रिकार्डधारी जुलाई माह: बारिश ने कई ऐसे रिकार्ड बनाए जो आज तक नहीं टूटे, इस बार नए रिकार्ड की आस

जुलाई महीने में बारिश ने रीवा में कइ्र ऐसे रिकार्ड बनाए जो आज तक नहीं टूटे। जुलाई महीने को यदि रिकार्डधारी महीना कहें तो यह भी गलत नहीं होगा। इस महीने में कभी भीषण गर्मी भी पड़ी तो कभी इतनी बारिश हुई तो घर जलमग्न हो गए। इन रिकार्ड को फिर मौसम खुद नहीं नहीं तोड़ पाया। इस बार जैसा बारिश का हालचाल है। उम्मीद है कि यह मौसम फिर से नया रिकार्ड बनाकर ही जाएगा।

रिकार्डधारी जुलाई माह: बारिश ने कई ऐसे रिकार्ड बनाए जो आज तक नहीं टूटे, इस बार नए रिकार्ड की आस
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वर्ष 1995 में हुई थी खूब झमाझम, 658.8 मिमी बारिश दर्ज की गई थी

30 जुलाई 1985 को 24 घंटे में सर्वाधिक 252.3 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी

रीवा। इस मर्तबा मानसून ने समय से पहले दस्तक दे दी है। पिछले 10 दिनों से आसमान से बादल छंटने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। लगातार बारिश हो रही है। आने वाले समय में भी मौसम विभाग ने भारी से भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के पुराने रिकार्ड की मानें तो रीवा जिला का जुलाई महीना रिकार्डधारी रहा है। यहां बारिश ने कई रिकार्ड बनाए हैं। इस बार भी जिस तरह से मौसम का मिजाज है। इस देखते हुए फिर नए रिकार्ड बनने की उम्मीद लगाई जा रही है। मौसम विभाग की मानें तो जुलाई महीने में अब तक सबसे अधिक बारिश वर्ष 1995 को रिकार्ड की गई थी। तब महीने भर में 658.8 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी। वहीं एक दिन में सबसे अधिक बारिश की बात करें तो 30 जुलाई 1985 को 24 घंटे में ही 252.3 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी। यदि पिछले 10 सालों के रिकार्ड पर नजर डालें तो वर्ष 2017 का बारिश का मौसम ही ऐसा था जो 1995 के रिकार्ड को तोडऩे के करीब पहुंचा था। वर्ष 2017 में जुलाई महीने मे 511.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी। 

इसलिए होती है जोरदार बारिश

मौसम विभाग की मानें तो इस मर्तबा रीवा में मानसून समय से पहले ही इंटर कर गया है। रीवा में दक्षिण पश्चिम मानसून की इंट्री हुई है। इसे द्रोणिका मानसून कहते हैं। यह एक लम्बी कम दबाव वाला क्षेत्र मानसून की अर्ध स्थायी विशेषता में से एक है। दक्षिण की ओर प्रवास के परिणाम स्वरूप क्षेत्र में सक्रिय मानसून होता है। इसके विपरीत इस द्रोणिका के उत्तर की ओर प्रवास से क्षेत्र में मानसून की स्थिति में व्यवधान होता है। इससे वर्षा के दौर में रुकावट आती है। मानसून में बाधा आने से तापमान भी बढ़ता है। रीवा जिला में जुलाई महीने की औसत वर्षा 326.8 मिमी तथा वर्षा के दिनों के औसम दिन 12.6 हैं। जुलाई महीने में औसतन अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रहता है। 

वर्ष 2016 में बाढ़ में डूबा था रीवा और जुलाई में खूब तपा था

रीवा के लोगों को वर्ष 2016 का अगस्त महीना नहीं भूलेगा। अगस्त में ही रीवा में इतनी बारिश हुई थी कि बाढ़ आ गई थी। रीवा जलमग्न हो गया था। हैलीकाप्टर से लोगों को रेस्क्यू किया गया था। इसी साल जुलाई में बारिश कम हुई थी। गर्मी ने लोगों की हालत खराब कर दी थी। तापमान 40.2 डिग्री तक पहुंच गया था। 

पिछले 10 सालों में किस दिन हुई 24 घंटे में सर्वाधिक वर्षा

मौसम विभाग के आंकड़ों की जानें तो पिछले 10 सालो में 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 12 जुलाई 2017 को हुई थी। इस दिन कुल 154.2 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी। वहीं 2015 में 9 जुलाई को 35.4 मिमी, 2016 में 6 जुलाई को 104.6 मिमी, 2018 में 13 जुलाई को 44.8 मिमी, 2019 में 9 जुलाई को 53.2 मिमी, 2020 में 7 जुलाई को 76.2 मिमी, 2021 में 9 जुलाई को 38 मिमी, 2022 में 16 जुलाई को 63.8 मिमी, 2023 में 5 जुलाई को 39.4 मिमी और 2024 में 1 जुलाई को 57.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी। 

पिछले 10 सालों का जुलाई महीने में बारिश का आंकड़ा मिमी में

वर्ष बारिश मिमी में

2015 216.4

2016 321.8

2017 511.6

2018 231.4

2019 314.4

2020 304.8

2021 191.6

2022 216.4

2023 286.6

2024 201.4