पुलिस का खौफ खत्म: थाना में घुसकर मारी पुलिसकर्मी को गोली, मिनर्वा में चल रहा इलाज
पुलिस का अपराधियों पर खौफ खत्म हो गया।पहले मऊगंज के गडऱा गांव में एक पुलिसकर्मी की हत्या की गई। गडऱा कांड का गम भूला भी नहीं था कि अब सतना के जैतवारा थाना के अंदर नया कांड हो गया। नकाबपोश बदमाश थाना के अंदर घुसकर एक पुलिसकर्मी को गोलीमार दी। घायल पुलिसकर्मी को पहले जिला अस्पताल फिर संजय गांधी अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां के इलाज से परिजन संतुष्ट नहंी हुए तो मिनर्वा में भर्ती कराया गया है। गोली निकाल दी गई है। आईसीयू में भर्ती है। इलाज जारी है।
घायल पुलिसकर्मी को देखने एसजीएमएच पहुंचे आईजीए, एसपी
सतना/रीवा। सतना जिले के जैतवारा थाना परिसर की बैरक में घुसकर आधी रात को नकाबपोश युवक ने हेड कॉन्स्टेबल को गोली मार दी गई। गोली उसके कंधे के पास लगी। वारदात के बाद हमलावर मौके से फरार हो गया। फायरिंग की आवाज सुनकर थाने का स्टाफ बाहर आया तो देखा हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग घायल हालत है। इसके बाद स्टाफ प्रिंस को तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचा। सीटी स्कैन में शरीर के अंदर गोली नहीं मिली। फिर भी एहतियात के तौर पर प्रिंस को संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर किया है। यहां उसकी हालत स्थिर बताई गई है। मामला सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात का है। हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग थाना परिसर में बने बैरक में रहता है। रात को ड्यूटी से लौटकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान कमरे के बाहर से आवाज आई। प्रिंस बाहर आया और देखा कि एक नकाबपोश युवक खड़ा है। प्रिंस के बाहर आते ही युवक ने कट्टे से उस पर फायर कर दिया। थाना परिसर में पुलिसकर्मी पर हमले की जानकारी मिलते ही एसपी आशुतोष गुप्ता और अन्य अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। जिला अस्पताल में प्रारंभिक उपचार किया गया। इसके बाद घायल पुलिसकर्मी को संजय गांधी अस्पताल रेफर कर दिया गया। घायल को संजय गांधी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया। दोपहर तक अस्पताल में भर्ती रखे। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए परिजन घायल पुलिसकर्मी को लेकर मिनर्वा पहुंच गए। मिनर्वा अस्पताल में आईसीयू में भर्ती किया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। मिनर्वा अस्पताल के डॉ धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। खबरे से बाहर हैं।
घायल पुलिसकर्मी को एसजीएमएच में भर्ती कराया गया, एसपी, आईजी पहुंचे
मंगलवार की सुबह आइजी गौरव राजपूत व रीवा एसपी विवेक सिंह भी संजय गांधी अस्पताल पहुंचे और चिकित्सकों से आरक्षक के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। आइजी ने घटना के आरोपी पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और कहां कि बदमाश किसी भी कीमत पर नहीं बख्शे जाएगे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक वारदात के मुख्य संदेही को पकडऩे के लिए पुलिस की कई टीम लगी हुई है, वारदात के पीछे का कारण संदेही के वाहन को थाने में खड़ा करा लेना बताया गया है।
अच्छू गौतम की तलाश में जुटी पुलिस
युवक मेहुती निवासी अच्छू गौतम है। जिसकी विगत दिवस गाडी खड़ी करवाई गई थी। जिससे संदेही काफी नाराज था। फिलहाल पुलिस जांच में मुख्य संदेही अच्छु गौतम ही निकला है। जबकि उसको लोकेशन देने वाला थाने के सामने दुकान संचालित करने वाला शातिर अपराधी है घटना के बाद से दोनों फरार है जिनकी तलाश की जा रही है। एफएसएल टीम ने मौके से एक कारतूस बरामद की है साथ ही थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे से वारदात को देखा जा रहा है। बहरहाल घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है और आरोपी की तलाश में पुलिस की कई टीम लगी हुई है, वहीं प्रधान आरक्षक जिंदगी और मौत से अस्पताल में जूझ रहा है।
अब पुलिस से भी उठने लगा है भरोसा
पुलिस पर लगातार हमले हो रहे हैं। ऐसे में लोगों का विश्वास भी पुलिस की कार्यप्रणाली से उठने लगा है। जिनसे सुरक्षा की उम्मीद थी। जब वहीं सुरक्षित नहीं है तो लोगों की सुरक्षा कैसे कर पाएंगे। पुलिस की कार्यप्रणाली पहले ही निशाने पर थी। पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर करप्शन के आरोप लगते ही रहते हैं। अब उन पर हो रहे हमले पुलिस के खौफ को और कम कर रहा है।