आउटसोर्स कर्मचारियों का फूटा कंपनी के खिलाफ गुस्सा, एसई कार्यालय का किया घेराव

विद्युत विभाग के शहर संभाग में बुधवार को हंगामा की स्थिति रही। विंध्य आउट सोर्स कर्मचारी संगठन ने एसई कार्यालय के बाहर प्रदर्शन और नारेबाजी की। एसई को ज्ञापन सौंप कर बाहर निकाले गए कर्मचारियों को लेकर विरोध जताया। एसई को आंदोलन की चेतावनी दी है। एसई ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए जांच कराने की बात कही है।

आउटसोर्स कर्मचारियों का फूटा कंपनी के खिलाफ गुस्सा, एसई कार्यालय का किया घेराव

कर्मचारियों को बाहर निकाले जाने से बनी विवाद की स्थिति
एसई को सौंपा ज्ञापन, विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन ने दी चेतावनी
रीवा।  ज्ञात हो कि विद्युत विभाग में इस मर्तबा आउटसोर्स की तीन कंपनियां पहुंची है। कंपनियों ने काम सम्हालते ही उलटफेर करना शुरू कर दिया है। करीब 10 कर्मचारियों को मौखिक रूप से काम से बाहर निकालने का आदेश दे दिया है। इससे सालों से काम करने वाले कर्मचारी अब बेरोजगारी की कगार पर खड़े हो गए हैं। कई कर्मचारी उम्र दराज हैं। जो कहीं भी काम करने के योग्य नहीं बचे हैं। उम्र ज्यादा हो चुकी है। वहीं कुछ युवतियां भी हैं, जिन्हें निकालने के आदेश दिए गए हैं। कंपनी की इस तानाशाही रवैये को लेकर ही विद्युत विभाग के विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी और कर्मचारी लामबंद हो गए। एसई कार्यालय के बाहर पहले नारेबाजी की इसके बाद सभी अधीक्षण अभियंता बीके शुक्ला के पास पहुंचे। उन्हें समस्याओं का ज्ञापन भी सौंपा। एसई ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद कर्मचारी वापस लौट गए। उन्होंने कहा कि यदि कंपनी ने किसी कर्मचारी को बाहर निकाला तो विंध्य आउट सोर्स कर्मचारी संगठन धरना प्रदर्शन करेगी। अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपने के दौरान विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश पाण्डेय, प्रदेश सचिव सतीश चौबे, संयोजक मुनेन्द्र मिश्रा, जिला अध्यक्ष सुनील द्विवेदी, उपाध्यक्ष अजय तिवारी, डीसी प्रभारी रतन शुक्ला, अंकित त्रिपाठी संगठन मंत्री त्रिभुवन प्रसाद मिश्रा, दिलीप शर्मा, आभा ङ्क्षसह, आरती सिंह, मांडवी शर्मा, जफर खान, संतोष मिश्रा सहित सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।
प्रदेश अध्यक्ष ने दी आंदोलन की चेतावनी
विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश पाण्डेय ने चेतावनी दी है कि यदि किसी भी कर्मचारी को कंपनी बाहर निकालती है तो वह धरना प्रदर्शन करेंगे। यदि जरूरत पड़ी तो आत्मदाह तक करेंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी मनमानी कर रही है। रुपए लेकर कर्मचारियों की छंटनी और फिर उसकी जगह पर किसी और को भर्ती करने का भी आरोप लगाया गया। प्रदेश अध्यक्ष मुकेश पाण्डेय का कहना है कि कंपनी और विभाग के कर्मचारी मिलकर खेल खेल रहे हैं। सालों से काम करने वाले कर्मचारियों को प्रताडि़त किया जा रहा है।
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कंपनी बिना किसी कारण के और नोटिस दिए बिना कर्मचारियों को बाहर नहीं निकाल सकती। इस मामले की जांच कराई जाएगी। जो भी उचित होगा कार्रवाई की जाएगी।
बीके शुक्ला
अधीक्षण अभियंता, मप्रपूर्व क्षेत्र वितरण कंपनी रीवा