बिजली विभाग में लूट: पहले आपरेटर थे अब जेई बन गए, चोरहटा से हटे जीईसी पहुंचे अब लूट मचा रहे हैं, हर कनेक्शन 1 हजार का रेट तय

बिजली विभाग में अधिकारियों ने खुली लूट मचा रखी है। यह सब डिप्टी सीएम के शहर में हो रहा है। पैसे देकर अपनी पोस्टिंग कराई और अब उसकी वसूली जनता से कर रहे हैं। जेई ने जो रुपए ट्रांसफर के लिए अधिकारियों को दिए अब उसकी वसूली के लिए कनेक्शन से लेकर हर काम में दाम फिक्स कर दिया गया है। हर कनेक्शन पर 1 से 3 हजार मांग रहे हैं। मीटर रीडरों को वसूली में लगा दिया गया है। हद तो यह है कि जो दागी मीटर रीडर था, उसे खास बनाकर साथ घुमा भी रहे हैं।

बिजली विभाग में लूट:  पहले आपरेटर थे अब जेई बन गए, चोरहटा से हटे जीईसी पहुंचे अब लूट मचा रहे हैं, हर कनेक्शन 1 हजार का रेट तय

पश्चिम संभाग अंतर्गत जीईसी वितरण केन्द्र का मामला 

रीवा। बिजली विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। सालो से एक ही शहर और जगह पर बैठे अधिकारी लूट की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं। ताजा मामला पश्चिम संभाग अंतर्गत जीईसी वितरण केन्द्र का है। यहां चोरहटा से स्थानांतरित होकर जेई के रूप मे श्याम नंदन मिश्रा पदस्थ हुए हैं। श्याम नंदन मिश्रा पहले परीक्षण सहायक यानि आपरेटर थे। इन्हें जेई का प्रभार मिल गया है। तब से इनके तेवर कड़े हो गए है। यानि कहने का मतलब अवैध कमाई के मामले में तेवर कड़े हो गए हैं। जीईसी में पदस्थ होने के बाद इन्होंने हर काम के लिए दाम तय कर दिया है। इसकी वसूली के लिए मीटर रीडरों और लाइनमैनो केा पूरी ताकत से झोंक दिए थे। लाइनमैनों को स्पष्ट चेतावनी भी दे दी है कि यदि रुपए नहीं आए तो उनकी सीआर वह लिख देंगे। इस डर से लाइनमैन भी जेई के कहने पर उपभोक्ताओं से खुलेआम वसूली कर रहे हैं। 

हाल ही में सोनौरी में कनेक्शन के अतिरिक्त वसूले 4.5 हजार रुपए

जीईसी वितरण केन्द्र अंतर्गत सोनौरी गांव में ही एक उपभोक्ता ने कनेक्श लेने के लिए आवेदन किया था। मीटर रीडर ने घर पहुंच कर निरीक्षण् किया। दो किलोवाट के लिए वैसे तो कनेक्शन चार्ज 3 से 4 हजार रुपए की लगते हैं लेकिन उसने कनेक्शन देने के लिए साढ़े चार हजार रुपए अतिरिक्त मांगे। कुल 8.500 रुपए की डिमांड की थी। इसके बाद उपभोक्ता के परिचित सीधे जाकर जेई से मिले। जेई ने भी बताया कि कनेक्शन लेने के दो रास्ते हैं। रुपए देकर नियमित कनेक्शन ले लो या फिर अस्थाई कनेक्शन करा लो। उपभोक्ता ने साढ़े हजार रुपए लेने के बाद नियमित कनेक्शन करा लिया। हालाङ्क्षक बिल दो किलोवाट का ही दिया गया। वहीं सोनौरी मे कई उपभोक्ताओं से जेई और लाइनमैन ने 10 से 15 हजार रुपए तक वसूले हैं। यहां खंभे से घरों की दूरी ज्यादा है। यही वजह है कि खूब लुटाई की जा रही है। 

जेई श्याम सुंदर को चाहिए हर फाइल पर पैसे

एक लाइनमैन ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि जेई ने साफ कर दिया है कि उन्हें हर कनेक्शन की फाइल पर एक हजार रुपए चाहिए। यदि टीसी या तीन फेज कनेक्शन है तो उस पर तीन हजार रुपए की डिमांड किए हैं। लाइनमैनों से जेई कनेक्शन के लिए वसूली भी कराते हैं। साथ ही फाल्ट आने पर लाइने भी सुधरवा रहे हैं। जेई श्याम सुंदर की अवैध वसूली से विभाग की बदनामी तो हो रही है साथ ही उपभोक् ताओं को भी अवैध वसूली के कारण आर्थिक क्षति पहुंच रही हैं। 

जिस मीटर रीडर की हुई थी शिकायत और हटाया गया उसे साथ लेकर घूमते हैं

जीईसी में मीटर रीडर के पद पर विवेक मिश्रा पदस्थ हंै। उनकी पदस्थापना पहले कोष्टा क्षेत्र में थी। कोष्टा के लोगों ने विवेक मिश्रा की शिकायत लिखित में मुख्य अभियंता से की थी। मुख्य अभियंता ने 2 जून 2025 को कार्यपालन अभियंता पश्चिम संभाग भूपेश विक्रम सिंह को पत्र लिखकर मामले की जांच के निर्देश दिए थे। शिकायत मे कहा गया था कि मीटर रीडर विवेक मिश्रा कई महीनों तक रीडिंग लेने आता ही नहीं है। लोगों को बिजली चोरी करने का आरोप लगाकर धमकी देता था। इसकी शिकायत के बाद मुख्य अभियंता रीवा ने डीईओ विवेक मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जांच के बाद नौकरी से बाहर किए जाने के लिए कहा गया था लेकिन विवेक को डीई ने बचाते हुए डीईओ में पदस्थ कर दिया। अब जेई श्यामनंदन मिश्रा का विवेक मिश्रा खास बना हुआ है। मीटर रीडिंग लाइन मैन करते हैं और मीटर रीडर जेई के साथ फील्ड में लोगों से वसूली करने जाते हैं।