दइंतजामी ने मौत के मुंह तक पहुंचाया, उमरी में मची भगदड़ , दो महिलाएं घायल, अस्पताल भेजा गया
खाद वितरण में एक बार फिर लापरवाही सामने आई। उमरी में प्रशासनिक बदइंतजामी के कारण कई महिला और पुरुष घायल हो गए। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए सिरमौर भेजा गया। जहां हालत सामान्य है।
टोकन वितरण की पर्याप्त और सही व्यवस्था नहीं थी, कॉलेज का गेट खुलते ही बेकाबू हुई भीड़
दो महिलाओं को भीड़ ने कुचला, इसके बाद जागा प्रशासन
रीवा। आपको बता दें कि रीवा जिला में खाद की मारामारी मची है। डबल लॉक में पर्याप्त स्टॉक है लेकिन अव्यवस्थाओं के कारण किसानों के बीच मारामारी मच रही है। करहिया मंडी में इसी अव्यवस्था के कारण किसान आक्रोशित हो गए थे। पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी थी। अब ऐसी ही लापरवाही उमरी डबल लॉक में भी देखनेे को मिली। यहां भी प्रशासनिक लापरवाही साफ नजर आई। दरअसल यहां कई दिनों से किसान हंगामा कर रहे हैं। टोकन वितरण को लेकर सड़क पर जाम भी लगा चुके हैं। पत्थर बाजी भी हो चुकी है। इसके बाद भी प्रशासन की नींद नहीं खुली। एसडीएम, नायब तहसीलदार और तहसीलदार सिरमौर को व्यवस्थाएं बनानी थी लेकिन वह फेल रहे। इसका नतीजा मंगलवार को किसानों को भुगतना पड़ा। टोकन वितरण के लिए प्रशासन ने उमरी में प्राइवेट कॉलेज को केन्द्र बनाया था। यहां सुबह से ही किसान पहुंच गए थे लेकिन गेट बंद था। भीड़ इतनी थी कि इन्हें सम्हालना मुश्किल था। गर्मी के कारण किसानों का भीड़ में बुरा हाल रहा। जैसे ही 10 बजे गेट खुला। अंदर घुसने के लिए धक्का मुक्की शुरू हो गई। इसी अफरा तफरी में कई महिलाएं जमीन पर जा गिरी और भीड़ उन्हें कुचल डाली। गनीमत रही कि समय रहते उन्हें बचा लिया गया। तुरंत घायल महिलाओं को सिरमौर अस्पताल भेजा गया। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। इस भगदड़ की जानकारी जैसे ही लगी। मौके पर मोर्चा सम्हालने एडीएम सपना त्रिपाठी पहुंच गई। पुलिस बल भी पर्याप्त बुलाया गया। इसके बाद लाइन से टोकन का वितरण कराया गया। 13 सितंबर तक के लिए टोकन का वितरण कराया गया। इसकेअलावा यहां अब व्यवस्थाएं बदल दी गई है। टोकन वितरण के लिए प्राइवेट कॉलेज को हायर कर लिया गया है। यहीं से किसानों का टोकन वितरण होगा और डबल लॉक से खाद का वितरण किया जाएगा। सुबह से ही कॉलेज का गेट खोलने के निर्देश दिए गए है। पर्याप्त पानी और छाया का इंतजाम भी कराया जा रहा है। अब सवाल यह है कि प्रशासन किसी हादसे का ही इंतजार क्यों करता है। करहिया मंडी में लाठीचार्ज के बाद भी आंखे क्यों नहीं खुली। उमरी में पहले से यदि इंतजाम कर लिए जाते तो हालात नहीं बिगड़ते।
इनका कहना है
आज यहां 11 बजे सुबह पहुंची तो हजार से ज्यादा किसान मौजूद थे। यहां शुरु में काफी भीड़ थी। दो महिलाओं को चक्कर आ गया था। इन्हें गाड़ी से अस्पताल भेजा। अभी वह स्वस्थ्य हैं। एडिशनल एसपी, एसडीओपी, एसडीएम के साथ मिलकर क्यू में सभी किसानों को लगाकर टोकन का वितरण कराया गया है। सुबह थोड़ी गर्मी और भीड़ के कारण परेशानी हुई थी।
श्रीमती सपना त्रिपाठी
एडीएम, रीवा