व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर में लगा ब्रेक, अनुमति तो मिली लेकिन सेंट्रल जू अथॉरिटी ने लगा दी 6 आपत्तियां

गोविंदगढ़ में खुलेन वाले बाघ ब्रीडिंग सेंटर को सेंट्रल जू अथॉरिटी से मंजूरी तो मिल गई है लेकिन इसकी शुरुआत के पहले 6 आपत्तियां लगा दी गईं। अब ड्राइंग डिजाइन में 6 आपत्तियों को सुधार के बाद ही काम शुरू होगा। सेंट्रल जू अथॉरिटी से हरी झंडी मिलने के बाद बजट मिलेगा।

ड्राइंग डिजाइन में बदलाव कर दोबारा से भेजा गया प्रस्ताव
स्वीकृति मिलने के बाद ही बजट जारी होगा और काम शुरू हो जाएगा
रीवा। ज्ञात हो कि सेंट्रल जू अथॉरिटी के साथ ही गोविंदगढ़ में व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर का भी खाका तैयार किया गया था। इसकी भी शुरुआत की जानी थी लेकिन समय रहते इस पर अमल नहीं हुआ। अब जाकर इस ब्रीडिंग सेंटर को शुरु करने की योजना शुरू हुई है। 13 साल पहले ही इसकी अनुमति चिडिय़ाघर की स्वीकृति के साथ मिल गई थी। सिर्फ इस पर पहल का इंतजार था। जिस जगह पर सफेद बाघ मोहन को रखा गया था। अब उसी क्षेत्र में टाइगर ब्रीडिंग सेंटर में खोला जा रहा है। व्हाइट टाइगर ब्रीडिंग सेंटर का ड्राइंग डिजाइन, ले आउट तैयार कर पीसीसीएफ भोपाल के माध्यम से सेंट्रल जू अथॉरिटी के पास स्वीकृति के लिए भेजा गया था। सेंट्रल जू अथॉरिटी ने ब्रीडिंग सेंटर को हरी झंडी तो दे दी लेकिन ड्राइंग डिजाइन पर 6 आपत्तियां लगा दी। इसके कारण अब मामला लंबा खिंच गया है। इन 6 आपत्तियों में सुधार करने के लिए सेंट्रल जू अथॉरिटी ने पत्र भेज दिया है। हालांकि इसमें सुधार कर वापस से नए सिरे से ड्राइंग डिजाइन पीसीसीएफ भोपाल के माध्यम से सेंट्रल जू अथॉरिटी को भेज दिया गया है। उम्मीद है कि सब कुछ ओके होने के बाद कार्य शुरू करने की अनुमति मिल जाएगी।
गोविंदगढ़ के कुसमानी जंगल में खुलेगा ब्रीडिंग सेंटर
रीवा के गोविंदगढ़ सर्किल के कुसमानी बीट में आरएफ नंबर 8 में टाइगर ब्रीडिंग सेंटर के लिए जगह फाइनल की गई है। जगह का चिन्हांकन पहले ही कर लिया गया था। कुसमानी में खाली पड़ी करीब 8 हेक्टेयर भूमि को ब्रीडिंग सेंटर के लिए चिन्हित किया गया है।
कुछ इस तरह से होगा ब्रीडिंग सेंटर का निर्माण
8 हेक्टेयर ब्रीडिंग सेंटर के लिए चिन्हित किया गया है। इसमें 58023 स् क्वेयर मीटर ग्रीन बेल्ट एरिया रखा जाएगा। 10485 स्क्वेयर मीटर में एनिमल हाउस, 932 क्वेयर मीटर में एक्सेप्ट एनिमल हाउसिंग, सर्कुलेशन का एरिया 10560 स्क्वेयर मीटर रखा गया है। टोटल एक्टिविटी एरिया 21977 स्क्वेयर मीटर होगा। इसमें 4 इनक्लोजर, 8 नंबर कराल्स और 20 सेल्स बनाए जाने का प्रस्ताव है। ब्रीडिंग सेंटर में 4 मेल और 4 फीमेल बाघ रखे जाएंगे। इन्हें नेशनल पार्क, रेस्क्यू कर टाइगर रिजर्व से लाया जाएगा।

25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
गोविंदगढ़ में बनने वाले टाइगर ब्रीडिंग सेंटर पर कुल 24 करोड़ 22 लाख रुपए का खर्च आएगा। इसमें 32 लाख 89 हजार रुए एडमिनिस्ट्रेशन पर खर्च आएगा। पूरा प्रोजेक्ट तीन फेज में पूरा होगा। पहले फेज में 12 करोड़ 31 लाख खर्च होंगे। इसी तरह दूसरे फेज में 7 करोड़ 64 लाख और तीसरे फेज में 2 करोड़ 99 लाख का खर्च आएगा। यह राशि कंस्ट्रक्शन और डेव्हलपमेंट पर खर्च किया जाएगा।
सेंट्रल जू अथॉरिटी ने 114वीं बैठक में 6 आपत्तियां लगाई थी
आपत्ति नंबर 1.

बाघों को बाहर से प्रजनन करके विषमयुग्मकता को बनाए रखा जाना चाहिए और स्टड बुक आधारित सिफारिशों पर विचार किया जाना चाहिए।
आपत्ति नंबर 2
स्टाफ क्वार्टर को पशु क्षेत्र से 2 मीटर ऊंची चिनाई वाली दीवार से अलग किया जाना चाहिए। इसमें स्वतंत्र प्रवेश और निकास हो।
आपित्त नंबर 3
सबसे बाएं कोने से सुविधाओं को रखने का क्रम इस प्रकार होगा कि सबसे पहले कब्रिस्तान, पोस्टमार्टम कक्ष, क्वारंटीन, फिर खाद्य भंडारण और अस्पताल तथा वाहन गैरेज और रखरखाव अनुभाग का रखा जाए। साथ ही प्रशासनिक अनुभाग के पास स्टोर और रखरखाव अनुभाग को बाएं कोने की ओर स्थानांतरित किया जाए।  प्रस्तावित वाहन गैरेज और रखरखाव अनुभाग को एकीकृत किया जाए।
आपत्ति नंबर 4
क्षेत्र को कोने से स्थानांतररित किया जाए।
आपत्ति नंबर 5
चिडिय़ाघर की स्थापना के लिए प्रस्तावित स्थल की भूमि की स्थिति आरक्षित वन के रूप में अधुसूचित है। वन भूमि पर चिडिय़ाघर की स्थापना के लिए आपेक्षित वैधानिक प्रावधान प्राप्त किए जाएंगे। चूंकि प्रस्तावित चिडिय़ाघर वन भूमि पर स्थित है इसलिए वन नियम 2023 के अंतर्गत जारी समेकित दिशा निर्देश एवं स्पष्टीकरण दिनांक 29 दिसंबर 2023 के अनुसार क्या करें और क्या न करें पर बिंदुवार अनुपालन प्रस्तुत किया जाए।
आपत्ति नंबर 6
महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी और चिडिय़ाघर मुकुंदुपर सतना को केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण के पूर्व अनुमोदन के लिए व्यापक दीर्घकालिक मास्टर प्लान और व्यक्तिगत बाड़े के चित्र प्रस्तुत करने होंगे।