24 साल के युवक ने बचाई कई जिंदगी, ब्रेन डेड बेटे का पिता ने किया अंग दान, 2 ग्रीन कॉरिडोर बने

एक्सीडेंट में घायल युवक के अंगों का पिता की सहमति से दान किया गया। ब्रेनडेड हो चुके युवक के अंगों से कइयों को नई जिंदगी मिलेगी। इंदौर में दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। अंगों का स्पेशल हवाई जहाज से ट्रांसपोर्टेशन किया गया। युवक के अंगों ने कइयों को जिंदगी दे दी ।इंदौर से हार्ट और फेफड़े अहमदाबाद एरोप्लेन से भेजे गए । वहीं किडनी के लिए चोइथराम तक अलग ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।

24 साल के युवक ने बचाई कई जिंदगी, ब्रेन डेड बेटे का पिता ने किया अंग दान, 2 ग्रीन कॉरिडोर बने

छोटे से गांव के किसान परिवार ने विकट परिस्थितियों में भी किया अपने पुत्र के अंगदान का फैसला

इंदौर में बना 56वां ग्रीन कारिडोर 

इंदौर।  ग्राम छिदगाँव तमोली रहटगांव जिला हरदा निवासी24 वर्षीय सुनील राजपूत की सड़क दुघर्टना ग्राम सोडलपुर से ग्राम मनिया खेड़ी के बीच हुई थी। एक्सीडेंट के उपरांत उपचार के लिए पहले बघेल हॉस्पिटल हरदा में ले जाया गया। तत्पश्चात उसे विशेष जुपिटर हॉस्पिटल इंदौर स्थानांतरित किया गया।

इंदौर के विशेष जूपिटर हॉस्पिटल उपचाररत छिदगाँव तमोली ग्राम राहटगांव जिला हरदा निवासी नवयुवक सुनील राजपूत पिता  मुकेश राजपूत के परिजनों को मुस्कान ग्रुप सेवादारों जीतू बगानी एंव संदीपन आर्य ने संभावित ब्रेन डेथ के उपरांत अंगदान के लिए ग्रीफ काउंसलिंग की। जिसके लिए राजपूत परिवार ने स्वीकृति दी।स्वीकृति मिलते ही अंगदान की दिशा में तैयारियां प्रारंभ की गई।चार सदस्यीय चिकित्सक दल द्वारा ब्रेन डेथ सर्टिफिकेशन (प्रथम) सुबह 7:45 पर एवं (द्वितीय) जांच दोपहर 1:46 मिनट पर विधान पूर्वक रोगी का ब्रेन डेथ प्रमाणित किया।

इंदौर संभाग आयुक्त दीपक सिंह की सतत मॉनिटरिंग में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन और इंदौर सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के सचिव डॉ संजय दीक्षित,नोडल ऑफिसर डॉ मनीष पुरोहित, श्रीमती निधि शर्मा, शुभम वर्मा के समन्वय में इंदौर एक बार फिर परोपकार की राह पर अग्रसर है।  विशेष जुपिटर हॉस्पिटल के डॉ सी पी पंडित,डॉ भाविक शाह,डॉ अंशुल जैन,ऑर्गन ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर श्रीमती निकिता पूरंदकर,श्री ऋतुराज एवं अन्य साथी दलों के द्वारा चिकित्सा सेवाएं प्राप्त हुई।

दो ग्रीन कोरिडोर बनाए गये 

 24 वर्षीय युवक सुनील राजपूत के अंगदान के लिए 56 वां ग्रीन कॉरिडोर बना। इनके अंग से पांच रोगियों को जीवनदान मिलेगा।शाम 8.51 बजे जुपिटर विशेष हॉस्पिटल से दो ग्रीन कॉरिडोर बने । जिसमें पहला ग्रीन कॉरिडोर हार्ट और लंग्स के लिए इंदौर एयरपोर्ट के लिए बना जहां चार्टर प्लेन से अहमदाबाद प्रेषित किए गए जहां मेरंगो सिम्स हॉस्पिटल के पंजीकृत रोगी को हृदय और फेफड़े का प्रत्यारोपण किया जाएगा और एक ग्रीन कॉरिडोर किडनी के लिए विशेष जुपिटर हॉस्पिटल से चोईथराम हॉस्पिटल के लिए बना।

लीवर, किडनी महिला को प्रत्यारोपित किया गया 

जबकि लीवर और एक किडनी विशेष जूपिटर हॉस्पिटल के ही पंजीकृत महिला रोगी को प्रत्यारोपित की जा रही है।अंगदान की स्थिति में पूरे भारत में सर्वप्रथम इंदौर में ही मेडिको लीगल केस में पोस्टमार्टम और पंचनामा शव के साथ परिवार को प्रदान करने का की शुरुआत हुई थी। प्रशासन की ओर से मेडिकल ऑफिसर डॉ अमित अत्रे और पुलिस प्रशासन की ओर से ACP ट्रैफिक पुलिस किरण कुमार शर्मा ने परिवार को पोस्टमार्टम और पंचनामा रिपोर्ट प्रदान करी।अंतर राज्यीय ग्रीन कॉरिडोर के चलते डीएसपी अरविंद कुमार तिवारी एवं इंदौर ट्रैफिक पुलिस की टीम,इंदौर एयरपोर्ट अथॉरिटी, एयर ट्रैफिक कंट्रोल(ATC) की टीम के समन्वय से सभी कार्य समय पर हुए।