अब फिर से बंद होने वाली है कई सरकारी स्कूलें, लगने वाला है ताला, 1 दिन बाद से शुरू हो जाएगी उल्टी गिनती

सरकार कुल मिलाकर सरकारी स्कूलों को खत्म करने की तैयारी कर ली है। पहले भी एक कोशिश की गई लेकिन सरकार सफल नहीं हुई। अब फिर से शिक्षकों को अन्यत्र पदस्थ कर कई स्कूलों को बंद करने की तैयारी है।

अब फिर से बंद होने वाली है कई सरकारी स्कूलें, लगने वाला है ताला, 1 दिन बाद से शुरू हो जाएगी उल्टी गिनती
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जीरो नामांकन वाली स्कूलों में लगेगा ताला, इन स्कूलों के शिक्षकों की होगी काउंसलिंग

रीवा। स्कूल शिक्षा विभाग जीरो इनरोलमेंट वाली स्कूलों को बंद करने की योजना बना ली है। इन स्कूलों के शिक्षकों को अन्यत्र पदस्थ किया जाएगा। आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग वैसे भी पीएम श्री स्कूलें और सीएम राइज स्कूलें बड़े स्तर पर शुरू कर रही है। इनका दायरा से 5 से 10 किमी तक की स्कूलों को कवर करने का रखा जा रहा है। बच्चों को लाने और छोडऩे के लिए बसें दी जा रही हैं। ऐसे में छोटी स्कूलें यानि प्रायमरी स्कूलों में ताला लगना पहले से ही तय है। इसके पहले ही इन स्कूलों को समेटने के लिए भोपाल से भी आदेश पहुचं गया है। जीरो इनरोलमेंट वाली स्कूलों में इसी महीने से ताला जड़ दिया जाएगा। यहां पदस्थ शिक्षकों को अन्यत्र पदस्थ कर दिया जाएगा। ऐसा यह पहली बार नहीं हो रहा है। इसके पहले भी कई स्कूलों को बंद किया गया था लेकिन बाद में कोर्ट के दखल के बाद स्कूल शिक्षा विभाग को उन स्कूलों को दोबारा खोलना पड़ा था। अब फिर से नई कोशिश सरकार कर रही है। 

12 से शुरू होगी शिक्षकों की काउंसलिंग

12 सितंबर को काउंसलिंग की तिथि भी तय कर दी गई है। काउंसलिंग दोपहर 12 बजे से शुरू की जाएगी। जिला स्तर पर काउंसलिंग वरिष्ठता क्रम में की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी ग्रेडेशन लिस्ट के आधार पर काउंसलिंग करेंगे। वरिष्ठ शिक्षक को शाला विकल्प चयन का पहले अवसर दिया जाएगा। काउंसलिंग में उपस्थित शिक्षकों द्वारा चयन किए गए विकल्प का सहमति पत्र प्राप्त कर जिला कार्यालय में संधारित किया जाएगा। काउंसलिंग के बाद जीरो इनरोलमेंट वाली स्कूलों के शिक्षकों को रिक्त पद वाली स्कूलों में पदस्थ कर दिया जाएगा। इस आदेश में यह भी कहा गया है कि यदि कोई शिक्षक काउंसलिंग में नहीं पहुंचता है तो उसे जिले में कहीं भी पदस्थ कर दिया जाएगा।

भाजपा सरकार ने शिक्षकों को जमकर किया प्रताडि़त

भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इस बार स्कूल शिक्षा विभाग को जमकर टारगेट किया। पहले शिक्षकों को अतिशेष के नाम पर स्कूलों से भगाया गया। शिक्षकों को कई किमी दूर पदस्थ किया गया। उन्हें स्कूल और शहर छोडऩे के लिए मजबूर किया। अब स्कूलों को बंद करने की तैयारी है। यहां भी पदस्थ शिक्षकों केा जबरन काउंसलिंग में शामिल होने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा शिक्षकों पर ही लगाम लगाने के लिए ईअटेंडेंस भी लागू किया गया है। सभी नियम कायदे शिक्षकों पर ही लागू किया जा रहा है।