डॉ मनोज इंदूलकर अब नहीं दे पाएंगे रीवा में सेवाएं, हो गया उनके साथ खेल
संजय गांधी अस्पताल में पदस्थ मेडिसिन विभाग के चिकित्सक के साथ बड़ा खेल कर दिया गया है। उनकी वजह से अन्य चिकित्सक प्रभावित हो रहे थे। यही वजह है कि उनका नाम स्थानांतरण लिस्ट में डलवा दिया गया। डॉ मनोज इंदूलकर का स्थानांतरण सिंगरौली कर दिया गया है। इस आदेश से उनके चाहने वाले और मरीजों को गहरा झटका लगा है।

रीवा के दो चिकित्सकों का हुआ स्थानांतरण, बढ़ा आक्रोश
रीवा। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने चिकित्सकों का स्थानांतरण आदेश जारी किया है। श्योपुर और सिंगरौली में नवीन मेडिकल कॉलेज की शुरुआत की गई है। यहां एमबीबीएस का पाठ्यक्रम शुरू हो रहा है। इन जगहों पर चिकित्सा शिक्षकों के पद भर नहीं पाए है। चिकित्सा शिक्षकों की कमी है। इसकी पूर्ति करने के लिए लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कई चिकित्सा शिक्षकों का स्थानांतरण आदेश जारी किया है। इसमें रीवा मेडिकल कॉलेज के भी दो चिकित्सक शामिल है। इन्हें रीवा से सिंगरौली स्थानांतरित किया गया है। इसमें डॉ पंकज लखटकिया प्राध्यापक आर्थाेपेडिक विभाग और डॉ मनोज कुमार इंदूरकर प्राध्यापक जनरल मेडिसिन विभाग शामिल हैं। इन दोनों प्रोफेसरों को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय सिंगरौली स्थानांतरित किया गया है। यह पदस्थापना आगामी आदेश तक के लिए किया गया है। डॉ मनोज इंदूरकर के स्थानांतरण से रीवा के लोगों को जरूर झटका लगेगा। डॉ मनोज इंदूरकर रीवा के प्रतिष्ठित चिकित्सकों में से एक है। सरल और सहज स्वभाव के भी धनी है। इनके स्थानांतरण से लोगों में जरूर निराशा आएगी। डॉ इंदूलकर अपने मरीजों के प्रति भी सजग रहते हैं। डॉ इंदूलकर के अलावा भी कई प्रोफेसर यहां पदस्थ हैं, जिन्हें सिंगरौली स्थानांतरित किया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसके पीछे वजह कुछ चिकित्सकों की कारस्तानी भी मानी जा सकती है। डॉ इंदूरकर के कारण कई मेडिसिन विशेषज्ञों की प्राइवेट क्लीनिकें भी प्रभावित हो रही थी। इसके कारण ही उन्हें यहां से सिंगरौली स्थानांतरित करने का यह खेल खेला गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह स्थानांतरण स्वशासी मेडिकल कॉलेज से शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के लिए किय गया है।