रीवा में बाढ़ का कहर..चारों तरफ पानी ही पानी, बाढ़ में फंसे 23 लोग, गैस पाइप लाइन फूटी और घरों में घुसा पानी, मोहल्ले जलमग्न

36 घंटे की बारिश ने रीवा में हा हा कार बचा दिया है। बाढ़ से सब कुछ डूब गया। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी है। बाढ़ के कारण खैरा गांव में कई लोगों के घर डूब गए। लोगों ने छतों पर चढ़कर जान बचाई। सुबह एसडीआरएसफ ने रेस्क्यू किया। वहीं रीवा शहर मे कई मोहल्ले जलमग्न हो गए। समान स्कूल में पानी निकाली के दौरान गैस पाइप लाइन फूट गई। गैस पाइपलाइन में आग भड़क गई। बोदाबाग से करहिया मार्ग का संपर्क टूट गया है। पंचम पैलेस के पास सड़क पर कई फीट पानी भर गया है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटी है।

रीवा में बाढ़ का कहर..चारों तरफ पानी ही पानी, बाढ़ में फंसे 23 लोग, गैस पाइप लाइन फूटी और घरों में घुसा पानी, मोहल्ले जलमग्न

कई मोहल्लों में भरा पानी, घरों के अंदर तक पहुंचा, लोगों का हुआ लाखों का नुकसान

स्कूलों का संपर्क टूट, सड़क पर आया पानी, रपटा डूब गए

राहत और बचाव कार्य में जुटी एसडीआरएफ की टीम

रीवा। रीवा में सिर्फ 24 घंटो में ही 200 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। लंबे समय से जोरदार बारिश का लोगों को इंतजार था। बारिश आई तो सब कुछ डुबा कर रख दी। अब हाला चीखपुकार में बदल गई है। लोगों के घरों में पानी भर गया। कई लोगों ने रात आंखों में काट कर बिताई। सुबह का मंजर देखकर अब सभी हैरान हैं। कईयों  को सब कुछ बारिश ने तबाह कर दिया। प्रशासन और नगर निगम की टीम अब राहत कार्य में जुटी हुई है। मोहल्लों में जलभराव जैसी समस्या से निपटने की कोशिश की जा रही है। हालांकि जो काम पहले कर लेना था। वह अब किया जा रहा है। आपत आने पर ही नगर निगम राहत पहुंचाने में जुटी हुई है। 

खैरा गांव में घुसा पानी, 23  लोगों को बचाया गया

गुरुवार और शुक्रवार को जोरदार बारिश हुई। दो रात बारिश हुई। दिन भर पानी गिरा। इसके कारण चोरहटा थाना अंतर्गत खेरी गांव में बाढ़ आ गई। कई घर डूब गए। रात को लोग घरों में पानी भरने से छत पर पहुंच गए और जान बचाई। सुबह एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। जिला सेनानी श्रीमती मीनाक्षी चौहान के निर्देशानुसार प्लाूटन कमांडर विकास पाण्डेय और उनकी टीम ने खैरी में रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया। 23  लोगों केा बाहर निकाला गया। इसमें रजनीश साके 23 वर्ष, लीलाल 43 वर्ष, मालती 20 वर्ष, राजेश 34 वर्ष, गुडिय़ा 44 वर्ष, साहित 29 वर्ष, प्रभा 28 वर्ष, समीक्षा 25 वर्ष, क्रतेश 15 वर्ष, खिलाड़ी साकेत 68 वर्ष, पप्पू प्रसाद 62, ममता देवी 45, आदर्श 11, ज्योति 24 वर्ष, सत्यप्रकाश 38, रामसिया 47, गीता 44, शिवानी 22, विक्की साकेत 7 वर्ष, लकी 14 वर्ष, छोटेलाल साकेत 72 वर्ष, सियावती साकेत 55 वर्ष शामिल रहे। सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।

