बिजली विभाग में जुगाड़ हावी, जो हटे थे वह फिर रीवा में आ कर डट गए, डिवीजन भी मिल गया

भाजपा सरकार मे सिर्फ जुगाड़ ही चल रहा है। बिजली विभाग इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। यहां जुगाड़ वालों को ही कुर्सी मिलती है। कार्यपालन अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक की कुर्सी पर जुगाड़ से ही अधिकारी जमें हुए हैं। इन पर कई दाग लगे हटाए गए और फिर यहीं आकर जम गए। विद्युत विभाग से फिर स्थानांतरण आदेश जारी हुआ है। इसमें भी कुछ दागियों को ही फिर से रीवा में पदस्थ कर दिया गया है। कुछ दिन पहले ही रीवा से इन्हें हटाया गया था फिर से जबलपुर से आदेश जारी कर रीवा में पदस्थ करने का कारनामा किया गया है। अब इस स्थानांतरण व्यवस्था और मप्र सरकार के अधिकारियों पर उंगलियां उठाने लगी हैं।

बिजली विभाग में जुगाड़ हावी, जो हटे थे वह फिर रीवा में आ कर डट गए, डिवीजन भी मिल गया

मैहर से सुनील गुप्ता का रीवा एसई कार्यालय हुआ स्थानांतरण

सतना भेजे गए आशीष बैन वापस लौटे, त्योंथर डिवीजन मिला

रीवा। बिजली विभाग में भी स्थानांतरण उद्योग चल रहा है। इनके स्थानांतरण आदेश पर किसी का नियंत्रण नहीं है। ऊर्जा विभाग बेलगाम चल रहा है। इसके कारण ही पूरा सिस्टम ही ठप पड़ गया है। लोगों को बिजली नहीं मिलती  लेकिन बढ़े बिल और बिजली की समस्या से लोग परेशान हैं। एक कारनामा जबलपुर में सीजीएम पद पर बैठीं नीता राठौर ने कुछ दिन पहले किया था। रीवा मुख्य अभियंता के पद से रिटायर होने के पहले ही नई पदस्थापना आदेश जारी कर दिया था। प्रमा पाण्डेय को मुख्य अभियंता बना दिया गया। जब आईके त्रिपाठी और इसके पहले के अधिकारी इस जिम्मेदारी का बराबर निर्वहन नहीं कर पाए। ऐसे में पूरे संभाग की जिम्मेदारी ऐसे अधिकारी को दे दी गई जो नई जगह पर सिर्फ दूरी के कारण जाने से इंकार कर दी थी। शहडोल रीवा से स्थानांतरण किया गया था लेकिन वह अपना स्थानांतरण रुकवा ली थी। ऐसे में संभागभर से आने वाली समस्याओं को वह किस हद तक टेकल कर पाएंगी। यह आप खुद ही समझ सकते हैं। दूसरी सबसे बड़ी बात यह है कि विद्युत विभाग में आशीष बैन पहले पूर्व और फिर पश्चिम संभाग में पदस्थ रहे। भाजपा के विधायक नागेन्द्र सिंह ने आशीष बैन का खुलकर विरोध किया था। फिर सेमरिया विधायक ने किया। सालों तक कुर्सी पर रीवा में ही जमें रहे। भाजपा विधायक के विरोध का भी असर नहीं हुआ। अब कुछ महीने पहले इनकी कुर्सी हिली सतना स्थानांतरित किए गए थे लेकिन फिर जुगाड़ चल गया और वापस रीवा आ गए। अब त्योंथर डिवीजन में कार्यपालन अभियंता के रूप में पदस्थ कर दिया गया है। अब इन स्थानांतरण आदेश से विभाग में भ्रष्टाचार और जुगाड़ का अंदाजा लगाया जा सकता है। 

इन अधिकारियों की हुई रीवा और संभाग में पदस्थापना

मुख्य अभियंता कार्यालय में अधीक्षण अभियंता का पद खाली था। खाली पद पर बीना में पद स्थ रहे कार्यपालन अभियंता अजमेर ङ्क्षसह को पदस्थ किया गया है। इसी तरह दीपक कुमार उइके एसई को बालाघाट से एसई सिंगरौली के पद पर पदस्थ किया गया है। प्रसून कुमार शर्मा एई को नर्सिंगपुर से ईई डिंडौरी, सुमंत कुमार एई कटनी को ईई इनफोर्समेंट सागर, अजीत सिंह बघेल को डिंडौरी से कार्यपालन अभियंता सीधी, प्रशांत नागेश एई को छिदवाड़ा से जुन्नारदेव, ज्ञानेन्द्र सिंह ठाकुमर को त्योंथर से कार्यपालन अभियंता स्टोर शहडोल पद पर पदस्थ किया गया है। इसी तरह अवनीश कुमार सिंह को शहडोल से ईई एसटीसी, एसटीएम जबलपुर, रवि कुमार गुप्ता ईई सीधी को बीना, आशीष कुमार बैन को सतना से कार्यपालन अभियंता त्योंथर, सुनील कुमार गुप्ता कार्यपालन अभियंता मैहर को एसई कार्यालय रीवा में पदस्थ किया गया है।