फिर सरकारी शिक्षकों पर मुशीबत का टूटा पहाड़, 782 शिक्षक अतिशेष, विभाग ने जारी किया फरमान
चार महीने बाद फिर से अतिशेष का जिन फिर से जाग गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने अतिशेष शिक्षकों की फिर लिस्ट जारी की है। साथ ही उन्हें फरमान जारी किया है कि वह भी आनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया का हिस्सा बनेंं, वर्ना विभाग उन्हें प्रशासनिक स्तर पर ट्रांसफर कर देगा। इस फरमान ने शिक्षकों की परेशानी फिर बढ़ा दी है। सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक रिक्त सीटों वाली स्कूलों की तलाश और आवेदन के लिए परेशान हो रहे हैं।
रीवा में 650 और मऊगंज 132 शिक्षक फिर अतिशेष
आनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया के बाद स्कूल शिक्षा विभाग जारी करेगा प्रशासनिक पदस्थापना आदेश
रीवा। सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की फिर परेशानी बढ़ गई। चार महीने तक अतिशेष शिक्षकों को राहत मिली थी। अब फिर से वही डर सताने लगा है। रीवा और मऊगंज में 782 शिक्षक अतिशेष है। स्कूलों में छात्र संख्या घटी तो अतिशेष भी बढ़ गए। अब इन्हें भी स्कूलों से खुद हटने का फरमान जारी किया है। यदि खुद नहीं हटे तो स्कूल शिक्षा विभाग आदेश जारी कर हटा देगा।
ज्ञात हो कि सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों को अब नौकरी करना भी मुश्किल हो गया है। सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार घट रही है। ऐसे में छात्र संख्या घटने से शिक्षक भी अतिशेष हो रहे हैं। शैक्षणिक सत्र 2024-25 में अतिशेष शिक्षकों की जमकर फजीहत हुई थी। सभी विषयों के अतिशेष शिक्षकों को रिक्त स्कूलों में भेजने की कवायद की गई थी। इनकी काउंसलिंग कराई गई थी और दूर दराज स्कूलों में पदस्थ कर दिया गया था। इसके बाद सिर्फ विज्ञान विषय के शिक्षकों में ही पेच फंसा था। रीवा सहित कई जिलों में पद ही रिक्त नहीं थे। कई शिक्षक कोर्ट की शरण में भी पहुंच गए थे। वहीं परीक्षा भी नजदीक आ गई थी। इसके कारण चार महीनों के लिए अतिशेष शिक्षकों को राहत दे दी गई थी। काउंसलिंग और स्थानांतरण रुक गया था। अब फिर से उसी परेशानी का दंश शिक्षकों को झेलना पड़ेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने ट्रांसफर तो ओपन किया है लेकिन इसमें अतिशेष शिक्षकों को भी स्कूलों का चयन करने के लिए अनिवार्य कर दिया है। साथ ही स्कूल शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि अतिशेष शिक्षकों ने आनलाइन ट्रांसफर के लिए आवेदन नहीं किया तो उनका स्थानांतरण भोपाल प्रशासनिक स्तर पर किया जाएगा। इस फरमान के बाद अब अतिशेष शिक्षकों की परेशानियां फिर बढ़ गई हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी ने भी जारी किया पत्र
जिला शिक्षा अधिकारी रीवा ने भी सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी किया है। पत्र में स्पष्ट कर दिया है कि वह अतिशेष शिक्षकों को स्थानांतरण के लिए आवेदन कराने और शिक्षकों को इसकी जानकारी अवगत कराने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। पत्र में कहा गया है कि शिक्षक लोक सेवक पोर्टल पर हरदिन लॉगिन आईडी चेक करें। अतिशेष होने की स्थिति में तत्काल स्थानांतरण के लिए आनलाइन आवेदन करें। यदि कोई भी लोकसेवक आवेदन नहीं करता है तो उसका प्रशासनिक स्थानांतरण स्वत: हो जाएगा।
रीवा में 650 शिक्षक अतिशेष
स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलवार अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी कर दी है। रीवा जिला में 650 और मऊगंज में 132 शिक्षक अतिशेष की श्रेणी में है। इन सभी शिक्षकों की नींद उड़ गई है। सरकार इन सभी शिक्षकों को खुद ही स्थानांतरण लेकर हटने का फरमान जारी कर दिया है। सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। सबसे बड़ी परेशानी महिला शिक्षकों के साथ है। जिनके पास बच्चों से लेकर घर की जिम्मेदारी है। वह अब परेशान हैं। पोर्टल पर रिक्त पदों की संख्या कम है और अतिशेष शिक्षक अधिक हैं। रीवा में बिछिया गल्र्स स्कूल में 3, बदरांव में 7, जीएमएस लोही नंबर 2 मे 2, खड्डा में 1, अमिलकी में 1, डिहिया में 3, जीएमएस पतेरी मेंं 2, एसके स्कूल रीवा में तीन, पाण्डेन टोला स्कूल में 4 शिक्षक, सिलपरा स्कूल में तीन, भटलो हाई स्कूल में 1, हायर सेकेण्डरी टिकरी में 4, चुंआ महाजन टोला में 1, परिहारिन टोला स्कूल में 1, महसुआ में 6,ब्वायज नैकिन में 2, लक्ष्मण पुर हायर सेकेण्डरी में 4, हायर सेकेण्डरी निपनिया में 4, अमिरती हाई स्कूल में 3, हाई स्कूल हर्दी में 3, मध्येपुर में 2, सीएम राइज पीके गल्र्स रीवा में 12, हायर सेकेण्डरी स्कूल अजगरहा में 8, गल्र्स उपरहटी में 3, करहिया नंबर 1 में 4, हायर सेकेण्डरी गोड़हर में 8 शिक्षक अतिशेष है। अतिशेष शिक्षकों की लिस्ट और लंबी है।