संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक की मेहनत लाई रंग, फिर आई एक नई जांच मशीन, मिलेगी मरीजों को राहत

संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा की मेहनत रंग लाई है। उनकी कोशिशों का नतीजा है कि अस्पताल में जांच सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। फिर से एक बड़ी सौगात विंध्य के लोगों को मिलने जा रही है। करीब 8 करोड़ की लागत से सीटी स्केन मशीन लगाई जा रही है। कुछ पार्ट्स पहुंच गए है। शेष भीएक दो दिन में पहुंच जाएंगे। मरीजों को अब जांच के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा।

संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक की मेहनत लाई रंग, फिर आई एक नई जांच मशीन, मिलेगी मरीजों को राहत

रेडियोलॉजी विभाग के पुराने सीटी स्केन कक्ष में लगाई जाएगी नई मशीन
काम जारी है, टाइल्स आदि लग चुकी हैं, एसी डक्ट का काम चल रहा
रीवा। विंध्य के मरीजों को बड़ी सौगात मिलने जा रही है। जांच के दो बड़ी और महंगी मशीनें इंस्टाल हो रही हैं। एक का काम जारी है और दूसरे के पार्ट आने शुरू हो गए हैं। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एमआरआई लग रही है। वहीं संजय गांधी अस्पताल में सीटी स्कैन का इंस्टालेशन होना है। कुछ पार्ट पहुंच भी गए हैं। शेष एक या दो दिन में पहुंच जाएंगे। इससे मरीजों को सस्ती दर पर जांच की सुविधा उपलब्ध होगी।
रीवा के संजय गांधी अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आने वाले समय में कोई ऐसी मशीन शेष नहीं रह जाएगी जिसकी कमी से जांच प्रभावित होगी। मरीजों को सीटी स्केन और एमआरआई जांच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इन दोनों मशीनों की सुविधाएं जल्द मिलने वाली है। संजय गांधी अस्पताल में सीटी स्केन मशीन लगने जा रही है। अभी तक संजय गांधी अस्पताल में सीटी स्केन मशीन नहीं थी। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सीटी स्केन मशीन थ। मरीजो को जांच के लिए या तो बाहर जाना पड़ता था या फिर सुपर स्पेशलिटी में जांच कराना पड़ रहा था। अब संजय गांधी अस्पताल में ही आने वाले कुछ दिनों में यह सुविधा मिल जाएगी। संजय गांधी अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में सीटी स्केन मशीन का इंस्टालेशन होना है। इसके लिए कक्ष भी लगभग बन कर तैयार हो चुका है। कुछ पार्ट्स पहुंच भी गए हैं। शेष एक या दो दिनों में पहुंच जाएंगे। इसके बाद इस मशीन के इंस्टालेशन का काम शुरू हो जाएगा।
8 करोड़ की लागत से आ रही सीटी स्केन मशीन
संजय गांधी अस्पताल में सीटी स्केन मशीन करीब 8 करोड़ की लागत से आ रही है। भोपाल से इस मशीन की खरीदी के लिए राशि का भुगतान पीजी सीट उन्नयन मद से किया गया है। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज डीन कार्यालय से मुम्बई की कंपनी को आनलाइन आर्डर किया गया था। 7 करोड़ 99 लाख से सीटी स्केन मशीन आ रही है। यह मशीन एक्वालियन प्राइम एसपी/टीएसएस 3038मॉडल है और कैनन कंपनी की है। मशीन के कुछ पार्ट्स पहुंच गए हैं। शेष आन द वे हैं। चंद दिनों में शेष पाटर््स भी पहुंच जाएंगे।
पुरानी सीटी मशीन की जगह किया जाएगा इंस्टाल
संजय गांधी अस्पताल में पहले भी सीटी स्केन मशीन लगाई गई थी लेकिन वह ज्यादा लंबे समय तक नहीं चली थी। मशीन कबाड़ हो गई थी। रेडियोलॉजी विभाग मे ही सीटी स्केन कक्ष में मशीन अब तक लगी हुई थी। नई मशीन की स्वीकृति मिलने के बाद पुरानी मशीन को बाहर कर दिया गया। उसी जगह पर कंपनी के इंजीनियर और कर्मचारियों ने नई मशीन के इंस्टालेशन का सेटअप तैयार करना शुरू कर दिया है। टाइल्स, बेस आदि तैयार कर लिया गया है। एसी डक्ट का काम जारी है। अब मशीन के पार्ट्स आने के बाद इंस्टालेशन शुरू हो जाएगा।
सुपर में लग रही एमआरआई मशीन
वहीं दूसरी तरफ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एमआरआई मशीन लगाई जा रही है। सीटी स्केन के पास ही इसके इंस्टालेशन की प्रक्रिया जारी है। कक्ष और बेस बन कर तैयार हो चुका है।  एमआरआई मशीन के सभी पाटर््स पहुंच गए हैं। उम्मीद है कि जून में एमआरआई की सुविधा मरीजों को मिलनी शुरू हो जाएगी। अभी तक सुपर स्पेशलिटी और संजय गांधी अस्पताल में एमआरआई जांच की सुविधा नहीं थी। मरीजों को बाहर से जांच कराना पड़ रहा था। इसके लिए महंगी कीमत चुकानी पड़ती थी। एमआरआई मशीन स्थापित होने से मरीजों को राहत मिलेगी।
अधीक्षक के प्रयास से हुआ संभव
संजय गांधी अस्पताल में मरीजों के इलाज और जांच के लिए हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा की कोशिशों की वजह से ही सीटी स्केन मशीन रीवा को मिल पाई। इसके पहले भी रेडियोलॉजी विभाग में डिजिटल एक्सरे मशीन, मेमोग्राफी मशीन इंस्टाल की जा चुकी है। इन मशीनों के इंस्टालेशन से अब मरीजों को एक्सरे के लिए लंबे वेटिंग का इंतजार नहीं करना पड़ता। इसके अलावा मेमोग्राफी मशीन लगने से स्तन कैंसर की भी जांच यहां संभव हो पा रही है।