सीएम के प्रोटोकॉल में लगी गाडिय़ों के साथ हो गया था कांड तब खुली प्रशासन की आंख, अब रीवा में भी पेट्रोल पंपों में तलाश रहे पानी
रतलाम के डोसीगांव में मप्र के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रोटोकॉल में लगी गाडिय़ां पेट्रोल पंप पर डीजल भराने गई। डीजल भराने के चंद कदम आगे चलकर गाडिय़ां बंद हो गईं थी। जांच कराई गई तो गाड़ी की टंकी से पानी निकला। इसके बाद प्रशासन ने पेट्रोल पंप सीज करने के साथ ही पेट्रोल पंप संचालक पर एफआईआर भी दर्ज कराई। सीएम की गाड़ी के साथ कांड होने के बाद अब रीवा प्रशासन की भी आंखे खुल गई है। नींद टूटी तो रीवा के पेट्रोल पंपों की भी जांच शुरू की गई है। दो पेट्रोल पंप पहुंच कर टीम ने गुणवत्ता जांची। टंकियों का निरीक्षण किया। डीजल, पेट्राल में पानी की जांच की गई।

रीवा। सीएम के साथ हुई इस घटना के बाद हड़कंप मच गया है। सभी जिलों में पेट्रोल पंपों की जांच शुरू कर दी गई है। इसका असर रीवा में भी देखने को मिला। जो अधिकारी शिकायतों पर भी जांच नहीं करते थे। वह अब भागे भागे पेट्रोल पंपों की जांच करते फिर रहे हैं। शनिवार को रीवा कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल के निर्देश पर खाद्य विभाग, नापतौल विभाग तथा पेट्रोलियम कंपनी के प्रतिनिधियों की टीम ने पेट्रोल पंपों का निरीक्षण किया । इस संबंध में जिला आपूर्ति अधिकारी कमलेश तांडेकर ने बताया कि जाँच दल ने गर्ग फिलिंग स्टेशन गड़रिया रीवा तथा शिव फिलिंग स्टेशन लोही की जाँच की। दोनों पेट्रोल पंपों में डीजल और पेट्रोल के नमूने लेकर उनमें पानी सहित किसी भी अन्य पदार्थ की मिलावट तथा डेंसिटी की जाँच परखनली टेस्ट से की गई। पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देश देते हुए कहा गया कि डीजल और पेट्रोल के टैंकों की नियमित जाँच करें। इनके ढक्कन ठीक से बंद करके रखें। इनमें यदि पानी की मात्रा प्राप्त होती है तो इनका वितरण तत्काल बंद करें। डिपो से डीजल और पेट्रोल लेकर आने वाले टैंकरों में पहले डीजल.पेट्रोल की गुणवत्ता की जाँच करें। उसके बाद ही इन्हें अनलोड कराएं। जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि पेट्रोल पंपों में डीजल पेट्रोल की गुणवत्ता तथा पानी की मात्रा की लगातार जाँच जारी रहेगी। जाँच दल में सहायक आपूर्ति अधिकारी सुभाष द्विवेदी, मापतौल अधिकारी सत्यनारायण तिवारी तथा पेट्रोलियम कंपनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के प्रतिनिधि ऋषभ गुप्ता शामिल रहे।