आईके त्रिपाठी के रिटायरमेंट के पहले ही रीवा को मिला नया मुख्य अभियंता, बढऩे वाली है शहर संभाग के डीई की मुश्किलें

विद्युत विभाग में मुख्य अभियंता पद पर पदस्थ आई के त्रिपाठी सोमवार को रिटायर हो रहे हैं। इनके रिटायरमेंट के पहले ही रीवा का अगला मुख्य अभियंता भी तय कर दिया गया। इसके अलावा एक और मुख्य अभियंता प्रवर्तन को सागर से भेजा जा रहा है। नए अधिकारी के रीवा आने से कुछ अधिकारियों की मुश्किलें भी बढऩे वाली हैं। कई जांच फाइलें भी खुलनी तय मानी जा रही हैं।

आईके त्रिपाठी के रिटायरमेंट के पहले ही रीवा को मिला नया मुख्य अभियंता, बढऩे वाली है शहर संभाग के डीई की मुश्किलें
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अधीक्षण अभियंता बीके शुक्ला को लगा झटका, नहीं लगा जुगाड़, प्रमा पाण्डेय को मिला प्रभार

रीवा। मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड रीवा में मुख्य अभियंता की कुर्सी पर बैठने के लिए कई अधिकारी लगे हुए थे। हर तरह से प्रयास कर रहे थे लेकिन उनके प्रयास विफल हो गए। कुर्सी पाने में सभी फेल हो गए। इस दौड़ में अधीक्षण अभियंता रीवा बीके शुक्ला, सतना अधीक्षण अभियंता भी लगे हुए थे। किसी की दाल नहीं गली। अंत में मुख्य अभियंता प्रवर्तन रीवा को ही रीवा क्षेत्र का मुख्य अभियंता बना दिया गया है। वहीं मुख्य अभियंता प्रवर्तन सागर में पदस्थ पीके क्षत्रिय को रीवा में प्रमा पाण्डेय की जगह पर लाकर पदस्थ कर दिया गया है। इन दोनों अधिकारियों का आदेश भी जारी हो गया। सोमवार को आईके त्रिपाठी को विदाई देने के बाद प्रमा पाण्डेय ही आगे का कार्यभार सम्हालेंगी। पिछले कई महीनो से आईके त्रिपाठी ने किसी तरह का काम नहीं किया। रिटायरमेंट पर आंच न आए इसके कारण कोई बड़े निर्णय नहीं लिए गए। इसके कारण कई फाइलें भी लटकी रही। अब इनके जाते ही कुछ काम जरूर पटरी पर आने की उम्मीद है। 

गॉड फादर के जाने के बाद मुश्किल में फंसेंगे नरेन्द्र

अभी तक सबसे ज्यादा मजा शहर संभाग में पदस्थ कार्यपालन अभियंता नरेन्द्र मिश्रा का ही था। सारी गलतियों पर पर्दा डालने का काम आईके त्रिपाठी ही करते थे। आईके त्रिपाठी गाडफादर बने हुए थे। बचाने में हर संभव मदद भी करते थे। रिटायरमेंट के बाद अब नरेन्द्र मिश्रा की मुश्किलें बढऩी वाली है। कई फाइलें भी जांच की खुल जाएंगी जो अब तक दबी हुईं थी। आईके त्रिपाठी नरेन्द्र मिश्रा पर इस कदर मेहरबान रहे कि कई फाइलों की जांच दबा दी। आंच तक नहीं आने दी गई। इसका हालांकि अहसान भी रिश्तेदारों की शादियां कराकर अधिकारियों ने बखूबी उतारा था। हालांकि अब आईके त्रिपाठी के जाने के बाद यह सब नहीं चल पाएगा।