पर्यटन कान्क्लेव देगा विंध्य को नई पहचान, जानिए क्या होने वाला है क्यों बनेगा रीवा पर्यटन का केन्द्र

पर्यटन कान्क्लेव में देशभर से करीब 600 डेलिगेट्स रीवा पहुंच रहे हैं। इसमें 120 बड़ी हस्तियां शामिल होंगे। 20 से अधिक वीआईपी पहुंच रहे हैं। वहीं शेष यूपी और एमपी के डेलिगेट्स शामिल हो रहे हैं। इस कान्क्लेव के माध्यम से विंध्य को टूरिज्म व्यवसाय से जोडऩा है। देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों को विंध्य की प्राकृतिक खूबसूरती से परिचय कराना है। यदि यह कान्क्लेव सफल रहा तो सबसे ज्यादा फायदा भी विंध्य और रीवा को ही होगा।

पर्यटन कान्क्लेव देगा विंध्य को नई पहचान, जानिए क्या होने वाला है क्यों बनेगा रीवा पर्यटन का केन्द्र
water fall

पर्यटन कॉरीडोर बनाने की है तैयारी, जो यूपी को एमपी से सीधे पर्यटन के क्षेत्र से जोड़ देगा

रीवा इस पर्यटन कॉरीडोर का केन्द्र बनेगा, यहीं से सभी पर्यटक होकर गुजरेंगे

बड़े होटल व्यवसायी और एयरलाइंस कंपनियों के प्रतिनिधि भी पहुंचेंगे

रीवा। रीवा जलप्रपात की खूबियों से भरा हुआ है। यहां के जलप्रताप जैसा नजारा और कहीं देखने को नहीं मिलेगा। जलप्रपात की खूबसूरती निहारने के लिए यूपी से भी पर्यटक यहां सालभर आते हैं। अब यदि यह क्षेत्र ही सीधे तौर पर पर्यटन कॉरीडेार से जुड़ जाएगा तो रीवा के जलप्रपात की पहुंच देश और विदेशों तक हो जाएगी। इसके साथ ही सीधी में पर्सुली, अमरकंटक, मैहर, चित्रकूट के पर्यटन स्थल भी टूरिज्म के सबसे बड़े केन्द्र बन जाएंगे। इससे क्षेत्र को नई पहचान तो मिलेगी ही साथ ही पर्यटक कारोबार भी बढ़ जाएगा। यहां के  लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से फायदा होगा। इस कान्क्लेव से सिर्फ व्यवसायी, कारोबारी ही नहीं आ रहे हैं। फिल्म इंडस्ट्री से भी कई लोग यहां सिरकत कर रहे हैं। यहां फिल्मों की सूटिंग आदि की भी संभावनाएं तलाशे जाएंगे। इसके अलावा कई यूट्यूब ब्लागर भी आ रहे हैं। यह यहां के पर्यटन स्थलों की ब्राडिंग करने का काम करेंगे। कान्क्लेव को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। 

पर्यटन से जुड़े होटल उद्योगए वाहन उद्योगए सांस्कृतिक तथा सामाजिक संगठनए टूर आपरेटर्सए टूरिस्ट गाइड आदि भी इसमें शिरकत करेंगे। पर्यटन के विकास से विन्ध्य में रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा। कॉन्क्लेव में दूसरे दिन पर्यटन के विकास से जुड़े विभिन्न आयामों पर विचार मंथन किया जाएगा। इसमें कालेज के पर्यटन विभाग के प्राध्यापकों तथा विद्यार्थियों को भी शामिल करें। कॉन्क्लेव में 500 से अधिक डेलिगेट्स रीवा आ रहे हैं। हम ऐसी व्यवस्था करें कि इनके मन में स्वच्छ, सुंदर और आकर्षक रीवा की छवि इनके साथ जाए। उप मुख्यमंत्री ने नगर की साज.सज्जा के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। 

पर्यटन कॉरीडोर बनाने की है मंशा

उत्तर प्रदेश में मां गंगा है। मप्र के अमरकंट से मां नर्मदा का उद्गम है। दोनों ही नदियां पूजी जाती है। इन दोनों नदियों के पर्यटन क्षेत्रों का भी सभागम कराने की योजना बनाई गई है। यूपी में कई प्राचीन मंदिर हैं। यहां पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं लेकिन यूपी से आगे बढ़ जाते हैं। एमपी की तरफ नहीं आते। यही वजह है कि इन पर्यटकों को एमपी खासकर विंध्य तक खींचने के लिए एक पर्यटन कॉरीडोर बनाने की योजना है। यह कॉरीडोर रीवा के चारों तरफ के पर्यटन क्षेत्रों को मिलाकर बनाया जाएगा। 

 विंध्य प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक धरोहरों से भरा हुआ है

विन्ध्य क्षेत्र में सुरम्य प्राकृतिक स्थलए मनोहारी जलप्रपात, भव्य मंदिर और ऐतिहासिक इमारते हैं। विन्ध्य में कई टाईगर रिजर्व और अभ्यारण्य पर्यटन के बड़े केन्द्र हैं। यहाँ की प्रचुर वन संपदा, नदियाँ और अन्य प्राकृतिक स्थल मौजूद हैं। विन्ध्य में मैहर में माँ शारदा माता का मंदिर, चित्रकूट धाम, देवतालाब और रीवा के शिव मंदिर लाखों लोगों की आस्था के केन्द्र हैं।

विंध्य की खूबसूरती को करीब से देखेंगे 

कॉन्क्लेव में 27 जुलाई को अलग-अलग तीन दलों द्वारा पर्यटन विकास के विभिन्न आयामों पर चर्चा की जाएगी। दोपहर 2 बजे के बाद इन दलों द्वारा मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी, पुरवा जलप्रपात, बसामन मामा गौ वन्य विहार अभ्यारण्य तथा रीवा में बघेला म्यूजिम किला एवं महामृत्युंजय मंदिर का भ्रमण किया जाएगा। कॉन्क्लेव में बाहर से आने वाले प्रतिनिधियों के साथ.साथ पर्यटन व्यवसाय से जुड़े विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है। 

सीएम करेंगे कान्क्लेव का शुभारंभ

रीवा में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 26 जुलाई को पर्यटन कॉन्क्लेव का शुभारंभ करेंगे। यह दो दिवसीय पर्यटन कॉन्क्लेव विन्ध्य में पर्यटन को नया आयाम देगा। मुख्यमंत्री 26 जुलाई को कॉन्क्लेव का विधिवत शुभारंभ करेंगे। उद्घाटन समारोह में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।