अचानक आ धमकी 3 सदस्यीय जांच टीम, मेडिकल कॉलेज में मचा हड़कंप, दिन भर टीम करती रही निरीक्षण
मंगलवार को श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मचा रहा। जबलपुर से तीन सदस्यीय टीम अचानक पहुंच गई थी। टीम ने दिन भर अस्पताल से लेकर कॉलेज का निरीक्षण किया। सभी विभागों में पहुंच कर व्यवस्थाएं देखी। स्टाफ और डॉक्टरों का भी वैरीफिकेशन किया। इसके बाद शाम को निरीक्षण कर वापस लौट गई।

9 विभागों में पीजी की सीटें बढ़ाए जाने का भेजा गया था प्रस्ताव
सीट के हिसाब से व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंची थी टीम
रीवा। आपको बता दें कि यह निरीक्षण पीजी सीटों को बढ़ाने के लिए चल रहा है। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज ने 9 विभागों में पीजी की सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था। एनएमसी से स्वीकृति मिलने के पहले जबलपुर आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने अस्पताल में सीटों की डिमांड के हिसाब से कॉलेज में व्यवस्था है या नहीं इसका परीक्षण कराती है। इसी के तहत जबलपुर विवि से तीन सदस्यों को रीवा मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। तीनों सदस्य मंगलवार की सुबह ही मेडिकल कॉलेज पहुंच गए थे। टीम ने निरीक्षण की शुरुआत विभागवार डॉक्टरों और स्टाफ की उपलब्धता से शुरू की। सभी डॉक्टरों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। इसके बाद विभाग पहुंच कर सुविधाओं का भौतिक सत्यापन किया गया। टीम दिन भर अस्पताल और कॉॅलेज में मौजूद रही। उन्होंने इस दौरान अस्पताल की ओपीडी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद टीम वापस लौट गई।
इन विभागों का किया गया निरीक्षण और यह थे टीम में शामिल
टीम के सदस्यों ने एनॉटामी, पिडियाट्रिक, माइक्रोबायलॉजी, पैथॉलाजी, कम्यूनिटी मेडिसिन, एनेस्थीसिया, ईएनटी, गायनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक विभाग का विभाग का निरीक्षण किया। मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने तीन सदस्यों को निरीक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा था। इसमें प्रमुख रूप से डॉ प्रभात सिंह, डॉ विकास पाण्डेय, डॉ अंकित जैन शामिल रहे। टीम के सदस्यों ने दिन भर अस्पताल और कॉलेजों का कोना कोना देखा। इसके बाद रिपोर्ट लेकर वापस लौट गए। विवि की टीम के निरीक्षण के बाद अब प्रस्ताव एनएमसी को भेजा जाएगा। एनएमसी से ही पीजी की सीटें बढ़ाए जाने की स्वीकृति मिलेगी।
किस विभाग में कितनी पीजी सीटें बढ़ाने का है प्रस्ताव
विभाग सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव
एनॉटामी 05 09
पिडियाट्रिक 12 15
माइक्रोबायलॉजी 04 05
पैथॉलाजी 06 16
कम्प्यूनिटी मेडिसिन 04 11
एनेस्थीसिया 10 24
ईएनटी 03 05
गायनेकोलॉजी 09 20
आर्थाेपेडिक 03 12
योग 56 117
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आयुर्विज्ञान विवि जबलपुर से तीन सदस्यीय टीम आई थी। 9 विभागों में पीजी की सीटें बढ़ाई जानी है। सीट बढ़ाने के पहले प्राथमिक निरीक्षण होता है। टीम सुविधाएं और व्यवस्थाओं का आंकलन करती है। इसके बाद एनएमसी की टीम निरीक्षण करती है और सीट बढ़ाने की स्वीकृति प्रदान करती है। इसी पीजी सीट का बढ़ाने को लेकर निरीक्षण किया गया है।
डॉ प्रियंक शर्मा, प्रभारी डीन
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज, रीवा