रीवा में बढ़ रहा आदमी से आदमी में प्यार का चलन, आनलाइन होने लगी मुलाकात और प्यार भरी बातें
आपने एक गाना तो जरूर ही सुना होगा मैं आदमी हूं आदमी से प्यार करता हंू। अब यह सिर्फ गाना नहीं रह गया। हकीकत में बदल गया। रीवा में आदमी यानि पुरुषों के आपस में प्यार करने का चलन बढ़ गया है। आदमी से आदमी के प्यार करने वालों को गे कहते हैं। रीवा में गे बढ़ गए हैं। अब यह पुरुष आपस में आनलाइन मुलाकात और प्यार भरी बातें करने लगे हैं। इन्होंने इसके लिए स्पेशल एप भी बना रखा है। इस एप से वह बात और मुलाकात करते हैं। रीवा में इन पुरुषों की संख्या करीब 700 के पार पहुंच गई है जो बढ़ती ही जा रही है।

रीवा में रजिस्टर्ड हैं करीब 700 गे, इनकी बढ़ रही है तेजी से संख्या
आनलाइन एप भी चल रहा, देशभर में इस एप में रजिस्टर्ड हैं
रीवा। रीवा में लोगों का टेस्ट बदल रहा है। अब महिलाओं से ज्यादा लोग पुरुषों को पसंद करने लगे हैं। यही वजह है कि पुरुषों में आपसी प्यार परवान चढ़ रहा है। रीवा में गे की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पहले यह संख्या दर्जनों में थी। अब यह सैकड़ों में पहुंच गई है। हालांकि 700 कुल रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा अनरजिस्टर्ड को मिला लें तो गे की संख्या 1 हजार के पार पहुंच जाएगी। यह गे दोहरी जिंदगी भी जीते हैं। कई शादीशुदा हैं। बच्चे भी है लेकिन उनकी आदतें उन्हें गे बना दी है। वह महिलाओं में कम और पुरुषों में रुचि ज्यादा रखते हैं। पुरुषों से संबंध बनाते हैं। यह समलैंगिक पुरुष छोटे तबकों के नहीं है। बड़े बड़े घरों से भी इस बिरादरी में पुरुष शामिल हैं। इन्हीं बिरादरी में शामिल एक समलैंगिक पुरुष ने कही बताया कि कई डॉक्टर, पुलिसकर्मी, व्यापारी, नौकरीपेशा लोग भी गे हैं। वह पुरुषों से ही संबंध बनाते हैं। हालांकि दिन के उजाले में वह चेहरे को चमकाए रखते हैं। किसी को अपनी असलियत का पता नहीं होने देते। कई कॉलेज के छात्र भी सिर्फ रुपयों के लिए इस प्रोफेसन में आ गए हैं। हालांकि वह बाटम की भूमिका नहीं निभाते सिर्फ टॉप बनते हैं। अब इस सच को जानने के बाद आपको हर जगह ऐसे लोगों की तलाश जरूर रहेगी। आपकी नजरें ऐसे लोगों को तलाशती नजर आएगी।
पुरुष और महिला को रोल करते हैं प्ले
पुरुष और पुरुष के प्रेम में ही रोल तय होता है। इसमें एक महिला और एक पुरुष का रोल प्ले करता है। दोनों के बीच में शारीरिक संबंध भी बनते हैं। बस अंतर सिर्फ इतना होता है कि दोनों ही समान जेंडर के ही होते हैं। महिला और पुरुष का संबोधन भी इनके बीच में कोड वर्ड में होता है। महिला का रोल जो निभाता है उसे बाटम और पुरुष का रोल निभाने वाले को टॉप कह कहते हैं। इसी कोडवर्ड से आपस में बातें भी करते हैं।
ऑल इंडिया में चलता है इनका एप
गे के लिए देशभर में चार एप चलत हैं। इसमें आसानी से रजिस्ट्रेशन भी मुश्किल है। इसका लिंक मिलने पर ही रजिस्ट्रेशन संभव है। इसमें भी कई चीजें कोड वर्ड में ही भरी जाती है। अनजान व्यक्ति इसमें शामिल नहीं हो सकता। यह एप पूरे देश में चलता है। इस एप में जुडऩे के बाद किसी भी राज्य, जिला और शहर में पहुंचने पर कोई भी गे अपना साथी आसानी से तलाश लेगा। जिस शहर कोई रजिस्टर गे पहुंचेगा। वहां दूरी के हिसाब से दूसरे गे का लोकेशन शो करने लगता है। आनलाइन आपस में बातें भी शुरू हो जाती हैं।
महिलाओं की तरह पुरुष सेक्स वर्र्कर कहलाते हैं
जिस तरह से महिलाएं सेक्स वर्कर कहीं जाती हैं। उसी तरह से गे भी पुरुष सेक्स वर्कर कहलाते हैं। हालांकि यह सिर्फ पुरुषों के लिए ही उपलब्ध होते हैं। इसमें कई फ्री और अपनी जरूरत पूरा करने के लिए जुड़े हुए है। कोई अपनी आदत से मजबूर हैं तो कुछ पैसों के लिए भी इसमें शामिल है। शारीरिक संबंध बनाने के लिए कई पुरुष पैसे की भी डिमांड करते हैं। आनलाइन और आफलाइन बातचीत के दौरान ही पैसों की डीलिंग भी कर ली जाती है।
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नोट-
अभी स्टोरी खत्म नहीं हुई है आगे और भी बहुत कुछ बताएंगे। आदमी से आदमी के प्यार का घिनौना और खतरनाक सच भी बताएंगे। हमारें साथ बने रहें और बढ़ते रहें विंध्य बुलेटिन
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