्य ब्लाक की सड़कों का प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया

रीवा। मंगलवार को जिला पंचायत में विशेष सामान्य सभा का आयोजन किया गया। यह सभा मुख्य रूप से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पर केन्द्रित रही। दरअसल रीवा और मऊगंज की 147 किमी  लंबी सड़कों की स्वीकृति के पहले विशेष सामान्य सभा में चर्चा और अनुमोदन के लिए रखा गया था। सड़क पर जब यहां चर्चा शुरू हुई तो सदस्यों ने शिकायतों की झड़ी लगा दी। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग जीएम पर सभी सदस्य पिल पड़े। सभी ने अपने अपने क्षेत्रों की खराब सड़कों का रोना रोया। इस पर उपाध्यक्ष प्रणव प्रताप सिंह ने लाए पीएम ग्रामीण सड़क योजना के सड़कों के डीपीआर पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने बताया कि जब रीवा जिला की मिट्टी डामरीकृत सड़कों के लिए ठीक नहीं है तो इसका डीपीआर क्यों बनवाया गया। उन्होंने कहा कि शासन का पैसा आप बर्बाद करने में तुले हुए हैं। अब यदि अगली बार सड़कों का चयन हो और उनका डीपीआर बने तो कांक्रीट सड़क का ही तैयार करे। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, उपाध्यक्ष प्रणव प्रताप सिंह, जिला पंचायत सीईओ मेहताब सिंह गुर्जर के अलावा कृषि समित अध्यक्ष योगेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह, गौसंवर्धन समिति अध्यक्ष नंदिनी तिवारी के अलावा लालमणि त्रिपाठी, पूर्णिमा तिवारी, गीता मांझी, देवेन्द्र शुक्ल, पद्मेश गौतम, केडी शुक्ला, ममता कुंज तिवारी मौजूद रहे। सभी ने सड़कों का रोना रोया। गीता मांझी ने सोहागी पहाड़ में बढ़ते हादसों परचिंता जताई। नंदिनी तिवारी सभा में अंतिम समय में पहुंची। उन्होंने भी दो खराब सड़कों का मुद्दा उठाया। पूर्णिमा तिवारी ने सड़कों के मजबूतीकरण की बात रखी। केडी शुक्ला ने सिर्फ दो ही ब्लाक की सड़कों के प्रस्ताव तैयार किए जाने पर आपत्ति दर्ज की। उन्होंने शेष ब्लाक में कौन कौन सी सड़क का डामरीकरण किया जाना है। उनकी लिस्ट मांग ली। उन्होंने सभी सड़कों की जानकारी तुरंत उपलब्ध कराने की बात कही। इसके अलावा बैठक में योजना समिति के गठन का भी मुद्दा उठा। जब प्रस्ताव के अनुमोदन की बारी आई तो सभी ने कहा कि जब योजना समिति का गठन ही नहीं हुआ है तो वह कैसे इसे अनुमोदित कर सकते हैं। सभी सदस्यों ने योजना समिति के गठन का प्रस्ताव कमिश्नर के पास रखने पर सहमति जताई। 

योजना समिति कब बनेगी तीन साल तो बीत गया

बैठक में सदस्यों ने कहा कि तीन का कायज़्काल बीत चुका है। पंचायत मंत्री जो रीवा के प्रभारी मंत्री से भी इस संबंध में बात हुई थी लेकिन आज तक नहीं हुई। सभी सदस्यों ने प्रस्ताव तैयार कर कमिश्रर रीवा कीे ओर भेजे जाने पर सहमति जताई।

बदलेगा पैकनगांव का नाम

 बैठक में अध्यक्ष की अनुमति से सदस्य लालमणि त्रिपाठी ने नईगढ़ी जनपद के ग्राम पैकनगांव का नाम परिवतिज़्त कर इंटौरा रक्सेलान किए जाने का प्रस्ताव रखा गया जिसका सभी सदस्यों ने सवज़्सम्मति से पारित किया। दरअसल ग्राम पंचायत पैकनगांव के आम सभा में स्थानीय लोगों द्वारा गांव का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित किया गया था।