हाईकोर्ट ने मंत्री के बयान पर खुद लिया संज्ञान, डीजीपी को एफआईआर के दिए निर्देश, थाना में मामला दर्ज
जनजाति कार्य मंत्री विजय शाह बुरी तरह घिर गए हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए बयान पर उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही है। मंत्री पद पर खतरा तो मंडरा ही रहा है। हाईकोर्ट ने उनके बयान को स्वत: संज्ञान लेते हुए डीजीपी को एफआईआर के निर्देश दे दिए। हाईकोर्ट के आदेश पर महू के मानपुर थाना में मंत्री विजय शाह के खिलाफ मामला पंजीबद्ध भी कर लिया गया है। सूत्रों की मानें तो उनका मंत्री पद से हटना तय माना जा रहा है।

मंत्री विजय शाह के खिलाफ हाईकोर्ट के आदेश पर महू के मानपुर थाना में दर्ज किया गया मामला
भोपाल। प्रदेश के जनजाति कार्य मंत्री विजय शाह पर महू के मानपुर थाने में केस दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि उनका मंत्री पद भी जा सकता है। दरअसल, शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान दिया था। इसे लेकर अखबार में प्रकाशित खबरों का स्वत:संज्ञान लेते हुए प्रदेश हाईकोर्ट ने सुनवाई की थी। अदालत ने डीजीपी को चार घंटे में शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था।
मामले की सुनवाई जस्टिस अतुल श्रीधरन तथा जस्टिस अनुराधा शुक्ला की युगलपीठ ने की। युगलपीठ ने अपने आदेश में कहा कि मंत्री के खिलाफ बीएनएस की धारा 152, 196(1)(बी) और 197(1)(सी) के अंतर्गत तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए। एफआईआर शाम तक अवश्य दर्ज की जाए। आदेश का पालन नहीं होने पर पुलिस महानिदेशक के विरुद्ध अवमानना कार्यवाही कर विचार करने की बात भी अदालत ने कही थी। बता दें कि विजय शाह ने सोमवार को महू के अंबेडकर नगर के रायकुंडा गांव में एक सार्वजनिक समारोह में कर्नल सोफिया कुरैशी पर अभद्र टिप्पणी की थी। उन्होंने उन्हें आतंकवादियों की बहन बताया था। युगलपीठ ने अपने आदेश में कहा कि यह उल्लेख करना आवश्यक है कि कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ राष्ट्र को पाकिस्तान के खिलाफ हमारे सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की प्रगति के बारे में जानकारी देने वाले सशस्त्र बलों का चेहरा थीं। शाह ने उन पर जो टिप्पणी की, वह सेना का अपमान है। सेना को सांप्रदायिक नजरिए से नहीं देखा जा सकता। इधर, बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की अगुवाई में कांग्रेसी भोपाल के श्यामला हिल्स थाना पहुंचे, जहां मंत्री शाह के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने कांग्रेस के आवेदन को रोजनामचा में दर्ज कर इस पूरे मामले को जांच में लिया है।उधर, भाजपा भी शाह पर सख्त है। केंद्रीय नेतृत्व ने रिपोर्ट तलब की है। सूत्रों का कहना है कि शाह से मंत्री पद से इस्तीफा देने को कहा जाएगा।
विजय शाह का देशभर में हो रहा विरोध
कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन बताने के मामले में प्रदेश के मंत्री विजय शाह का देशभर में विरोध हुआ है। कांग्रेस ने उन्हें हटाने की मांग की है और कहा है कि भाजपा उन्हें राजनीति से संन्यास लेने के लिए प्रेरित कर। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हालांकि शाह का बयान आरएसएस के विचारों के ही अनुरूप है, लेकिन मामला सेना के अपमान का है। अत: उन पर समुचित कार्रवाई होनी चाहिए। लखनऊ, पटना, मुंबई में विभिन्न राजनीतिक दलों ने भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि जो बयान दिया गया, वह सेना को धर्म के आधार पर विभाजित करने वाला है। इस तरह के बयान चिंताजनक हैं।
मामले का शार्ट आउट करने में जुटी है भाजपा
भाजपा शाह के बयान के बाद डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। पार्टी ने अपने पूर्व विधायक मानवेन्द्र सिंह भंवर राजा को छतरपुर जिले के नौगांव में रहने वाले कर्नल सोफिया कुरैशी के परिजनों से मुलाकात करने भेजा। मानवेंद्र ने वहां परिजनों से भेंट की और कहा कि सोफिया हमारे देश की बेटी है और हमें उन पर गर्व है। भाजपा अपनी बेटी के साथ है। इस मामले में प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बुधवार को कहा कि भाजपा नेतृत्व ऐसे मामलों को लेकर बेहद संवेदनशील है। शाह को तलब किया गया है। सोफिया कुरैशी हमारे देश की बेटी है।