भारतीय नर्स को यमन में 16 जुलाई को दी जाएगी फांसी
केरल की 37 वर्षीय भारतीय नर्स को यमन में 16 तारीख को फांसी की सजा दी जाएगी। फांसी देने की तारीख तय कर दी गइ है। निमिषा को यमन के नागरिक तलाल शब्दो महदी की हत्या का दोषी करार दिया गया है।

दिल्ली। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब 2018 में निमिषा को हत्या के आरोप में दोषी करार दिया गया था। निमिषा वर्ष 2008 मे अपने परिवार की आर्थिक मदद के लिए यमन गई थी। वहां निमिषा ने कई अस्पतालों में काम किया और बाद में खुद का क्लीनिक डाल लिया था। यमनी कानूनों के तहत व्यापार के लिए स्थानीय साझेदार की जरूरत होती है। इसके कारण उसकी मुलाकात तलाल शब्दो महदी से हुई। दोनों के बीच साझेदारी हुई। बाद कें दोनों के रिश्तों में दरार पड़ गई। तनाव बढ़ गया। निमिषा के परिवार का दावा है कि तलाल ने उसका पासपोर्ट जब्त कर लिया था। पासपोर्ट वापस पाने के लिए निमिषा ने तलाल को बेहोशी का इंजेक्शन दिया था लेकिन दवा की अधिक मात्रा होने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद निमिषा और उनके सहयोगी हनान ने तलाल के शव के टुकड़े कर पानी की टंकी में फेंक दिए थे। देश से भागने की कोशिश के दौरान निमिषा को यमन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सामाजिक कार्यकर्ता और निमिषा के परिवार ने इस सजा के खिलाफ अपील भी की लेकिन यमन की अदालत ने फैसला बरकरार रखा। अब निमिषा को 16 जुलाई को फांसी देने की तिथि तय की गई है।