संजय गांधी अस्पताल के एक चिकित्सक से डरी नर्सिंग की छात्राएं, प्राचार्य ने विभाग ड्यूटी करा दी बंद, लिखित शिकायत के बाद सामने आई चिकित्सक की करतूत

संजय गांधी अस्पताल के एक चिकित्सक फिर से विवादों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने सीधे नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं से ही पंगा ले लिया है। चिकित्सक के खिलाफ छात्राओं ने कॉलेज प्राचार्य से शिकायत की। चिकित्सक से छात्राएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। इसके कारण ही प्राचार्य ने विभाग में जाने से ही छात्राओं को रोक दिया है। प्राचार्य ने डीन को पत्र लिखा है। डीन ने मामले में तीन सदस्यीय जांच टीम बैठा दी है। चिकित्सक की मुश्किलें अब बढऩे वाली हैं।

संजय गांधी अस्पताल के एक चिकित्सक से डरी नर्सिंग की छात्राएं, प्राचार्य ने विभाग ड्यूटी करा दी बंद, लिखित शिकायत के बाद सामने आई चिकित्सक की करतूत
File photo sanjay gandhi hospital

ईएनटी के डॉ अशरफ पर छात्राओ ने लगाया गंभीर आरोप

अपमानजनक और दुव्र्यवहार करने की लिखित शिकायत की गई

रीवा। संजय गांधी अस्पताल के चिकित्सक डॉ अशरफ पर इस बार शासकीय नर्सिंग कॉलेज की बीएससी नर्सिंग द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाकर हड़कंप मचा दिया है। इसकी लिखित शिकायत छात्राओं ने नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य की थी। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए प्राचार्य ने इस संबंध में डीन श्याम शाह मेडिकल कॉलेज को पत्र लिखकर अवगत कराया। डीन ने भी इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। इस मामले की जांच महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडऩ अधिनियम 2013 के तहत गठित आंतरिक परिवाद समिति की टीम करेगी। इस टीम की पीठासीन अधिकारी नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ शशि जैन हैं, वह अपनी टीम के साथ मामले की जांच करेंगी। जांच करने के बाद डीन को एक सप्ताह में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगी। 

छात्राओं ने यह लगाए हैं डॉ अशरफ पर आरोप

बीएससी नर्सिंग की 80 छात्राओं ने लिखित में डॉ अशरफ के खिलाफ शिकायत की हैं। छात्राओं ने लिखित में कहा है कि डॉ अशरफ छात्राओं के साथ गंदा व्यवहार करते हैं। छात्राओं ने उनके व्यवहार और हाव भाव से खुद को असुरिक्षत बताया है। पत्र में कहा है कि डॉ अशरफ का व्यवहार कई मर्तबा छात्राओं को मानसिक रूप से असहज, असुरक्षित और अपमानित करने वाला रहा है। छात्राओं ने शिकायत में कहा है कि उनका व्यवहार मानसिक रूप से प्रताडि़त करने जैसा है। उन्होंने शिकायत में कहा है कि डॉ अशरफ के व्यवहार के कारण क्लीनिकल लर्निंग वातावरण को भी प्रभावित कर रहा है। इसके बाद प्राचार्य ने डीन को पत्र लिखकर चिकित्सक की हरकतों से अवगत कराया। 

ईएनटी से छात्राओं की ड्यूटी हटाई गई

प्राचार्य के बाद डॉ अशरफ की हरकतों की जानकारी मिलने के बाद हड़कंप मच गया। नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य ने ईएनटी वार्ड और ईएनटी ओटी से द्वितीय और तृतीय वर्ष की छात्राओं की ड्यूटी पर ही रोक लगा दी है। सभी छात्राओं केा इस विभाग में ड्यूटी पर जाने से रोक दिया गया है। छात्राओं को असुरक्षित देखते हुए प्राचार्य ने डीन से इस मामले में उचित कार्यवाही की मांग की है। 

डीन ने दिए जांच के निर्देश 

शिकायत की जानकारी मिलने के बाद डीन डॉ सुनील अग्रवाल ने डॉ अशरफ के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं। आंतरित परिवाद समिति इस पूरे मामले की जांच करेगी। एक सप्ताह में जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी। इस जांच टीम में आंतरिक परिवाद समिति की पीठासीन अधिकारी डॉ शशि जैन, सदस्य डॉ नीरा मराठे, पीएसएम, श्रीमती रीना पटेल स्टाफ नर्स और अशासकीय सदस्य के रूप में कमलेश सचदेवा खुशी फाउंडेशन शामिल हैं। यही मामले की जांच करेंगे।