संजय गांधी अस्पताल की आउटसोर्स महिला कर्मचारी निकली एड्स मरीज, कईयों के साथ रहे संबंध, अब खतरे में पूरा स्टाफ

विंध्य के सबसे बड़े अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ पर एड्स का खतरा मंडरा रहा है। एक महिला कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। काउंसलिंग में महिला ने कई स्टाफ कर्मचारियों के नाम बनाए हैं। अब कईयों की जिंदगी दांव पर लग गई है। यदि आउटसोर्स कर्मचारियों और पैरामेडिकल स्टाफ की जांच हुई तो एड्स पॉजिटिव मरीजों की लाइन लगनी तय है।

संजय गांधी अस्पताल की आउटसोर्स महिला कर्मचारी निकली एड्स मरीज, कईयों के साथ रहे संबंध, अब खतरे में पूरा स्टाफ
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हाउस कीपिंग में काम करने वाली महिला की रिपोर्ट आई पॉजिटिव, अभी भी कर रही काम

रीवा। रीवा में एड्स के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसी उम्मीद नहीं थी कि जहां मरीजों का इलाज होता है। जागरुकता फैलाई जाती है। वहीं की महिला कर्मचारी लापरवाही बरेगी। संजय गांधी अस्पताल में एजाइल सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड का ठेका है। यही कंपनी आउटसोर्स कर्मचारियों से काम करा रही है। इसमें ब्वार्ड वाय से लेकर हाउस कीपिंग, सिक्योरिटी, ऑपरेटर तक शामिल है। इन कर्मचारियों की कभी एड्स की जांच ही नहीं कराई गई। इसके अलावा भी अन्य गंभीर बीमारियों की जांच नहीं हुई। अब यही मरीज दूसरों को भी अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। संजय गांधी अस्पताल में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी जब श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के आईसीटीसी केन्द्र एड्स की जांच कराने पहुंची तो रिपोर्ट ने सब को चौंका दिया। एड्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जब महिला कर्मचारी की काउंसलिंग की गई तो सब दंग रह गए। महिला ने अस्पताल स्टाफ के कई लोगों का नाम गिनाया जिनके उससे संबंध रहे। ऐस में एड्स का खतरा अन्य कर्मचारियों पर भी बढ़ गया है। समय पर जांच नहीं होने से एड्स पीडि़त महिला के संपर्क में आने वाले लोग औरों को भी संक्रमित करते जा रहे हैं। इन सभी की जांच कराने के बाद ही एड्स पीडि़तों की संख्या सामने आ पाएगी। इसमें सिर्फ संजय गांधी अस्पताल के सफाई कर्मचारी ही नहीं पैरामेडिकल स्टाफ भी लपेटे में आएंगे। पैरामेडिकल स्टाफ से भी महिला ने संपर्क होने की बात कबूली है। 

नोट- इस खबर लिखने के पीछे मंशा लोगों को अलर्ट करना है न कि किसी को बदनाम करना है। एड्स के प्रति जागरुक रह कर ही लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सकता है।