मप्र भाजपा के नए बॉस का नाम तय अब सिर्फ ऐलान करना बांकी
भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सिर्फ औपचारिकता ही चल रही है। पहले से ही लगभग विधायक हेमंत खंडेलवाल का नाम तय कर लिया गया था। नामांकन में भी सिंगल नामांकन दाखिल हुआ। इसके बाद ही अगला भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष कौन बनेगा यह तय हो गया था। सिर्फ औपचारिक ऐलान का इंतजार शेष रह गया है। आज दोपहर 2 बजे तय चुनाव समय सारिणी के अनुसार ही नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी।

31 साल बाद वैश्य समाज से मिलेगा प्रदेश को भाजपा का अध्यक्ष, सीएम की भी पसंद थे हेमंत
भोपाल। लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की तलाश कर रही थी। भाजपा की दौड़ अब जाकर खत्म हुई है। पार्टी को अगला प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। बैतूल से दो बार के विधायक और पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल के सिर यह ताजपोशी होने जा रही है। भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष के लिए चुनाव की घोषणा की थी। नामांकन पत्र भरने के लिए भी आमंत्रित किया था लेकिन हेमंत के अलावा किसी और ने नामांकन दाखिल नहीं किया। जिस तरह से यह पूरा घटनाक्रम चला इससे तो यह तय है कि पहले से ही हेमंत के नाम पर मुहर लग गई थी सिर्फ औपचारिकता निभाना शेष रह गया था। उसकी भी पार्टी ने रश्म आदयगी कर दी। अब दो बजे चुनाव प्रक्रिया के अनुसार नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा भी कर दी जाएगी।
किसी ने नहीं किया विरोध और आगे भी नहीं आए
भारतीय जनता पार्टी में अंदरूनी कितनी भी कलह हो लेकिन यह कलह सड़क पर और जनता के बीच बाहर नहीं आती। भाजपा में यही अनुशासन देखने को मिलता है जो दूसरी पार्टियों में नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में वैसे तो कई चेहरे थे। कईयों का नाम भी चल रहा था लेकिन जब नामांकन दाखिल करने की बारी आई तो कोई भी सामने नहीं आया। किसी ने नामांकन पत्र तक दाखिल नहीं किया। विरोध भी करना चाहते थे लेकिन कर नहीं पाए। पार्टी ने जिस नाम पर मुहर लगा दी। उसे सभी ने स्वीकार कर लिया। अब हेमंत खंडेलवाल ही भाजपा को चलाएंगे। नई दिशा की तरफ लेकर जाएंगे।
सीएम बने हेमंत के प्रस्तावक
मंगलवार को हेेमंत खंडेलवाल नामांकन दाखिल करने पहुंचे। उनके प्रस्तावक खुद सीएम डॉ मोहन यादव बने। उन्होने हेमंत खंडेलवाल का हाथ पकड़ा और मंच तक ले गए। इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, वीरेन्द्र खपटीक, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, राजेन्द्र शुक्ला, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, सावित्री ठाकुर, राकेश सिंह, यशपाल सिसौदिया ने मंच पर पहुंच कर अपना समर्थन दिया।
पिता के निधन के बाद राजनीति में आए हेमंत खंडेलवाल
बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल के पिता विजय खंडेलवाल भी राजनीति में रहे। वह सांसद थे। हेमंत को राजनीति विरासत में मिली। पिता का निधन वर्ष 2007 में हो गया। उसके बाद उन्होने उप चुनाव लड़ा और 2008-09 में सांसद बने। वर्ष 2013, 2018 और 2023 में बैतूल से विधायक का चुनाव लड़े और जीते। वर्तमान में भी वह बैतूल विधायक हैं। हेमंत खंडेलवाल वर्ष 2010 से 2013 तक जिला पंचायत अध्यक्ष भी रहे। 2019 मेंं लोकसभा चुनाव में प्रदेश चुनाव प्रभारी भी थे।