समान स्कूल के पास टूटी गैस पाइप लाइन, भड़की आग

बारिश के कारण समान स्कूल में घुटनों तक पानी भर गया था। स्कूल में छात्राओं और शिक्षकों का पहुंचना तक मुश्किल था। ऐसे में इसकी जानकारी नगर निगम को दी गई। नगर निगम की टीम ने जेसीबी भेजा। जेसीबी  ने नाली बनानी शुरू की। जमीन के नीचे गैस पाइप लाइन थी। जिसे जेसीबी  ने क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे अचानक आग भड़क गई। आग की ऊंची लपटे उठने लगी। चारों तरफ भगदड़ गच गई। लोगों ने भागनाप शुरू कर दिया। इसके बाद आईओसीएल को इसकी जानकारी दी गई। मौके पर टीम ने पहुंच कर गैस पाइप लाइन को सुधारने का काम शुरू किया। तब जाकर लोगों को राहत मिली। 

बोदाबाग से करहिया मंडी का संपर्क टूट

बारिश के कारण पूरे बोदाबाग का पानी मुक्तिधाम के पास एकत्र होता रहा। सुबह पानी की आवक बढऩे से पानी पूरे रास्ते में भर गया। मंदिर से लेकर पेट्रोल पंप तक पानी ही पानी हो गया। 10 फीट से अधिक पानी सड़क पर आ गया। इससे बोदाबाग से करहिया मंडी का संपर्क टूट गया। इसकी वजह अवैध प्लाटिंग मानी जा रही है। बोदाबाग से करहिया तक बनी सड़क पहली मर्तबा डूब में आई है। इसके पीछे वजह नालों को पाट कर प्लाटिंग करना माना जा रहा है। अब पानी निकाली के लिए जगह ही नहीं बचा है। मुनाफा के चक्कर में नालों को सकरा कर दिया गया। नालों की जमीन पर ऊंचे ऊंचे मिट्टी के पहाड़ खड़ा कर दिया गया है। इसके कारण पानी का नदी तक का संपर्क ही टूट गया। अब यही पानी वापस शहर की तरफ बढ़ेगा। 

नेहरू  नगर में बिगड़े हालात फिर घरों में घुसा पानी

रीवा शहर का सबसे पॉस और वैध कालोनियों में एक नेहरू नगर  वार्ड क्रमांक 13 फिर डूब गया। यहां अब अरबों रुपए के काम सिर्फ नाला, नाली निर्माण पर किए गए। यहां साल भर काम चलता है लेकिन बारिश में हालात बिगड़ ही जाते हैं। शुक्रवार को हुई बारिश में भी यही दंश लोगों को झेलना पड़ा। सड़कों में पानी तो भरा ही रात 2 बजे के बाद हालात और बिगड़ गए। बारिश का पानी लोगों के घरों में समा गया।  लोगों की नींद उड़ गई। सभी बारिश के पानी से घर को बचाने में लगे रहे। नगर निगम मदद पहुंचाने में फेल हुआ। 

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विकास कालोनी में भी घुसा पानी, सरकारी कर्मचारी परेशान

यह हालात सिर्फ शहर के आसपास की कालोनियों के नहीं है। बीच शहर में शिल्पी प्लाजा के सामने बसी विकास कालोनी में भी रात को हाहाकार बच गया। बारिश का पानी यहां सरकारी आवास में घुस गया। लोगों का सारा समान ही खराब हो गया। बारिश के कारण लोगों की नींद तो टूटी ही लोग बाढ़ से बचने की जुगत में लगे रहे। 

मेडिकल कॉलेज के नए भवन की पार्किंग में घुसा पानी

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में करोड़ों रुपए का नया अकादमिक भवन बना हुआ है लेकिन यह अव्यवस्था का शिकार हो गया है। यहां बारिश में पार्किंग बेसमेंट में पानी भर जाता है। इस बार भी यहां पार्किंग में पानी भर गया। पानी निकासी के लिए पंप लगाया गया था। वह काम नहीं आया। पानी कई फीट भर गया। गनीमत रही कि यहां छात्राओं और शिक्षकों के वाहन पार्क नहीं थे। वर्ना सब कुछ डूब जाता। 

बढ़ा नदी का जलस्तर बीहर और बकिया बराज के गेट खोले गए

लगातार बारिश के कारण नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसका असर बकिया और बीहर बराज बांध पर भी देखने को मिला। बकिया बराज के शुक्रवार को 10 और बीहर बराज के 3 गेट खोल दिए गए थे। लगातार पानी की आवक के कारण इसके गेट और खोले जाने की संभावना है। वहीं बाण सागर बांध भी भरने की कगार पर पहुंच गया है। 339.30 मीटर तक जलस्तर पहुंच गया है।