रीवा डीईओ की कुर्सी खाली, कई दौड़ में लगे, एक नाम चल रहा सबसे आगे

अनुकंपा नियुक्ति फर्जीवाड़ा में फंसे सुदामा लाल गुप्ता के निलंबन के बाद अब जिला शिक्षा अधिकारी की कुर्सी खाली हो गई है। इस कुर्सी पर बैठने के लिए कई अधिकारी दौड़ में लग गए हैं। कुछ भोपाल तक हो आए हैं। प्रकरण में डीईओ के फंसने के साथ ही कुर्सी का जोड़तोड़ शुरू हो गया था। अब रास्ता साफ होते ही कयासों का दौर शुरू हो गया है। हालांकि इस कुर्सी की दौड़ में सिंगरौली से एक प्राचार्य का नाम सबसे आगे चल रहा है।

रीवा डीईओ की कुर्सी खाली, कई  दौड़ में लगे, एक नाम चल रहा सबसे आगे
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रीवा। जिला शिक्षा अधिकारी अंतत: निलंबित हो गए। वह लंबी पानी नहीं खेल पाए। उम्मीद थी कि वह कुर्सी पर लंबे समय तक काबिज रहेंगे लेकिन अनुकंपा नियुक्ति फर्जीवाड़ा उन्हें ले डूबा। अब कुर्सी खाली हो गई है। इस खाली कुर्सी पर बैठने के लिए अब कई प्राचार्य, सहायक संचालक, उप संचालक दौड़ में लग गए हैं। कुछ पहले से ही इस फिराक में ही बैठे थे। सूत्रों की मानें तो कईयो ने भोपाल पहुंच कर पूरी सेटिंग कर ली है। अब सिर्फ संचालनालय से आदेश का इंतजार किया जा रहा है। डीईओ की दौड़ में सबसे आगे सिंगरौली डाइट में पदस्थ रोहणी प्रसाद पाण्डेय का नाम आगे चल रहा है। सूत्रों की मानें तो वह डीईओ बनने के लिए जोड़ तोड़ से लगे हैं। हर हथकंडा अपना चुके हैं। 

और भी लाइन में लगे हैं

इसके अलावा जिला शिक्षा अधिकारी की कुर्सी पाने के लिए और भी कई नाम सामने आ रहे हंै। इसमें पूर्व डीपीसी और बीईओ रीवा आरएल दीपांकर का नाम भी शामिल है। वह लंबे समय से डीईओ की कुर्सी देखकर ही संतोष करते आ रहे हैं। उनका भी सपना है कि एक बार डीईओ बन जाएं। इसके लिए वह लंबे समय से जोड़तोड़ कर रहे हैं। इसके अलावा केपी तिवारी का नाम भी आगे हैं। वह पहले भी डीईओ रह चुके हैं। जेडी का प्रभार भी था। वर्तमान में जेडी का प्रभार एडीएम के पास चला गया है। ऐसे में उन्हें भी डीईओ बनाया जा सकता है। इसके अलावा मार्तण्ड स्कूल प्राचार्य जेपी जायसवाल, पीके स्कूल प्राचार्य वरुणेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह, गवर्नमेंट स्कूल क्रमांक 1 के प्राचार्य पीएल मिश्रा भी डीईओ का चेहरा हो सकते हैं।